-जिला महिला अस्पताल के आवासी एरिया में पांच दिनों से गुल है बिजली

-डॉक्टर्स व हेल्थ एंप्लाइज के फैमिली मेंबर्स ने किया प्रदर्शन

-तीन घंटे तक चलता रहा ड्रामा, दौ सौ मरीज बिना इलाज के लौटे

GORAKHPUR:

जिला महिला अस्पताल के आवासीय एरिया के लोगों का गुस्सा शनिवार को फूट पड़ा। पिछले पांच दिनों से बिजली न आने के कारण यहां के लोग काफी परेशानी झेल रहे थे। बिल के बकाए में पांच दिन पहले विभाग ने यहां रहने वाले 80 परिवारों की बिजली काट दी थी। तभी से यहां के लोगों का दैनिक जीवन काफी कठिन हो गया था। आंदोलित डॉक्टर्स व हेल्थ एंप्लाइज के फैमिली मेंबर्स ने अस्पताल के मेन गेट में ताला बंद कर जमकर प्रदर्शन किया। तीन घंटे तक चले प्रदर्शन के दौरान करीब दो सौ मरीज बिना इलाज कराए ही लौट गए।

फूट पड़ा आक्रोश

जिला महिला अस्पताल के आवासीय कैंपस में रहने वाले 80 फैमिली की बिजली 47 लाख रुपये के बिल के बकाए में विभाग की ओर से काटी गई थी। सुबह करीेब 9 बजे आवास में रहने वाले लोग आंदोलित हो उठे। धीरे-धीरे कर्मचारियों के फैमिली मेंबर्स जुटने लगे।

हेल्थ एंप्लाइज के गुस्से का शिकार हुए मरीज

जिला महिला अस्पताल के हेल्थ एंप्लाइज के गुस्से का खामियाजा इलाज कराने आए मरीजों को उठाना पड़ा। मरीज ओपीडी तक जाने के लिए कर्मचारियों से गेट खोलने की गुजारिश करते रहे, लेकिन आवासों में रहने वाले लोग अपने जिद पर अड़े रहे। मेन गेट पर प्रदर्शन होता देख सैकडों मरीज निजी अस्पतालों में चले गए। अस्पताल की ओपीडी में 50 प्रतिशत गिरावट आई। हर रोज करीब साढ़े चार सौ मरीजों की ओपीडी होती है, लेकिन शनिवार को सिर्फ ढ़ाई सौ मरीजों का ही इलाज हुआ।

मिला आश्वासन तब बनी बात

हेल्थ कर्मचारियों के फैमिली मेंबर्स खाली बाल्टी, मग और डिब्बे लेकर मेन गेट बैठ गए। प्रदर्शन की सूचना पाकर कोतवाली पुलिस और महिला अस्पताल के एसआईसी डॉ। एके गुप्ता भी पहुंच गए। सक्रिय हुए स्वास्थ्य विभाग के अफसरों ने बिजली विभाग के अफसरों से बात की। विभाग ने एक हफ्ते में भुगतान करने की समय सीमा निर्धारित की। इसके बाद कनेक्शन जोड़ दिया गया। कनेक्शन जुड़ने के बाद ही प्रदर्शन खत्म हो गया। करीब एक बजे सिटी मजिस्ट्रेट ज्ञान प्रकाश श्रीवास्तव पहुंचे। उन्होंने अस्पताल प्रशासन से बिजली से संबंधित रिकार्ड मंगाकर बिल जमा कराने के संबंध में जरूरी निर्देश दिए।

ये है मामला

जिला महिला अस्पताल कैंपस में 72 कर्मचारी और 8 डॉक्टर्स के आवास हैं। हेल्थ कर्मचारी और डॉक्टर के वेतन से बिजली के बिल के मद में मामूली कटौती ही जाती है। 80 फैमिली मेंबर्स से बिजली के बिल के मद में विभाग हर महीने सिर्फ 50 हजार ही वसूल पाता है।

वर्जन

बिजली विभाग के अफसरों से बात की गई है, एक हफ्ते के अंदर भुगतान करने को कहा गया है। कनेक्शन जुड़ गया है। भुगतान के लिए बीच का रास्ता निकाला जाएगा। जिससे परेशानी दूर की जा सके।

डॉ। एके गुप्ता, एसआईसी जिला महिला अस्पताल