-हर माह पांच-छह लाख रुपए हो रहे बर्बाद

-दो पक्षों के अदावत की कीमत चुका रही पुलिस

GORAKHPUR: जिले के अंदर पब्लिक के खूनी अदावत की कीमत पुलिस को चुकानी पड़ रही है। सुरक्षा के नाम पर पुलिस विभाग के लाखों रुपए खर्च हो रहे हैं। एक तरफ जहां महकमे में सिपाहियों की तादात कम हैं। वहीं, पुलिस कर्मचारियों की अतिरिक्त डयूटी से रूटीन के कामों पर असर पड़ रहा। ज्यादातर मामलों में थानेदारों की लापरवाही से गोरखपुर पुलिस को हर माह करीब पांच लाख रुपए की चपत लग रही।

पुलिस अफसरों का कहना है कि कानून-व्यवस्था को देखते हुए जरूरत के अनुसार पुलिस फोर्स की तैनाती की जाती है। समीक्षा के बाद जहां पुलिस बल की जरूरत नहीं होगी वहां से पुलिस की पिकेट-ड्यूटी हटा ली जाएगी। उधर, आपराधिक घटनाओं से प्रभावित लोग भी सुरक्षा मांग रहे हैं। करीब 20 लोगों के आवेदन जांच के लिए एलआईयू में पेडिंग पड़े हैं।

पुलिस की पहरेदारी, छूट रहे सारे काम

जिले में अक्सर खूनी अदावत में लोगों के लहू बहते हैं। भूमि विवाद को लेकर दो पक्षों के बीच भिड़ंत आम बात है। शिकायत के बावजूद जब पुलिस कार्रवाई नहीं करती तो आपसी संघर्ष बढ़ जाता है। हाल के दिनों में बेलीपार एरिया में पुलिस संरक्षण पा रहे मनबढ़ों ने ठेकेदार की गोली मारकर हत्या कर दी। इसके पूर्व खजनी एरिया में दो पक्षों के बीच विवाद में दो लोगों को अपनी जान गंवानी पड़ी थी। इन दोनों मामलों में पुलिस की लापरवाही सामने आने पर संबंधित लोगों को एसएसपी ने सस्पेंड कर दिया था। घटनाओं की दहशत में इन जगहों पर पुलिस-पीएसी तैनात करनी पड़ी। रोजाना थाना के पुलिस कर्मचारियों की ड्यूटी ऐसी जगहों पर लगाई जा रही है। अतिरिक्त काम में बिजी होने से पुलिस कर्मचारियों का रूटीन वर्क पीछे छूट जा रहा है।

केस एक:

बेलीपार एरिया में ठेकेदार संत कुमार का मर्डर बदमाशों ने कर दिया। घटना के बाद एरिया में फैले तनाव को देखते हुए एक दरोगा और पांच सिपाहियों की ड्यूटी थानों से लगाई जा रही है। हालत यह है कि थाना का काम छोड़कर सिपाही-दरोगा गांव के चक्कर काट रहे हैं।

केस दो:

झंगहा एरिया में सुगहा निवासी राघवेंद्र के खिलाफ एक लाख रुपए का इनाम घोषित है। तीन साल के भीतर वह चार लोगों की हत्या कर चुका है। उसके खौफ से गांव में तीन पुलिस कर्मचारियों की ड्यूटी रोज लगती है। पीडि़त परिवार को पीएसी की सुरक्षा दी गई है।

यहां भी लग रही पुलिस की ड्यूटी

-पिपराइच एरिया के जंगल पकड़ी में सांप्रदायिक तनाव को देखते हुए थाना के दो सिपाही और एक सेक्शन पीएसी की तैनाती।

-खजनी एरिया के कुंवरजोत में भूमि विवाद में दोनों पक्षों के दो लोगों की हत्या के बाद से पुलिस कर्मचारियों की ड्यूटी लग रही।

-खोराबार एरिया के कैथवलिया में दो परिवारों की रंजिश में हुए मर्डर के बाद से पुलिस कर्मचारियों की ड्यूटी लगाई जा रही है।

जिले में कुल पुलिस बल - 1949

रोजाना अन्य जगहों पर ड्यूटी- 150

एक दिन का पुलिस बल का खर्च- 20 हजार रुपए

हर माह पुलिस का खर्च औसतन- पांच से छह लाख रुपए

इस पर इतनी तैनाती

इंस्पेक्टर 40

सब इंस्पेक्टर 450

कांस्टेबल 1459

यह काम होता प्रभावित

-थानों, चौकियों की ड्यूटी लगाने में पुलिस कम पड़ जाता है।

-अतिरिक्त ड्यूटी पर जाने की वजह से पुलिस कर्मचारी रूटीन वर्क नहीं कर पाते।

-थानों पर फोर्स कम होने से पुलिस कर्मचारियों के कामकाज पर प्रभाव पड़ता है।

-रोजाना ड्यूटी मानीटरिंग करनी पड़ती है। साथ ही हर गतिविधि पर स्पेशली फोकस होना पड़ता है।

यह उठाए जाने चाहिए कदम

- किसी तरह की सूचना पर पुलिस प्रभावी निरोधात्मक कार्रवाई करे।

- आपराधिक प्रवृत्ति के व्यक्तियों पर शिकंजा कसने के लिए गुंडा, गैंगेस्टर में पाबंदी की जाएगी।

- दो पक्षों में विवाद के मामले सामने आने पर प्राथमिकता से उनका निस्तारण कराया जाएगा।

- विवाद को बढ़ावा देने वाले, संबंधित पक्षों के खिलाफ समय रहते कार्रवाई की जाए।

- भूमि विवाद संबंधी मामलों को राजस्व अधिकारियों संग मिलकर समय से निस्तारित किया जाए।