-गैस सिलेंडर ले जा रही गाड़ी में रखी थी मीट और शराब

-जेल गेट पर पीएसी की तलाश में बरामद हुआ माल

GORAKHPUR: होली पर जेल में जश्न मनाने की तैयारी चल रही थी। एडवांस में बंदियों ने मीट और शराब का इंतजाम किया था। लेकिन मंगलवार को जेल में सिलेंडर लेकर जा रही जिस गाड़ी में ये सामान रखे थे, उसकी तलाशी में सारी पोल खुल गई। जेल गेट पर मौजूद पीएसी जवानों ने ड्राइवर की सीट के नीचे से सामान बरामद किया। सामान को कब्जे में लेकर शाहपुर पुलिस कार्रवाई कर रही है।

सीट के नीचे छिपाया मीट और शराब

मंगलवार की सुबह करीब साढ़े नौ बजे गंगा गैस एजेंसी से सिलेंडर लेकर ड्राइवर जेल में जा रहा था। तभी गेट पर पीएसी जवानों ने गाड़ी रोक ली। ड्राइवर ने बताया कि वह सात साल से अंदर सिलेंडर लेकर आता-जाता है। लेकिन पीएसी जवानों को शक हो चुका था। उन्होंने गाड़ी की तलाशी लेनी शुरू कर दी। जब पीएसी जवानों ने ड्राइवर की सीट उठाई तो उसकी पोल खुल गई और सीट के नीचे छिपाकर रखा सामान बरामद हो गया।

ये सामान बरामद

-करीब चार किलो मीट

-चार मोबाइल हैंडसेट

-दो सिमकार्ड

-छोटी पॉलीथिन में पैक भारी मात्रा में दारू

-एक झोला गुटखा

सुनील के कहने पर

ड्राइवर की पहचान खोराबार के रजहीं कैंप निवासी मुराली के रूप में हुई। ड्राइवर ने बताया कि बैरक नंबर आठ में बंद, छोटे काजीपुर निवासी सुनील के कहने पर वह सामान ले लाया। उसके खिलाफ कैंट थाना में हत्या का मुकदमा दर्ज है।

मिलीभगत से सामान जा रहा था भीतर

जेल में जाने के पहले हर किसी की तलाशी ली जाती है। लेकिन सिलेंडर ले जाने वाली गाड़ी को बंदी रक्षक जेल गेट पर चेक नहीं करते थे। इसलिए वह लगातार सामान लेकर जाता रहा। मंगलवार को तलाशी में सामान ले जाने की पोल खुल गई। आरोपी ड्राइवर काफी देर तक पुलिस को बरगलाता रहा। लेकिन पूछताछ में सामने बंदी रक्षकों की सहमति से ही सामान भीतर जाता था।

बॉक्स

डीजीपी के निर्देश से बढ़ी है मुश्किल

डीजीपी के निर्देश पर प्रदेश की आधा दर्जन जेलों में पुलिस की सुरक्षा बढ़ा दी गई है। डीजीपी ने कहा है कि जेल में जाने वाले बंदियों सहित अन्य लोगों की पुलिस और पीएसी के जवान पहले चेकिंग करे। फिर किसी सामान को भीतर जाने दिया जाए। गोरखपुर जिला कारागार में भी इसका इंतजाम किया गया है।

वर्जन

जेल गेट पर पुलिस और पीएसी के लोग तलाशी ले रहे हैं। मंगलवार को गैस सिलेंडर लेकर भीतर जा रहे वाहन से प्रतिबंधित सामान की बरामदगी हुई। ऐसा लग रहा है कि होली पर बंदियों ने जश्न मनाने की तैयारी की थी।

-अभय कुमार मिश्रा, सीओ कैंट