- बीआरडी में प्रथम वर्ष के छात्र, अभिभावक व शिक्षक का अभिनंदन समारोह

GORAKHPUR:

बीआरडी में पहली बार स्टूडेंट्स, अभिभावक और शिक्षकों का अभिनंदन समारोह आयोजित किया गया। गुरुवार को प्रिंसिपल डॉ। राजीव मिश्रा और डॉ। पूर्णिमा ने समारोह में आए सभी लोगों का स्वागत किया। इस मौके पर शिक्षकों ने एमबीबीएस प्रथम वर्ष के स्टूडेंट्स को टिप्स दिए वहीं अभिभावकों के सामने उनकी करतूत भी बताई।

अपने कॅरियर पर रखें विशेष ध्यान

एनाटमी विभाग के एचओडी डॉ। रामजी सिंह ने बताया कि एमसीआई के मानक के अनुसार 75 प्रतिशत से कम की उपस्थिति होने पर स्टूडेंट्स को परीक्षा में बैठने का अधिकार नहीं होता है। लेकिन यदि स्टूडेंट्स के गैरहाजिर होने पर उन्हें परीक्षा में बैठने से रोकते हैं तो कुछ प्रभावशाली अभिभावक बंदूकधारी के साथ धमक जाते हैं और दबाव बनाते हैं जो गलत है। कहा कि यह उम्र कॅरियर बनाने की है। सबसे पहले छात्र अपनी पढ़ाई पर ध्यान दें जिसके लिए वे यहां आए हैं। फिजियोलॉजी विभाग के प्रो। एबी अस्थाना ने कहा कि स्टूडेंट्स को ज्यादा समय पढ़ाई में लगाना चाहिए। मानता हूं कि 24 घंटे कोई भी नहीं पढ़ सकता है लेकिन पढ़ने के बाद जो समय बच जाए, उसे एक्ट्रा एक्टिविटी कर सकते हैं। पांच साल की मेहनत से आगे के काम्प्टीशन अचिव कर सकते हैं।

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यहां पढ़ाई का अच्छा माहौल

एसपीएम के डॉ। डीके श्रीवास्तव ने कहा, एक कदम उठाता था अगर राहे शौक में मंजिल राही उम्र भर ढूंढ़ती रहे टीचर स्टूडेंट्स को डांटते हैं तो उनकी भलाई के लिए। यहां हॉस्टल में बच्चों के लिए एक-एक कमरा है और उनके पढ़ने का अच्छा माहौल है। अभिभावकों को नसीहत देते हुए कहा कि आप अपने बच्चों पर खुद नजर रखें। छुट्टियों में स्टूडेंट्स अपने घर जाते हैं और लंबे समय रह जाते हैं। कार्यक्रम का संचालन डॉ। प्रियंका राय ने किया। इस अवसर पर डॉ। सत्य प्रकाश, एनाटमी विभाग के डॉ। योगेंद्र सिंह, डॉ। देवेश, डॉ। शैला आदि मौजूद थे। बीआरडी में एमबीबीएस वर्ष 2016 बैच में दाखिला ले रहे स्टूडेंट्स में रैगिंग का डर कम करने के उद्देश्य से आयोजित सेमिनार में इस वर्ष प्रवेश लेने वाले 100 स्टूडेंट्स शामिल हुए।

कोट्स

यह रैगिंग फ्री कैम्पस है। यहां की फैकल्टी मेंबर में गुणवत्ता है। पढ़ाने के लिए पर्याप्त शिक्षक हैं। साथ ही पढ़ाई का बेहतर माहौल है।

- नागेंद्र कुमार, गोरखपुर

बीआरडी का हॉस्टल काफी गंदा है। यहां स्टूडेंट्स को रहने तक की व्यवस्था नहीं है। हॉस्टल में सफाई व्यवस्था ठीक न होने की वजह से संक्रमण का खतरा रहता है। यहां के किचन की भी हालत खस्ता है।

- शीतला मौर्या, भदोही