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नंबर गेम

- 100 दिन में 20 हजार नए कंज्यूमर्स बनाने का टॉरगेट मिला है हर जोन को

- 5 कुल सर्किल हैं गोरखपुर जोन में

- 100 दिन में महानगर सर्किल में बनाने हैं चार हजार नए कंज्यूसर्म

- 1.65 लाख कंज्यूमर्स हैं वर्तमान में महानगर सर्किल में

- 1.70 लाख कंज्यूमर्स की संख्या करनी है

- 2 लाख कुल कंज्यूमर्स की संख्या कर देनी है इस वित्तीय वर्ष के अंत तक

(जैसा कि पूर्वाचल विद्युत वितरण निगम के तत्कालीन एमडी टेक्नीकल अजीत कुमार (वर्तमान समय में मध्यांचल के एमडी) ने बताया.)

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- अब किराएदारों को भी लेना होगा कनेक्शन, लगे हैं सब मीटर तो लेने होंगे सबको अलग कनेक्शन

- कंज्यूमर्स और आमदनी बढ़ाने का फंडा, 30 हजार भी बढ़े कनेक्शन तो विभाग को मिलेंगे 30 लाख एक्स्ट्रा

GORAKHPUR: बिजली विभाग पब्लिक को जितनी बिजली नहीं देता, उससे अधिक 'करंट' देता है। अब विभाग ने अपनी कमाई और कंज्यूमर्स की संख्या बढ़ाने के लिए जो नया फंडा अपनाया है, उससे शहरवासियों के साथ ही उनको भी करंट लगने वाला है जो यहां किराए पर रहते हैं। जी हां, अब यदि आप किराएदार हैं या सब मीटर यूज करते हैं तो आपको अलग कनेक्शन लेना होगा। इस तरह आप जो बिजली कंज्यूम करेंगे उसका बिल तो भरना ही होगा, कनेक्शन के चलते फिक्स चार्ज भी देना होगा। इस तरह यदि इस वित्तीय वर्ष में 30 हजार कंज्यूमर्स भी जुड़ते हैं तो विभाग को फिक्स चार्ज के रूप में 30 लाख रुपए एक्स्ट्रा मिलेंगे। विभाग इससे भी आगे बढ़कर मोहल्ले में घरेलू कनेक्शन से चलने वाली दुकानों को चिह्नित कर उन्हें भी कॉमर्शियल कनेक्शन का नोटिस थमाएगा।

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ऐसे में लेने होंगे आपको नए कनेक्शन

- यदि सब मीटर का यूज हो रहा है तो सब मीटर की जगह सभी को सेपरेट कनेक्शन दिया जाएगा।

- यदि किसी मकान में अपार्टमेंट जैसी व्यवस्था है और एक ही कनेक्शन है तो कनेक्शन अलग किए जाएंगे।

- यदि कनेक्शन की क्षमता से अधिक बिजली कंज्यूम हो रहा है तो नया कनेक्शन दिया जाएगा।

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कनेक्शन के लिए किराएदार को देने होंगे यह डॉक्यूमेंट्स

- मकान मालिक की तरफ से दिया गया शपथ पत्र

- अपना आधार कार्ड या अन्य परिचय पत्र

- स्थानीय किसी संस्थान में काम कर रहे हैं तो वहां से जारी पत्र

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पब्लिक को यह लाभ

- सबका अलग कनेक्शन होगा तो वह बिजली कम कंज्यूम करेगा, बिल कम आएगा।

- मकान मालिक या किराएदार को यह डर नहीं होगा कि बिजली कोई और कंज्यूम करेगा और पैसे उसे भी देने होंगे।

- जब बिजली बचेगी तो लो वोल्टेज की प्रॉब्लम खत्म होगी और अधिक बिजली मिलेगी।

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विभाग की कमाई का यह है फंडा

- जितने अधिक कंज्यूमर्स होंगे, उतना अधिक पैसा मिलेगा।

- नए कनेक्शन से प्रति किलोवाट का चार्ज बिजली विभाग को मिलेगा, जबकि कंज्यूमर जितनी बिजली खपत करेंगे, उसका चार्ज अलग से होगा।

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इस तरह समझिए

- 3 माह में 5000 भी कंज्यूमर्स बनते हैं तो फिक्स चार्ज के रूप में प्रत्येक माह 5 लाख रुपए एक्स्ट्रा मिलेंगे विभाग को।

- 30 हजार भी कनेक्शन बढ़ जाए वित्तीय वर्ष में तो प्रत्येक माह 30 लाख रुपए एक्स्ट्रा शहरवासियों को देने होंगे।

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और विभाग इस तरह बढ़ाएगा कॉमर्शियल कनेक्शन

शहर या ग्रामीण एरिया में अधिकतर मकानों में घरेलू कनेक्शन हैं लेकिन मकान के बाहरी हिस्से में दुकान भी चलती है। ऐसे में दुकान में भी घरेलू कनेक्शन से ही बिजली खपत की जाती है लेकिन अब ऐसा नहीं होगा। यदि आपके मकान में दुकान है तो मकान के लिए तो घरेलू कनेक्शन रखना ही होगा, दुकान के लिए कम से कम एक किलोवॉट का कॉमर्शियल कनेक्शन लेना होगा।

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दर्द के बाद मरहम का भी इंतजाम

यूपीपीसीएल की तरफ से नए कनेक्शन के लिए मजबूर कर पब्लिक को करंट देने के बाद उसे मरहम लगाने का भी इंतजाम किया गया है। योजना है कि बिजली चोरी को रोककर, वैध कंज्यूमर्स कचे अच्छी बिजली मुहैया कराई जाए। इसके लिए यूपीपीसीएल अब गुजरात की तर्ज पर काम करेगा। बिजली चोरी रोकने के लिए गुजरात की तर्ज पर कनेक्शन काटे जाएंगे व केस दर्ज कराए जाएंगे। इसमें पुलिस को यह सुविधा दी जाएगी कि वह बिजली चोरी पाते ही खुद ही मुकदमा दर्ज करा सकती है। वहीं जिला प्रशासन की मदद से बड़े स्तर पर चेकिंग अभियान चलाया जाएगा।

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वर्जन

जब भी मीटिंग हो रही है, उसमें बिजली चोरी रोकने और कंज्यूसर्म की संख्या बढ़ाने के लिए कहा जा रहा है। जल्द ही इस दिशा में काम किए जाएंगे।

- एके सिंह, एसई, महानगर विद्युत वितरण निगम