- गश्त कम होने पर निकलता था चोरों का नया गैंग

- कोतवाली पुलिस ने सात को किया अरेस्ट, माल बरामद

GORAKHPUR: कोतवाली पुलिस ने चोरों के ऐसे गिरोह को पकड़ा जो रात के दो बजे के बाद एक्टिव होता था। पुलिस के सोने का इंतजार करके चोर निकलते थे। दिन में रेकी की हुई दुकानों का शटर तोड़कर आसानी से नकदी और सामान उड़ा देते थे। रविवार को दुकान में चोरी करते हुए पकड़े गए युवक से पूछताछ के बाद पुलिस ने सात बदमाशों को अरेस्ट किया। उनके पास से शटर तोड़ने के उपकरण, चोरी का कैमरा, लैपटॉप, वीडियो प्लेयर, एलईडी टीवी, नकली सोने की चेन सहित भारी मात्रा में चोरी का माल बरामद हुआ।

दो बजे के बाद निकलता था गैंग

रविवार की रात करीब साढ़े 11 बजे कोतवाल घनश्याम तिवारी पुलिस बल के साथ गश्त पर निकले थे। डीबी इंटर कॉलेज की फील्ड में मौजूद कुछ संदिग्ध लोग पुलिस की जीप देखकर भागने लगे। घेराबंदी कर पुलिस ने सात लोगों को पकड़ लिया। उनकी पहचान गोरखनाथ एरिया के लीची बगिया, रसूलपुर निवासी आरिफ, राजघाट के नरकटिया बंधा मोहल्ले में रहने वाले मुख्तार अहमद, तुर्कमानपुर चुंगी के कासिम अली, दिलशाद, आसिफ, कमरुद्दीन और सलीम उर्फ मॉडल के रूप में हुई। पकड़े गए संदिग्धों के पास से शटर तोड़ने का सामान बरामद होने पर पुलिस ने कड़ाई से पूछताछ की। तब सामने आया कि सलीम उर्फ मॉडल उनके चोर गैंग का सरगना है। यह गैंग शहर के कोतवाली, राजघाट सहित कई थाना क्षेत्रों में रात के दो बजे के बाद चोरी करने निकलता था। गैंग के सदस्य पुलिस की गश्त कम होने पर वारदात करते थे। उनका मानना था कि रात में दो बजे के बाद पुलिस थक जाती है।

कैश पर करते ऐश, मॉडल सरगना

एसपी सिटी ने बताया कि पकड़े गए बदमाशों में शामिल आसिफ, आरिफ, कासिम और दिलशाद पहले भी चोरी के आरोप में जेल जा चुके हैं। राजघाट पुलिस उनको चोरी के माल के साथ गिरफ्तार कर जेल भेज चुकी है। वह जेल से छूटने के बाद दोबारा चोरी करने लगे थे। इस गैंग के सदस्यों ने रेती चौक में कपड़े की दुकान, पन्ना साइकिल स्टोर्स, तिवारीपुर सहित कई जगहों पर चोरी की थी। जनवरी माह में विजय चौराहे के पास एक महिला की चेन लूटकर भाग गए थे। किराए पर कमरा लेकर रहने वाले बदमाशों के निशाने पर गुटखा की दुकान से लेकर बड़े स्टोर्स थे। चोरी के दौरान इनकी कोशिश होती थी कि ज्यादा से ज्यादा कैश चुरा सके। चोरी के कैश से बदमाशों का गैंग ऐश करता था। गैंग लीडर मॉडल के बताने पर ही वारदातों को अंजाम दिया जाता था।

वर्जन

चोरों के गैंग को रजिस्टर्ड किया जाएगा। पकड़े गए चोर काफी शातिर हैं। ये जानते थे कि रात में दो बजे के बाद पुलिस कर्मी सोने चले जाते हैं। इन बदमाशों ने ज्यादातर चोरियां तीन से चार बजे के बीच में की। चोरों को पकड़ने वाली टीम को पुरस्कृत किया जाएगा।

- विनय कुमार सिंह, एसपी सिटी