- रेलवे स्टेशन से हटे खोमचे तो गाडि़यों ने लगाया जाम

- अभियान खत्म होते ही लग जाता था जाम

- अभियान का पब्लिक को नहीं मिला फायदा

GORAKHPUR: अतिक्रमण की समस्या से निपटने के लिए निगम ने सख्त तेवर अपनाने का फैसला किया है। लगातार अभियान चलाने के बाद भी हालत में कोई परिवर्तन नहीं होने के कारण नगर निगम ने अब अतिक्रमणकारियों के खिलाफ ठोस कदम उठाने का फैसला किया है। अतिक्रमण हटाने के बाद भी दोबारा कब्जा करने वालों के खिलाफ नगर निगम अब एफआईआर दर्ज करवाएगा और कानूनी कार्रवाई की जाएगी। पिछले एक महीने में नगर निगम ने शहर की महत्वपूर्ण जगहों से अतिक्रमण हटाने के लिए उनके खिलाफ अभियान चलाया था। इसके बावजूद भी अतिक्रमणकारियों पर इसका कोई प्रभाव नहीं पड़ रहा है। रेलवे स्टेशन के सामने निगम ने सख्ती के साथ अतिक्रमण हटाया तो लेकिन उसका फायदा अभी भी पब्लिक को नहीं मिल पा रहा है। कारण कि उन जगहों पर अब पब्लिक व कॉमर्शियल गाडि़यां खड़ी रहती हैं।

यहां चलाया गया था अभियान

- असुरन चौराहे से मेडिकल कॉलेज तक

- मोहद्दीपुर से अुसरन चौराहे तक

- नौसड़ से हरैया व राजघाट तक

- शास्त्रीचौक से छात्रसंघ चौराहा तक

- अमरुद मंडी से इलाहीबाग तक

- बेतियाहाता व दाउदपुर में

- रेलवे स्टेशन के आसपास

- ट्रांसपोर्ट नगर से रुस्तमपुर तक

- कूड़ाघाट से इंजीनियरिंग कॉलेज तक

- गोरखनाथ रोड

- शाहपुर के कई हिस्सों में

- सिविल लाइंस के आसपास

रास्ता कराया चौड़ा, फिर हो गया थोड़ा

नगर निगम के अतिक्रमण हटाने के बाद रास्ते केवल एक से दो दिनों तक ही साफ रह पाते हैं। उसके बाद फिर से वहां पर ठेले वाले, रहेड़ी-खोमचे वाले स्टॉल लगाकर अतिक्रमण कर लेते हैं। जब तक नगर निगम सक्रिय रहता है वह अस्थाई अतिक्रमण करते और फिर धीरे-धीरे इसे स्थाई कर देते हैं। निगम के अधिकारियों ने बताया कि रोज अभियान नहीं चलाया जा सकता, इसके लिए निगम के पास पर्याप्त संसाधन नहीं है। एक बार अतिक्रमण खाली कराने के बाद पुलिस को भी इस बात का ध्यान रखना चाहिए दोबारा कब्जा न हो, पर ऐसा होता नहीं।

रेलवे नहीं कराता बाउंड्री

नगर निगम रेलवे स्टेशन के आसपास सड़क की पटरियों से अतिक्रमण हटाता तो है लेकिन खाली जगह होने के कारण दोबारा भी जल्दी से कब्जा हो जाता है। पिछले दिनों निगम की सख्ती के कारण यहां से कब्जा हट गया है। इस समय उस जगह पर टैक्सी, प्राइवेट व कॉमर्शियल गाडि़यों का कब्जा है। ऐसे में सड़कों के अतिक्रमण मुक्त होने का भी फायदा पब्लिक को नहीं मिल पाता है। इसका कारण बताते हुए निगम के अधिकारी कहते हैं कि अतिक्रमण खाली कराने के बाद रेलवे को कई बार पत्र लिखा जा चुका है कि वह बाउंड्री करवा कर खाली जगह को कब्जे में कर ले। लेकिन रेलवे प्रशासन इसे गंभीरता से नहीं लेता है।

अभी और चलेगा अभियान

नगर निगम प्रशासन बारिश के आसार कम होने के बाद एक बार फिर तेज गति से अतिक्रमण के खिलाफ अभियान चलाएगा। संयुक्त नगर आयुक्त सुमित कुमार ने बताया कि रविवार को सिटी मॉल व सीतापुर हॉस्पिटल के आसपास अतिक्रमण को हटाया जाएगा। बारिश का मौसम शांत होने के बाद अभियान को तेज रफ्तार से आगे बढ़ाया जाएगा। उन्होंने यह भी कहा कि एक बार अतिक्रमण हटाने के बाद स्थानीय पुलिस को भी उसके प्रति सतर्क रहना चाहिए, जोकि होते नहीं हैं। इससे अतिक्रमणकारियों का हौसला बढ़ता है।

वर्जन

अतिक्रमण हटाने के बाद भी दोबारा कब्जा कर लेने वालों से सख्ती से निपटा जाएगा। आदतन अतिक्रमण करने वालों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई जाएगी।

- प्रेम प्रकाश सिंह, नगर आयुक्त