- पेंडिंग मामलों के खुलासे के लिए एसएसपी ने थानेदारों को दिया टास्क, दी वार्निग

- गोरखपुर में हुईं इन वारदातों का नहीं हो सका है वर्कआउट

बाकायदा पेंडिंग मामलों सूची तैयार कराई
Gorakhpur@inext.co.in
GORAKHPUR: सिटी से लेकर रुरल एरिया तक बेतहाशा हो रहीं वारदातों पर अंकुश लगाना तो दूर, गोरखपुर पुलिस मामलों के खुला तक करने में फेल साबित हो रही है। हाल ये कि पिछले एक साल में हुईं 60 बड़ी वारदातें ही खुलासे के इंतजार में पेंडिंग पड़े हैं। इन मामलों में पुलिस वर्कआउट पूरा ही नहीं कर सकी है। हालांकि पेंडिंग चल रहे सभी केसेज को लेकर एसएसपी शलभ माथुर ने गंभीर रुख अख्तियार कर लिया है। उन्होंने जिले भर के विभिन्न इलाकों में हुई बड़ी वारदातों के जल्द से जल्द खुलासे के लिए सभी थानेदारों को कड़ी वार्निग दी है। एसएसपी का साफ निर्देश है कि एक महीने के अंदर सभी पेंडिंग केसेज में कार्रवाई कर खुलासा किया जाए। उन्होंने बाकायदा पेंडिंग मामलों सूची तैयार कराई है।

सही आरोपी ही जाए जेल
एसएसपी ने यह भी निर्देश दिया है कि घटनाओं के खुलासे में इस बात की पुलिस विशेष ध्यान रखे कि कोई निर्दोष व्यक्ति जेल न जाने पाए। बल्कि मामले की तह तक जाकर पुलिस सही आरोपी को ही गिरफ्तार कर घटनाओं का खुलासा करे। वहीं, उन्होंने थानेदारों को चेतावनी देते हुए कहा है कि कई बार इस बात की शिकायत मिलती है कि पुलिस सही आरोपी को गिरफ्तार किए बिना ही वारदातों का खुलासा कर देती है। ऐसे में अगर इस तरह की शिकायत मिली और वह सही पाया गया तो इसके लिए थानेदार व विवेचक खुद जिम्मेदार होंगे।

ताकि पीडि़त का न उठे विश्वास
एसएसपी शलभ माथुर ने बताया कि रुटीन क्राइम की घटनाओं पर पहले की अपेक्षा पुलिस तेजी से वर्कआउट कर रही है। हालांकि इनमें कई ऐसे अनसुलझे मामलों में जिनमें तमाम प्रयासों के बाद भी पुलिस को सफलता नहीं मिल पा रही है। ऐसे में कहीं न कहीं इससे पीडि़त का पुलिस के प्रति विश्वास कम होता है। इसे देखते हुए जिले के सभी थानों में लंबित चल रहे पेशेवर घटनाओं की सूची तैयार कराई गई है। ताकि संबंधित थानों के अलावा अलग से टीम लगाकर उनका जल्द से जल्द खुलासा किया जा सके। उन्होंने बताया कि कई घटनाओं में पुलिस को वारदात से जुड़े क्लू भी मिले हैं। जिसपर पुलिस टीम लगातार काम कर रही है। जल्द ही इनमें सफलता भी हासिल होगी।

क्या कहते हैं अफसर
जिले के विभिन्न थानों में करीब 60 ऐसी बड़ी वारदातों की सूची तैयार कराई गई है, जिनके वर्कआउट नहीं हो सके हैं। हालांकि इनमें अधिकांश घटनाएं काफी पहले की हैं, जिनका जल्द से जल्द खुलासा करने का निर्देश जारी कर दिया गया है। इसमें लापरवाही बरतने वालों को बख्शा नहीं जाएगा।

- शलभ माथुर, एसएसपी