- पत्र भेजकर शातिर टोनी ने धमकाया

- पुलिस कर रही मामले की पड़ताल

GORAKHPUR: शहर में विकास का काम न कराने का आरोप लगाते हुए शातिर बदमाश टोनी ओझा ने मेयर डॉक्टर सत्या पांडेय को पत्र भेजकर जानमाल की धमकी दी है। उसने कहा है कि 26 अगस्त तक पद से इस्तीफा न देने पर मेयर को अंजाम भुगतना पड़ेगा। मंगलवार को तिहाड़ जेल से भेजी गई चिट्ठी मेयर को मिली। मेयर की सूचना पर पुलिस अधिकारी मामले की जांच में जुटे हैं। एसएसपी ने कहा कि तिहाड़ जेल से चिट्ठी भेजने के मामले की जांच की जा रही है। धमकी को देखते हुए मेयर की सुरक्षा बढ़ा दी गई है। इसके पहले मेयर का घर उड़ाने की धमकी दी जा चुकी है।

स्पीड पोस्ट से आई टोनी की धमकी

मेयर डॉक्टर सत्या पांडेय मंगलवार की दोपहर दफ्तर में बैठी थीं। तभी डाक सेक्शन से उनके पास कर्मचारी पत्र लेकर पहुंचे। विभागीय पत्रों की जांच पड़ताल करके मेयर उनको कार्रवाई के लिए आगे बढ़ा रही थीं। लेकिन एक पत्र सामने आने पर वह ठिठक गई। मेयर के घर के पते से टोनी ओझा नाम के एक शख्स ने स्पीड पोस्ट किया था। मेयर ने लिफाफा खोला तो कुछ देर के लिए वह सन्न रह गई।

इस्तीफा न देने पर जाएगी जान

शातिर वाहन चोर टोनी ओझा गोरखपुरिया के नाम से पत्र लिखा गया था। शहर के लिए कुछ भी न करने का मेयर पर आरोप लगाते हुए पद से इस्तीफा देने धमकी वाले लहजे का इस्तेमाल किया था। पत्र लिखने वाले ने मेयर को 26 अगस्त तक पद से इस्तीफा देने को कहा। चेताया कि पद से इस्तीफा न देने पर 31 अगस्त तक वह मेयर की हत्या करवा देगा। पत्र में साफ लिखा कि शहर का अगला मेयर उसका भाई मनोज ओझा है। धमकी भरा पत्र मिलने पर मेयर ने तत्काल डीएम और एसएसपी को सूचना दी। मेयर को जानमाल की धमकी मिलने से पुलिस हरकत में आ गई। नगर निगम में हड़कंप मच गया। पत्र को कब्जे में लेकर अधिकारी जांच में जुट गए।

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पत्र का मजमून

मेयर साहिबा,

कैसी हो मेयर साहिबा, आप ने शहर के लिए कुछ भी नहीं किया है। इसलिए आप अपना मेयर पद छोड़ दो। क्योंकि शहर की जनता अब आप को नहीं, मेरे छोटे भाई मनोज ओझा को मेयर पद पर देखना चाहती है। इसलिए आप अपना पद छोड़ दें। यदि आप ने 26 अगस्त तक पद से इस्तीफा नहीं दिया तो मैं 31 अगस्त तक आपकी हत्या कर करवा दूंगा। क्योंकि जल्द ही शहर का अगला मेयर मनोज ओझा है।

-टोनी ओझा गोरखपुरिया, केंद्रीय कारागार, हाई रिस्क वार्ड तिहाड़ जेल।

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डॉक्टर से मांगे थे एक करोड़

21 अप्रैल 2016: टोनी ओझा के नाम पर डॉक्टर डीपी सिंह को पत्र भेजकर जानमाल की धमकी दी गई थी।

2011:

वाहन चोरी के मामलों में बंद टोनी ओझा वर्ष 2011 में पेशी के दौरान भाग गया था। बाद में गिरफ्तार किया गया। खुद को पकड़वाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाले खोराबार के तत्कालीन एसओ राजीव रंजन को हत्या की धमकी दी।

फेसबुक पर लगाई थी फोटो

21 फरवरी 2016 को टोनी की कोर्ट में पेशी थी। पेशी पर लौटने पर लखनऊ में ट्रेन लेट हो गई। इस दौरान वह प्लेटफार्म पर उतरा। प्लेटफार्म की बेंच पर बैठकर पुलिस वालों के असलहे हाथ में लेकर कई तस्वीरें खिंचवाई। तिहाड़ पहुंचकर उसने जब फोटो अपलोड किया। कई माह बाद पुलिस अधिकारियों को इसकी जानकारी हुई। इस मामले में पुलिस कर्मचारियों के भूमिका की जांच शुरू हुई। पूर्व एसएसपी अनंत देव के तबादले के साथ जांच ठंडे बस्ते में चली गई।

मुझे किसी ने पत्र भेजकर धमकी दी है। इसकी जानकारी मैंने एसएसपी को दे दी है। शहर में मेरी सक्रियता बनी रहेगी। पब्लिक के लिए हर स्थिति से निपटने को तैयार हैं। धमकी किसने और क्यों दी है। इसके बारे में एसएसपी जांच कराएंगे।

डॉ। सत्या पांडेय, मेयर