- आईआईटी के स्टॉफ एसोसिएशन ने डायरेक्टर को भेजा लेटर

- लिखा कि विवाद से आईआईटी की साख हो रही खराब

KANPUR: आईआईटी में एससी एसटी एक्ट के तहत चार प्रतिष्ठित प्रोफेसरों के खिलाफ एफआईआर दर्ज होना, उसके बाद फैकल्टी की भारी नाराजगी जैसी बातें बाहर आना। ये सब आईआईटी कानपुर की गुडविल को खराब कर रहा है। इस पूरे मामले की संस्थान में ठीक से जांच की जाए। जो भी दोषी हो, उसके खिलाफ कार्रवाई हो। ये बात दैनिक जागरण आई नेक्स्ट नहीं बल्कि आईआईटी कानपुर के डायरेक्टर को भेजे गए एक लेटर में लिखी गई हैं। जो आईआईटी के स्टॉफ एसोसिएशन की तरफ से भेजा गया है।

कोर्ट की राहत से ठंडा हुआ मामला

आईआईटी कानपुर में दलित प्रोफेसर सैडरेला की ओर से उत्पीड़न की शिकायत के बाद कल्याणपुर थाने में चार सीनियर प्रोफेसर्स के खिलाफ एससी एसटी एक्ट के तहत रिपोर्ट दर्ज कराई गई थी। जिसके बाद आईआईटी की फैकल्टी में भारी रोष था। नौबत फैकल्टी के स्ट्राइक पर जाने की भी आई। इसके बाद चारों आरोपी प्रोफेसर्स फौरी राहत के लिए इलाहाबाद हाईकोर्ट चले गए। जहां से राहत भी मिली। वहीं इस पूरे प्रकरण में फैकल्टी के साथ स्टूडेंट्स के बीच भी दो फाड़ हो गए। जिसकी चर्चा देश भर में हुई।