- नगर आयुक्त के पटकते ही टूट गई ईट

- 30 ट्रॉली आई है घटिया क्वालिटी की ईट

- निर्देश के बावजूद नहीं बदली गई ईंटें

GORAKHPUR: नगर निगम के ठेकेदार हों या अधिकारी, सभी मौका मिलते ही निगम को चूना लगाने में लग जाते हैं। इस बार निगम के स्टोर में घटिया ईट सप्लाई के नाम पर यह खेल खेला गया है। यहां अच्छी क्वालिटी के नाम पर लगभग 30 ट्रॉली ईट मंगाई गई थीं। लेकिन असलियत में ये पूरी खेप बेहद घटिया क्वालिटी की है। बीते बुधवार को नगर आयुक्त के निरीक्षण में स्टोर कर्मचारियों के इस खेल की पोल खुली थी। इस दौरान नगर आयुक्त ने शक होने पर एक ईंट पटकी जो गिरते ही टूट गई। इस पर उन्होंने नाराजगी जताते हुए जिम्मेदारों को खूब खरीखोटी सुनाई थी।

होते हैं कई जरूरी कार्य

नगर निगम के स्टोर में रखे हुए सामान इमरजेंसी कार्यो के लिए रखे जाते हैं। इनसे 10 से 15 मीटर तक की किसी टूटी सड़क को ठीक कराना, छोटी नाली बनाना, अचानक किसी वीआईपी प्रोग्राम होने पर रोड बनाने जैसे महत्वपूर्ण कार्य इन ईटों से होते हैं। इसके अलावा कहीं पर खड़ंजे की जरुरत पड़ गई तो इन्हीं ईटों का प्रयोग किया जाता है।

नगर आयुक्त ने दी चेतावनी

बीते बुधवार को नगर आयुक्त बीएन सिंह नगर निगम स्टोर का निरीक्षण करने गए थे। उनके साथ एक्सईएन वीएस पटेल भी थे। नगर आयुक्त ने ईटों को देखा तो क्वालिटी देखने के लिए एक ईट लेकर जमीन पर पटक दी। जमीन पर गिरते ही ईट टूट गई। उन्होंने एक्सईएन से बोला तो उन्होंने भी दो ईट चेक कीं, जो तुरंत टूट गईं। ईंटों की घटिया क्वालिटी देखते ही नगर आयुक्त का पारा चढ़ गया। इस पर नाराजगी जताते हुए उन्होंने स्टोर के जिम्मेदारों को क्वालिटी सुधारने की सख्त चेतावनी दी।

कई साल से चल रहा खेल

नगर निगम के ठेकेदारों पर हमेशा ही घटिया सामानों के उपयोग का आरोप लगता रहा है। लेकिन इस बार अधिकारी ही इस खेल में शामिल हो गए हैं। नगर निगम के स्टोर में सामान मंगाने की पूरी जिम्मेदारी स्टोर इंचार्ज की होती है। ऐसे में नगर निगम के स्टोर में इतनी बड़ी मात्रा में घटिया ईट कहां से आई, इस बारे में सभी ने चुप्पी साध रखी है। कर्मचारियों का कहना है कि हम यहां पर केवल सामान जाने और आने के बारे में बता सकते हैं। कौन सामान किस क्वालिटी का है यह हम लोगों को नहीं पता होता है।

वर्जन

सदन की जमीन का निरीक्षण करने गया था। अचानक ईट पर नजर पड़ी तो क्वालिटी चेक करने के लिए एक्सईएन वीएस पटेल के सामने ईट पटकी तो टूट गई। उस समय तो कोई कार्रवाई नहीं हुई, लेकिन अब ईट की जांच के लिए पत्र लिखने वाला हूं।

- बीएन सिंह, नगर आयुक्त