स्मार्ट प्लान

- कोहरे में पैसेंजर ट्रेनें घंटों लेट न हो इसके लिए रेलवे ने बनाया 'स्मार्ट प्लान'

- रूट में ट्रैफिक लोड कम होने पर गुड्स ट्रेनों को ग्रुप में कराया जाएगा 'पास'

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KANPUR। कोहरे में पैसेंजर ट्रेनों की रफ्तार में गुड्स ट्रेनें ब्रेकर न बने इसके लिए रेलवे ने गुड्स ट्रेन का स्मार्ट गलियारा तैयार करने की तैयारी की है। प्लानिंग के तहत रेलवे गुड्स ट्रेनों को उस समय स्टेशन व यार्ड से पास कराएगा। जब रूट में पैसेंजर ट्रेनों का ट्रैफिक कम होता है। दिल्ली-हावड़ा रूट काफी व्यस्त होने की वजह से रेलवे ने फ्रेट कारिडोर तैयार न होने तक नई प्लानिंग के तहत गुड्स ट्रेनों का संचालन इन ट्रैकों पर होगा।

घंटों ट्रैक ब्लॉक रखती हैं ट्रेनें

रेलवे अधिकारियों के मुताबिक बड़े स्टेशनों के यार्ड व छोटे स्टेशनों की लूप लाइन पर अक्सर गुड्स ट्रेनें घंटों खड़ी रहती है। इस स्थिति में एक ट्रैक घंटों ठप रहता है। जरूरत पड़ने पर भी इस ट्रैक को यूज नहीं कर पाते हैं। गुड्स ट्रेन के बेहतर संचालन व पैसेंजर ट्रेने प्रभावित न हो, इसके लिए अब गुड्स ट्रेने इन ट्रैकों पर नहीं खड़ी रह सकेंगी।

फ्रेट कॉरिडोर का काम 60 प्रतिशत पूरा

एनसीआर सीपीआरओ गौरव कृष्ण बंसल ने बताया कि गुड्स ट्रेनों के लिए तैयार किए जा रहे फ्रेट कॉरिडोर का काम लगभग 60 प्रतिशत पूरा हो चुका है। उन्होंने बताया कि डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर के फेज वन में भदान से खुर्जा तक लगभग 200 किमी तक ट्रैक तैयार हो चुका है। जिसको दो दिन पूर्व ही चेयरमैन रेलवे बोर्ड ने हरी झंडी दे दी है। सीपीआरओ के मुताबिक भदान से भाऊपुर तक 343 किमी का फ्रेट कॉरिडोर तैयार होना है। जिसमें भदान से खुर्जा तक गुड्स ट्रेनों का संचालन भी शुरु कर दिया है। खुर्जा से भाऊपुर तक 143 किमी का फ्रेट कॉरिडोर जनवरी 2019 में कम्पलीट हो जाएगा।

कुल 343 किमी। का फ्रेट कॉरिडोर बनना है

200 किमी। का फ्रेट कॉरिडोर का ट्रैक तैयार

143 किमी। ट्रैक जनवरी तक हो जाएगा पूरा

300 पैसेंजर ट्रेनों का संचालन सुधरेगा

'' कोहरे में पैसेंजर ट्रेनों की रफ्तार में 'ब्रेकर' बनने वाली गुड्स ट्रेनों के संचालन के लिए नई स्मार्ट प्लानिंग की गई है। इस प्लान से यात्री ट्रेनों की लेटलतीफी काफी हद तक कम होगी।

गौरव कृष्ण बंसल, सीपीआरओ, एनसीआर