-25 सितंबर से शुरू होने वाली आयुष्मान भारत योजना के लिए 45 हॉस्पिटल ने किया आवेदन

-सरकारी अस्पताल व निजी हॉस्पिटलों में मिलेगी बेहतरीन चिकित्सकीय सुविधाएं

- ऑनलाइन छह हॉस्पिटल का हुआ चयन, प्रक्रिया शुरू

GORAKHPUR: गोरखपुर जिले के अति गरीब करीब तीन लाख परिवारों को आयुष्मान भव का आर्शिवाद मिलना है। अगर इस परिवार का कोई भी सदस्य बीमार होता है तो उसे अच्छे इलाज के लिए दर-दर भटकने की जरूरत नहीं होगी। अब ये लोग शहर के नामचीन हॉस्पिटल में पांच लाख का मुफ्त इलाज करा सकेंगे। गोरखपुर में आयुष्मान मिशन के तहत इलाज की सुविधा देने के लिए 45 हॉस्पिटल ने ऑनलाइन आवेदन किए हैं। जिसमें से छह का चयन कर लिया गया है। अन्य की प्रक्रिया चल रही है। 25 सितंबर से गरीबों को इस योजना का लाभ मिलने लगेगा।

कार्ड दिखाकर करा सकेंगे मुफ्त इलाज

आयुष्मान भारत-नेशनल हेल्थ प्रोटेक्शन मिशन के तहत आर्थिक रूप से गरीब परिवारों को चिन्हित किया गया है। इसके लिए सिटी के मलिन बस्ती और रूरल एरिया में कैंप लगाकर उन्हें इससे जोड़ा गया है। गोरखपुर में सिटी व रूरल एरिया मिलाकर कुल गरीब परिवार की संख्या दो लाख 88 हजार है। जिसमें परिवार के सभी सदस्यों के नाम शामिल हैं। इस योजना से जुड़े किसी भी परिवार का सदस्य गंभीर बीमारी से ग्रसित होता है तो हेल्थ विभाग के जारी कार्ड दिखाकर चयनित हॉस्पिटल में अपना इलाज करा सकता है। उन्हें इलाज के बदले एक भी रुपये नहीं देने होंगे। अस्पताल में भर्ती होने से लेकर डिस्चार्ज तक का खर्च शामिल है।

ऑनलाइन आवेदन करने वाले निजी हॉस्पिटल--45

-अभी तक चयनित हॉस्पिटल-06

-आयुष्मान से जुड़े सिटी परिवार--46324

-आयुष्मान से जुड़े ग्रामीण परिवार--241706

हॉस्पिटल पर तैनात रहेंगे आयुष्मान मित्र

आयुष्मान योजना के तहत जुड़ने वाले अस्पतालों पर एक-एक आयुष्मान मित्र की तैनाती की गई है। जिसके लिए हॉस्पिटल के पास काउंटर होगा। मरीज यदि चयनित हॉस्पिटल पर इलाज के लिए जाते हैं तो आयुष्मान मित्र फौरन उनका सहयोग करेगा और उन्हें भर्ती कराने के साथ डिस्चार्ज की जिम्मेदारी होगी। इसके लिए हॉस्पिटल व लाभार्थियों को पोर्टल से जोड़ा गया है। जिस किसी को इसका लाभ लेना होगा वह बेवसाइट पर जाकर हॉस्पिटल का चयन कर सकता है।

वर्जन

अभी तक योजना से जुड़ने के लिए करीब 45 हॉस्पिटल ने ऑनलाइन आवेदन किया हैं। जिसमें से छह हॉस्पिटल का चयन हो चुका है। अभी कई हॉस्पिटलों ने ऑनलाइन आवेदन की प्रक्रिया पूरी नहीं की हैं। जल्द ही जांच कर उन्हें भी इससे जोड़ लिया जाएगा। 25 सितंबर से योजना का शुभारंभ किया जाना है। तब तक सभी प्रक्रिया पूरी कर ली जाएगी।

डॉ। श्रीकांत तिवारी, सीएमओ गोरखपुर