-बिजली निगम के कर्मचारियों की करतूत

-टरकाते रहे मामला, उपभोक्ता पहुंचा कोर्ट

GORAKHPUR: जिले में बिजली का कनेक्शन लेने बाद बिल के इंतजार में बैठे उपभोक्ताओं की मुसीबत बढ़ सकती है। बिल के लिए दौड़ाने वाले कर्मचारी लाकअप की हवा खिला सकते हैं। गगहा के पिछौरा निवासी बिजली उपभोक्ता अजय कुमार को विभाग ने बिल नहीं दिया। उल्टे बिजली चोरी के आरोप में कर्मचारियों ने लाकअप की हवा खिलवा दी। परेशान हाल उपभोक्ता ने बिजली निगम के चीफ इंजीनियर को लीगल नोटिस भेजकर तहसील से जारी आरसी को कैंसिल कराने की गुहार लगाई है।

साल भर करते रहे बिल का इंतजार

गगहा, पिछौरा निवासी अजय कुमार ने विद्युत वितरण खंड दो के ऑफिस से 17 मार्च 2016 को बिजली का कनेक्शन लिया था। दो किलोवाट का कनेक्शन देने की पूरी कीमत वसूलकर विभाग के कर्मचारियों ने रसीद जारी कर दी। तीन-चार माह तक बिल न मिलने पर उपभोक्ता ने दौड़भाग शुरू कर दी। अजय कुमार कहना है कि खंड के अधिशासी अभियंता, बिलिंग सेंटर और लोकल जूनियर इंजीनियर को पत्र देकर बिल उपलब्ध कराने की मांग की। लेकिन आजकल-आजकल कहकर उपभोक्ता को टकराया जाता रहा। कनेक्शन लेने पर मीटर नहीं लगाया गया। बकाया बिल के संबंध में भी कोई सूचना उपभोक्ता को नहीं दी गई।

तहसील से जारी हुई आरसी, उड़ गए होश

बिल के इंतजार में बैठे उपभोक्ता की तलाश में अचानक कर्मचारी पहुंचे। तहसील कर्मचारियों ने बताया कि 77 हजार 846 रुपए का बकाया जमा कराने के लिए आरसी जारी की गई है। तहसील कर्मचारियों ने उपभोक्ताओं को पकड़ लिया। रुपए जमा कराने के लिए उसे हवालात में पहुंचा दिया। बिजली निगम के कर्मचारियों से परेशान उपभोक्ता ने विधिक राय ली। उसने आरसी निरस्त करने की मांग उठाते हुए विभिन्न विद्युत अधिनियमों के उल्लंघन का मामला बताकर चीफ इंजीनियर को लीगल नोटिस जारी किया।

बिलिंग कंपनी की गड़बड़ी, भुगत रही पब्लिक

यह अकेले अजय कुमार की व्यथा नहीं है। शहर से लेकर देहात तक करीब सवा लाख उपभोक्ता बिजली बिल का इंतजार कर रहे हैं। कनेक्शन लेने के एक साल से लेकर दो साल तक उपभोक्ताओं को बिल नहीं मिल सका है। ऐसे में उन सभी उपभोक्ताओं के खिलाफ आरसी जारी हो सकती है जिनका बकाया जमा नहीं हुआ है। बिलिंग में गड़बड़ी और मीटर लगाने में लापरवाही उपभोक्ताओं पर भारी पड़ रही है।