- पिछले साल नवंबर में गेहूं से मंडी समिति को मिला था 21 लाख टैक्स

- अन्य जींस ने राजस्व संभाला फिर भी आठ लाख के घाटे में मंडी

GORAKHPUR: गेहूं ने इस बार मंडी को झटका दे दिया है। पिछले साल की तुलना में इस बार लगभग ढाई गुना कम गेहूं का टैक्स मंडी को मिला है। पिछले साल नवंबर में गेहूं से मंडी समिति को 21 लाख रुपए टैक्स मिला था तो इस साल नवंबर में यह टैक्स मात्र नौ लाख रुपए रहा। हालांकि अन्य जींस ने नवंबर के राजस्व को संभाल लिया है, फिर भी समिति आठ लाख के घाटे में है।

बाजार से खत्म हो गया गेहूं

मंडी से जुड़े लोगों की मानें तो टैक्स घटने की वजह है कि बाजार से गेहूं खत्म हो गया है। सरकार ने इस बार गेहूं का अच्छा रेट दिया, इस वजह से किसानों ने ज्यादातर गेहूं सरकार को बेच दिया। व्यापारी हाथ मलते रह गए। इसी का नतीजा है कि बाजार में गेहूं नहीं है। विभागीय सूत्रों की मानें तो मंडी प्रशासन पिछले कई साल से गेहूं की खरीद फरोख्त में मंडी समिति को टैक्स से काफी फायदा मिला। पिछले साल जहां मंडी समिति को गेहूं से 21 लाख रुपए का टैक्स मिला था लेकिन इस साल माह नवंबर में नौ लाख रुपए पर आकर सिमट गया है। मगर 10 फीसदी अन्य जींस की टैक्स से मंडी को फायदा हुआ है।

वर्जन

नवंबर माह में गेहूं के टैक्स में गिरावट आई है लेकिन अन्य जींस में दस फीसदी का फायदा हुआ है। इधर लगातार टैक्स में बढ़ोत्तरी हो रही है।

- सेवा राम वर्मा, सचिव मंडी