- ऑनलाइन फ्रॉड केसेज पर गंभीरता से वर्कआउट कर रही साइबर सेल टीम

- घटना की चार घंटे के अंदर शिकायत पर ज्यादा होते हैं मनी रिकवरी के चांसेज

GORAKHPUR: अगर आप साबइर फ्रॉड के शिकार हुए हैं तो चार घंटे के अंदर साइबर सेल में अपनी शिकायत दर्ज करवाइए। आपकी सक्रियता और साइबर सेल की सूझबूझ से जालसाज पकड़े भी जा सकते हैं और आपकी रकम भी वापस हो सकती है। साइबर सेल की टीम ने पिछले छह माह में चार घंटे के भीतर शिकायत दर्ज करवाने वाले 33 लोगों के खातों से उड़ाए गए रकम वापसी कराने में बड़ी कामयाबी हासिल की है। टीम ने 24 जालसाजों को गिरफ्तार कर शिकार हुए 33 लोगों के खाते में 75,5,450 रुपए वापस कराने में भी कामयाबी हासिल की।

लगाने पड़ते हैं बैंक के चक्कर

साइबर सेल के मुताबिक ऑनलाइन फ्रॉड होने पर पीडि़त अक्सर बैंक के चक्कर लगाने में समय बर्बाद करते हैं। जिस वजह से जालसाज आम लोगों के रुपए से खरीदारी कर इंटरनेट की फेसलेस दुनिया से गायब होने में कामयाब हो जाते हैं। इन गुमनाम अपराधियों को खोजने पर आईपी एड्रेस से लेकर सिम कार्ड तक का पता फर्जी निकलता है। लेकिन ऑनलाइन बैंक धोखाधड़ी होने पर अगर पीडि़त साइबर सेल कार्यालय में चार घंटे के अंदर पूरे दस्तावेज के साथ शिकायत करता है तो फ्रॉड का शिकार हुए शख्स की 80 फीसद रकम ऑनलाइन ही वापस करवाने का प्रयास किया जाता है। वापस हुई रकम पीडि़त के खाते में 4 से 5 दिन में वापस हो जाती है। जालसाजी का शिकार हुए लोगों की मदद के लिए साइबर सेल में एक्सपर्ट सिपाही शशि शंकर राय और शशि कांत जायसवाल की टीम काम कर रही है।

ऐसे वापस होती है रकम

साइबर सेल के मुताबिक चार घंटे के अंदर शिकायत मिलने पर टीम पीडि़त के खाते से निकली रकम का ब्यौरा एकत्र करती है। इसके बाद रकम से हुई खरीदारी को जुटा संबंधित कंपनियों को तत्काल खरीदे हुए सामान की डिलेवरी पर रोक लगाने के लिए एक ई-मेल भेज कर रकम को वापस करने के लिए कहा जाता है। ई-मेल के जवाब में कंपनी के लोग रकम को कुछ दिनों में वापस कर देते हैं। हालांकि साबइर सेल उस रकम को वापस नहीं करवा पाती जो एटीएम से निकाल ली जाती है।

ऐसे उड़ाते हैं पैसा

ऑनलाइन ठगी करने वाले जालसाज मोबाइल नंबर पर फोन करते हैं। खुद को बैंक का अधिकारी बता कर एटीएम कार्ड बंद होने का झांसा दे जालसाज एटीएम कार्ड नंबर और पासवर्ड पता लगा लेते हैं। इसके बाद उस व्यक्ति के खाते से भुगतान कर या ऑनलाइन खरीदारी कर लेते हैं या रकम किसी अन्य खाते में ट्रांसफर कर लेते हैं। ऑनलाइन ठगी करने वाले और भी कई तरीके अपनाते हैं।

इन दस्तावेजों के साथ करें शिकायत

- साबइर सेल प्रभारी के नाम एक प्रार्थना पत्र

- अपडेट बैंक पासबुक की फोटो कॉपी

- पासबुक न होने पर मोबाइल पर खाते से निकली रकम का एसएमएस

- ऑनलाइन फ्रॉड पर ही साइबर सेल करेगी कार्रवाई

इन मामलों में वापस हुई रकम

- शाहपुर एरिया के कृष्णानगर के रहने वाले वीरेंद्र मल्ल के खाते से जालसाजों ने 1,96,000 रुपए निकाल लिए थे। साइबर सेल के प्रयास से पूरी रकम खाते में वापस हो गई।

- बैंक रोड स्थित विवेक होटल के संचालक पीके लाहड़ी के खाते से निकले 25,000 रुपए में से 9,990 रुपए वापस हुए।

- तिवारीपुर एरिया के आवास विकास कॉलोनी निवासी कादिर खान के खाते से निकाले गए 46,300 रुपए वापस हुए।

- गोरखनाथ एरिया के हुमायूंपुर उत्तरी जनप्रिय विहार कॉलोनी के महातम प्रसाद के खाते से निकाले गए 99,000 रुपए में से 15,000 रुपए वापस कराने में सफलता मिली।

- गोरखनाथ एरिया के सिधारीपुर के शफीक अहमद अंसारी के खाते से निकाले गए 25,000 रुपये से 9,291 रुपये वापस हुए।

वर्जन

साइबर सेल की टीम लगातार ऑनलाइन फ्रॉड से लेकर सोशल मीडिया के जरिए होने वाले क्राइम पर अंकुश लगाने के लिए काम कर रही है। बीते छह महीनों के दौरान टीम ने काफी अच्छे वर्कआउट किए हैं। साइबर सेल की टीम को और मजबूत बनाने के लिए भी कदम उठाए जा रहे हैं। जल्द ही इन्हें स्पेशल ट्रेनिंग और संसाधन भी मुहैया कराया जाएगा।

- शलभ माथुर, एसएसपी