रिसर्च हुई शुरू
गूगल ने पिछले महीने प्रोडक्ट मैनेजर निखिल सिंघल को इंडिया में रिसर्च करने के लिये भेजा था. रिपोर्ट में कहा गया कि यह गूगल मैसेंजर अभी अपने शुरूआती दौर में है और इसे 2015 तक लॉन्च किया जा सकता है. गौरतलब है कि निखिल सिंघल हैंगआउट्स, फोटोज और गूगल प्लस कोर एंड प्लेटफॉर्म के प्रोडेक्ट मैनेजमेंट डायरेक्टर हैं. निखिल लोकल इकोसिस्टम को समझने के लिये एशिया पैसिफिक देशों का दौरा कर रहे हैं.

वाट्सएप को मिलेगी टक्कर
इसके अलावा रिपोर्ट का यह भी कहना है कि गूगल की तरफ से यह मैसेंजर्स यूजर्स के लिये फ्री होगा. जबकि इसका सबसे बड़ा प्रतिद्वंद्वी व्हॉट्सएप होगा जो यूजर्स को 53 रुपये प्रति साल का प्रीमियम रिचार्ज करता है. ये चार्ज व्हॉट्सएप अपनी सर्विस शुरू करने के 1 साल बाद देता है. अब ऐसे में गूगल द्वारा फ्री सर्विस देना व्हॉट्सएप के लिये किसी खतरे से कम नहीं है. आपको बता दें कि व्हॉट्सएप को खरीदने के लिये गूगल ने भी बोली लगाई थी, लेकिन बाजी फेसबुक मार ले गया था. गूगल की बोली 10 बिलियन डॉलर की थी, जबकि फेसबुक ने इस एप को खरीदने के लिये 19 बिलियन डॉलर की बोली लगाई थी.

वॉयस टू टेक्स्ट फीचर्स
गूगल द्वारा शुरू हो रहे इस एप को कंपनी ने यूजर्स के लिये काफी सरल बनाया है. सभी गूगल प्रोडक्ट्स की तरह इस मैसेंजर में यूजर्स को अपना गूगल लॉग इन आईडी डालने की जरूरत नहीं होगी. कंपनी इस एप को और उपयोगी बनाने के लिये भारतीय भाषाओं को जोड़ने की प्लानिंग भी कर रही है. इसी के साथ एप में वॉयस टू टेक्स्ट मैसेजिंग फीचर भी जोड़ा जा सकता है.  

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