- आरटीओ में एक्टिव दलाल चला रहे थे दुकान

- कैंट पुलिस ने वकील सहित पांच को किया गिरफ्तार

GORAKHPUR: आरटीओ में एक्टिव दलाल चोरी की गाडि़यों के पेपर तैयार कराकर सौदेबाजी कराते थे। रजिस्ट्रेशन नंबर एलॉट करने के बदले में ग्राहकों से उनको मुंहमांगी रकम मिल जाती थी। कैंट पुलिस ने सोमवार को एक वकील सहित पांच लोगों को अरेस्ट करके फर्जीवाड़े का भंडाफोड़ किया। पकड़े गए लोगों के पास से भारी मात्रा में वाहनों के फर्जी रजिस्ट्रेशन पेपर, परिमट, फिटनेस पेपर, कंप्यूटर, मुहर सहित कई सामान बरामद हुए हैं।

चोरी के वाहनों का बना रहे थे पेपर

शहर में चोरी के वाहनों को फर्जी कागज के जरिए बेचने का मामला सामने आया था। इसकी पड़ताल में पता लगा कि आरटीओ में सक्रिय कुछ दलालों के जरिए फर्जी कागजात तैयार कराकर चोरी की गाडि़यों को खपाया जा रहा है। सोमवार को सूरजकुंड मोहल्ले के एक मकान में कागजात तैयार करने की सूचना पुलिस को मिली। पुलिस ने छापा मारा तो फर्जी कागजात तैयार कर रहे लोग रंगेहाथ पकड़े गए। पूछताछ में उन लोगों ने खुद को बेकसूर बताया। लेकिन वहां बरामद सामान उनकी हकीकत बयां कर रहे थे।

नकली पेपर देकर वसूली असली फीस

पूछताछ में पकड़े गए लोगों की पहचान चिलुआताल एरिया के आवास विकास कॉलोनी निवासी योगेंद्र मिश्रा, गुलरिहा एरिया के महराजगंज चौराहा, शीतलपुर निवासी बलीराम कुमार, तिवारीपुर के सूरजकुंड तकिया कवलदह निवासी विजय गुप्ता उर्फ छोटू, खोराबार के महेंद्र पासवान और अजय पांडेय के रूप में हुई। अजय और महेंद्र पर बाइक चोरी का आरोप है। योगेंद्र मिश्रा खुद को अधिवक्ता बता रहे थे। पुलिस ने दावा किया कि एक फर्जी नंबर प्लेट लगी बाइक भी बरामद की गई है। पकड़े गए लोग एक साल से अवैध कारोबार में लगे थे। लोगों को नकली पेपर देकर आरोपी आरटीओ की असली फीस वसूल रहे थे।

वर्जन

इस तरह का कारोबार करने वाले कुछ अन्य लोगों की पहचान हुई है। उनकी तलाश कराई जा रही है। फर्जी पेपर तैयार होने से चोरी की गाडि़यां आसानी से खप जा रही थीं।

- मनोज पाठक, इंस्पेक्टर, शाहपुर