-बलिया से गोरखपुर तक में फैला नेटवर्क

-लूट की पांच घटनाओं का हुआ पर्दाफाश

GORAKHPUR: शातिर बदमाश चंदन सिंह के नाम पर प्रधान को धमकाने वाले बदमाश सहित दो शातिरों को पुलिस ने अरेस्ट किया। हरपुरबुदहट एरिया में पकड़े गए दोनों बदमाश अपने अन्य साथियों के साथ देहात एरिया में लूटपाट की वारदातें कर रहे थे। दोनों के पास से पुलिस ने लूट की नकदी, मोबाइल, बाइक और असलहा बरामद किया। एसएसपी आरपी पांडेय ने बताया कि दोनों बदमाशों से पूछताछ में जिले की पांच घटनाओं का पर्दाफाश हुआ है। उनसे जुड़े बदमाशों की तलाश में पुलिस टीम लगी है। उधर, कैंट पुलिस ने चेकिंग के दौरान दो बदमाशों को अरेस्ट कर चोरी की बाइक बरामद किया।

असलहों संग पकड़े गए बदमाश

जिले के ग्रामीण क्षेत्रों में ताबड़तोड़ लूट की वारदातों में शामिल बदमाशों की गिरफ्तारी का निर्देश एसएसपी ने क्राइम ब्रांच को दिया। क्राइम ब्रांच के सीआईयू प्रभारी अनिल कुमार उपाध्याय अपनी टीम के साथ क्षेत्र में निकले थे। हरपुरबुदहट एरिया के सिसवा चौराहे पर बाइक सवार दो युवकों को पुलिस ने रोका। तलाशी लेने पर उनके पास असलहा बरामद हुआ। उनके पास मौजूद बाइक का रजिस्ट्रेशन पेपर न होने से पुलिस का शक गहरा गया। पूछताछ में सामने आया कि बदमाशों ने लूट की पांच वारदातों को अंजाम दिया है। पूछताछ में दोनों की पहचान बलिया जिले के उभाव, मझवलिया निवासी सुनील यादव और बड़हलगंज के भरौली निवासी मोनू दुबे के रूप में हुई। बांसगांव के भटौली, काली मंदिर के पास प्रेमिका संग रहने वाला सुनील यादव उर्फ बैला जिले में गैंग बनाकर वारदातें कर रहा था।

चंदन बनकर प्रधान को िकया फोन

पुलिस की जांच में सामने आया कि सुनील यादव उर्फ बैला लोगों को जानमाल की धमकी देकर रंगदारी वसूल रहा था। जेल में बंद शातिर चंदन सिंह के नाम पर उसने सिकरीगंज के लालपुर निवासी प्रधान को धमकी दी। शिकायत मिलने पर पुलिस ने उसकी तलाश की। लेकिन झांसा देकर वह फरार हो गया था। एसएसपी ने बताया कि हरपुरबुदहट, गोला, सिकरीगंज, कोतवाली सहित कई थाना क्षेत्रों में हुई वारदातों में दोनों शामिल रहे हैं। मोनू दुबे का जुड़ाव एनकाउंटर में मारे गए शातिर विजय गैंग से रहा है। दोनों के खिलाफ लूट और हत्या के प्रयास के सहित कई मामले दर्ज हैं।

जो ठान ले, वहीं करता है बैला

पुलिस का कहना है कि सुनील यादव उर्फ बैला के खिलाफ बलिया जिले में पहले से कई मामले दर्ज हैं। वह जो ठान लेता है। वही काम करता है। इसलिए उसे बैला के नाम से जाना जाता है। करीब डेढ़ साल पूर्व जेल में रहने के दौरान उनकी दोस्ती कई शातिर बदमाशों से हुई। एक शातिर की प्रेमिका की सहेली से मोबाइल पर बात करने के दौरान उसे प्रेम हो गया। उससे शादी करके उसने घर बसा लिया। प्रेमिका से उसके नौ माह की संतान है।

ये हुई बरामदगी

एक पिस्टल, एक तमंचा और कारतूस

दो मोबाइल फोन, लूट की बाइक और 52 सौ नकदी

पुलिस टीम की कामयाबी पर पांच हजार रुपए का इनाम दिया गया है। उनसे पूछताछ में मिली जानकारी पर पुलिस काम कर रही है।

आरपी पांडेय, एसएसपी