-आनलाइन होगा मेडिकल कॉलेज, बनेगा सर्वर रूम

-शासन ने पुराने मेडिकल कॉलेज के लिए किया धन आवंटित

GORAKHPUR: अब पीजीआई की तर्ज पर बीआरडी मेडिकल कॉलेज ऑनलाइन होने जा रहा है। इसके लिए बीआरडी मेडिकल कॉलेज पूरी तरह से गंभीर है। शासन से इसके लिए बजट एलाट कर दिया गया है। अब लखनऊ में बैठे अफसर बीआरडी मेडिकल कॉलेज की मानिटरिंग कर सकेंगे। इतना ही नहीं पैथोलॉजी रिपोर्ट से लगायत मरीजों की भर्ती व ओपीडी में कितने आए और कितने का ऑपरेशन हुआ ये सभी आकड़े ऑनलाइन किए जाएंगे। साथ ही संबंधित विभाग को भी इससे जोड़ा जाएगा। इसके लिए अलग से सर्वर रूम तैयार किया जा रहा है।

बीआरडी मेडिकल कॉलेज को ऑनलाइन करने के लिए प्रदेश सरकार ने बजट एलाट कर दिया है। पुराने मेडिकल कॉलेज में फिलहाल पहले चरण में ऑनलाइन व्यवस्था शुरू करने की तैयारी चल रही है। दूसरे चरण में अन्य मेडिकल कॉलेजों को इससे जोड़ा जाएगा। हालांकि मेडिकल कॉलेज प्रशासन तीन माह में काम पूरा करने का दावा कर रही है। इसके लिए ई टेंडर भी हो चुका है। बताते चलें कि ऑनलाइन सुविधा होने से मरीजों को इसका लाभ मिलेगा। पहले जहां मरीजों को जांच के लिए अलग-अलग काउंटर पर दौड़ भाग करनी पड़ती थी। साथ ही जांच के लिए घंटों लाइन में लगना पड़ता था। वहीं बेड हेड टिकट गायब होने पर अफसरों व कर्मचारियों को दो चार होना पड़ता था। इसके अलावा पैथोलॉजी सेंटर से रिपोर्ट भी समय पर नहीं उपलब्ध हो पाती थी। बीआरडी मेडिकल कॉलेज में ऑनलाइन सुविधा हो जाने से मरीजों को काफी सहुलियत मिलेगी।

अब मरीजों को नहीं होना पड़ेगा परेशान

बीआरडी मेडिकल कॉलेज में इलाज के लिए हर रोज ओपीडी में चार से पांच हजार मरीज आते हैं। इन्हें पर्ची से लेकर जांच और रिपोर्ट के लिए घंटों लाइन में अपनी बारी का इंतजार करना पड़ता है। इसकी वजह से मरीजों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ता है। इससे निजात दिलाने के लिए बीआरडी में ऑनलाइन सिस्टम लागू करने की तैयारी शुरू कर दी है।

समय पर होगी रिपोर्टिग

बीआरडी में ऑनलाइन सुविधा होने से समय से रिपोर्टिग हो सकेगी। साथ ही लखनऊ में बैठे शासन स्तर के अफसरों को भी पल-पल की जानकारी मिल सकेगी। इसके लिए बीआरडी मेडिकल कॉलेज प्रशासन ऑनलाइन सिस्टम शुरू करने के लिए युद्ध स्तर पर लग गया है।

---------------------

ये विभाग होंगे ऑनलाइन

-प्रिंसिपल कार्यालय

- मेडिकल कॉलेज के विभिन्न डिपार्टमेंट

- ऑपरेशन थियेटर

- ओपीडी

- सेंट्रल पैथोलॉजी, एक्स-रे, अल्ट्रासाउंड

- सिटी स्कैन, एमआरआई सेंटर

- यूजर चार्ज काउंटर

- पर्ची काउंटर

- ट्रामा सेंटर का इमरजेंसी

- एसआईसी कार्यालय

- ड्रग स्टोर, सर्जिकल स्टोर आदि

--------------------

वर्जन

ऑनलाइन व्यवस्था के लिए ई टेंडर हो चुका है। कार्यदायी संस्था को काम एलाट कर दिया गया है। बहुत जल्द कार्य शुरू हो जाएगा।

डॉ। आरएस शुक्ला, एसआईसी