- नगर विधायक विधायक ने प्रशासन के खिलाफ खोला मोर्चा

- कहा आबादी के बीच शराब की दुकान खोलने नहीं दिया जाएगा

GORAKHPUR: अपने ऊपर लगे आरोप के बाद सोमवार को नगर विधायक डॉ। राधा मोहन दास अग्रवाल ने पीडि़त महिलाओं को लेकर प्रेस कांफ्रेंस किया। आरएमडी ने कहा कि दलित प्रैग्नेंट महिला के आंसूओं को भी उनकी कमजोरी कोई न समझे। पिछले कुछ दिनों से यहां का प्रशासन शहर को मयखाना बनाने में जुटा है। प्रशासन की इस मंशा को किसी हाल में पूरा नहीं होने दिया जाएगा।

योगी जी नहीं है तो अनाथ न समझे पब्लिक को

विधायक डॉ। आरएमडी ने कहा कि रविवार को नंदा नगर में था, उसी समय यहां की महिलाओं ने मुझे फोन किया और कहा कि योगी जी नहीं है तो हम अनाथ हो गए हैं और प्रशासन हमारे गली में शराब की दुकान खोल रहा है। इस पर मैं चला गया। योगी जी नहीं है तो उनके आदेश पर पब्लिक के साथ हो रहे अन्याय के खिलाफ लडूंगा। वहां गया तो पता चला कि यहां तो पुलिस ने महिलाओं पर कहर बरपाया है। ऐसे में मैंने मांग की कि मैं एसडीएम और आबकारी विभाग के अधिकारियों से बात करूंगा। अभी बात कर ही रहा था कि वह बीच में बोल दी, जिस पर मैंने उनको चुप कराया।

इस दौरान विधायक ने पुलिस पर आरोप लगाया और कहा कि सीमा पांच माह की गर्भवती है, जिसके पहले पेट पर और उसके बाद पीठ पर पुलिस वालों ने पैर से मारा। 70 वर्षीय बुढ़ी महिला को पुलिसकर्मियों ने हाथ मड़ोड कर तोड़ने का प्रयास किया। बच्चा अपनी मां को बचाने गया तो इसको उठाकर गड्ढे में फेंक दिया गया। अगर इनको कुछ हो जाती तो कौन जिम्मेदार होता।

चिलुआताल एसओ की क्यों नहीं हो रही जांच

इस दौरान विधायक ने कहा कि 15 दिन पहले जब यहां दुकान खुल रही थी तो पब्लिक ने विरोध किया। उस समय भी मैं गया। मौके पर पहुंचे एसडीएम और आबकारी अधिकारी के साथ समझौता हुआ कि यहां कोइलहवां गांव में शराब की दुकान नहीं खुलेगी। मगर पिछले पांच दिन से दुकान खुलने लगी थी। मुझे जानकारी होने के बाद मैंने चिलुआताल एसओ को फोन किया और बताया तो उन्होंने बंद कराने का आश्वासन दिया, लेकिन बंद नहीं हुई। इसकी जांच होनी चाहिए।

10 को गांधी प्रतिमा पर बैठूंगा

नगर विधायक ने कहा कि शहर को शराबखाना नहीं बनने दिया जाएगा। शहर में अगर शराबखाना किसी आबादी वाले एरिया में खुल रहा है और पब्लिक परेशान है तो 10 मई को मैं गांधी प्रतिमा पर बैठूंगा, कोई भी यहां पर आकर अपना अप्लीकेशन दे सकता है।