-112 साल पुरानी बिल्डिंग में नहीं किया जाएगा बदलाव

-हैरिटेज सूची में शामिल हुआ अस्पताल

-गोरखपुर मंडल में स्वास्थ्य विभाग का इकलौता भवन सूची में

GORAKHPUR:

जिला अस्पताल की पुरानी बिल्डिंग धरोहरों की सूची में शामिल हो गई है। 112 साल पुरानी इस इमारत के पुरातात्विक महत्व होने के कारण अब इसके ढांचे में किसी तरह का कोई बदलाव नहीं किया जा सकेगा।

पिछले दिनों यूपीएचएसपी (उत्तर प्रदेश हेल्थ सिस्टम स्ट्रेंथनिंग प्रोजेक्ट) की टीम सेवा सुधार के लिए अस्पताल का सर्वे करने आई थी। टीम ने पर्ची काउंटर से लेकर विभिन्न विभागों की ओपीडी और पैथोलॉजी का निरीक्षण करके प्रस्ताव तैयार किए। इसमें इंफ्रास्ट्रक्चर में बदलाव के लिए भी कई सुझाव थे। लेकिन टीम चाह कर भी पुरानी बिल्डिंग के इंफ्रास्ट्रक्चर में बदलाव की पैरवी नहीं कर सकी। पुरातात्विक महत्व की हो चुकी इस बिल्डिंग के ढ़ाचे से कोई छेड़छाड़ नहीं हो सकेगा। इसके साथ ही मंडल भर में स्वास्थ्य विभाग के विभिन्न भवनों में जिला अस्पताल की पुरानी इमारत इकलौती ऐसी बिल्डिंग हो चुकी है, जो धरोहरों की सूची में शामिल है।

1906 में शुरू हुआ था अस्पताल

1906 में बने इस अस्पताल को बाद में विस्तार मिला। पुरानी ओपीडी वाला हिस्सा यहां सबसे पुराना है। 305 बेड के इस अस्पताल का फैलाव सड़क के दोनों ओर है। पुरानी बिल्डिंग के दूसरी तरफ सड़क पार करते ही न्यू ओपीडी भवन समेत इमरजेंसी आदि है। इसमें जल्द ही व्यापक स्तर पर बदलाव किया जाना है।

पुरानी ओपीडी को करेंगे शिफ्ट

यूपीएचएसएसपी की टीम सप्ताह भर सर्वे करके लौटी है। अब ये टीम शासन को रिपोर्ट देगी इसके अनुरूप अस्पताल के इंफ्रास्ट्रक्चर में सुधार करके इसे मरीजों के लिए सुविधाजनक बनाया जाएगा। इसमें पुरानी ओपीडी को दूसरी जगह शिफ्ट करने की उम्मीद है। पिछले दिनों आई यूपीएचएसएसपी की टीम में दस आर्किटेक्चर शामिल थे। उन्होंने ओपीडी, पैथोलॉजी समेत विभिन्न वार्डो का सर्वे किया था।

एक छत के नीचे होगा इलाज

सड़क के दोनों ओर अस्पताल होने से मरीजों को इलाज पाने में समय लगता है। टीम अपनी रिपोर्ट में ऐसा प्लान पेश करेगी जिससे मरीजों को एक ही छत के नीचे इलाज मिले। इसी तरह का प्रयास विभिन्न जांचों के लिए भी होने की उम्मीद है।

आर्किटेक्चरों ने जो ले-आउट तैयार किया है, उसके मुताबिक इस भवन का विस्तार किया जाएगा। इसमें ट्वायलेट की संख्या एक से बढ़ाकर दो करने का प्रस्ताव शामिल है।

वर्जन

अस्पताल की पुरानी इमारत पुरातात्विक महत्व की होने के साथ उस दौर के शिल्प का नमूना है। धरोहरों की सूची में इस बिल्डिंग का शामिल होना हमारे लिए भी गौरव की बात है।

डॉ। रीमा बराट, हॉस्पिटल मैनेजर