- शहर में बढ़ती जा रहीं चोरी की घटनाएं, पुलिस बस कर रही क्राइम कंट्रोल के दावे

- शाहपुर एरिया में रिटायर्ड जीएम के मकान में 15 लाख की चोरी

GORAKHPUR: पुलिस सो रही है, चोरों से बचना है तो आप ही रातभर जागिए। गोरखपुर में इन दिनों कुछ ऐसी ही स्थिति बन गई है। पुलिस गश्ती में बरती जा रही लापरवाही का चोर खुलेआम फायदा उठा रहे हैं। हाल ये कि आए दिन किसी न किसी एरिया में बेखौफ चोर किसी मकान को आसानी से निशाना बना ले जा रहे हैं। रुरल एरिया तो छोडि़ए, शहर के भीतर ही चोरों का ऐसा आतंक छाया है कि लोग अपने घर छोड़ कहीं बाहर जाने तक में डर रहे हैं।

रिटायर्ड जीएम के घर 15 लाख की चोरी

शाहपुर एरिया में शातिर चोरों ने ऐसा कारनामा किया कि सभी के होश उड़ गए। चोरों ने मेन गेट का ताला तोड़कर रिटायर्ड जीएम के घर से 15 लाख का माल उड़ा दिया। बेखौफ चोर बाकायदा कमरों का एक-एक ताला तोड़ आलमारी, अटैची, बक्सा और बेड में रखा सामान तक खंगाल गए। चोरों ने इत्मिनान से कमरे में शराब और सिगरेट भी पी। कमरों की दशा देखने से पता चलता है कि चोर रात भर कमरों को खंगालते रहे लेकिन आसपास के लोगों को भनक तक नहीं लगी। चौंकाने वाली बात तो ये कि शातिर चोर पोर्च के नीचे खड़ी मकान मालिक की कार में कीमती सामान समेट कर फरार हो गए। शाम को जब लोगों को घटना की जानकारी हुई तत्काल इसकी जानकारी मकान मालिक और और पुलिस को दी। सूचना पर पहुंची पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी।

सिद्धार्थनगर जिले के इटवा स्थित कपिया के मूल विवासी अवधेश दुबे ने शाहपुर एरिया के धर्मपुर स्थित डॉ सेन गुप्ता गली में 2007 में मकान बनावाया। वे आईजीएल कंपनी काशीपुर में जीएम के पद पर तैनात थे। वर्ष 2012 में रिटायर्ड होने के बाद अपने परिवार के साथ यहां रहने लगे। उनके बड़े बेटे अमित दुबे ग्वालियर में प्राइवेट जॉब करते हैं और छोटे बेटे आशुतोष दुबे इंदौर में एक प्राइवेट कंपनी में कार्यरत हैं। बीती एक अगस्त को अवधेश दुबे पत्नी कुमुद दुबे के साथ इलाज के लिए अपने बेटे अमित के पास ग्वालियर चले गए। उन्होंने अपने एक परिचित अवधेश त्रिपाठी को घर की रखवाली का जिम्मा दिया था। छह तारीख को अवधेश त्रिपाठी के पिता की तबियत अचानक खराब हो गई और वह घर में ताला बंद कर अपने पिता को देखने कुशीनगर के बोदरवार चले गए। मंगलवार शाम जब वह गांव से वापस लौटे तो दोस्त के घर पर पहुंचे। उन्होंने देखा कि मेन गेट की कुंडी में लगा ताला जमीन पर गिरा था। वे घर में दाखिल हुए तो चार कमरों के ताले टूटे मिले। कमरे में रखा आलमारी, बक्सा और अटैची समेत सारा सामान बेड और जमीन पर बिखरा था। उन्होंने तत्काल इसकी सूचना अवधेश दुबे को दी। इसके बाद 100 नंबर पर पुलिस कंट्रोल रूम को सूचित किया। सूचना पर पहुंची पुलिस मामले की जांच में जुट गई।

रेकी कर मकान खाली कर रहे चोर

ये तो बस एक केस है। बीते कुछ महीनों में ही इसी तरह बेखौफ चोरों ने शहर और आसपास न जाने कितने मकान खंगाल डाले हैं। पुलिस से जुड़े लोगों की मानें तो शातिर चोरों ने वारदात करने का नया तरीका अपनाना शुरू कर दिया है। वे पहले अलग-अलग इलाकों में रेकी कर बंद मकानों को चिन्हित कर रहे हैं। इसके बाद सारी डिटेल निकालकर मौका देख आसानी से चोरी कर डाल रहे हैं।

बॉक्स

गश्ती के नाम पर होती खानापूर्ति

वहीं, पुलिस की अलर्टनेस की बात करें तो पेट्रोलिंग के नाम पर सिटी में इन दिनों सिर्फ खानापूर्ति हो रही है। कहने को तो क्राइम कंट्रोल की दिशा में आला अफसर विशेष रणनीति तैयार करने के दावे कर रहे हैं। जिसमें रोटेशन के तहत डेली इंस्पेक्टर, सीओ, एसपी सिटी को रात में पेट्रोलिंग का औचक जायजा लेना है। लेकिन हकीकत में ऐसा नहीं हो रहा। सूत्रों की मानें तो कोई भी अधिकारी रात की पेट्रोलिंग का जायजा लेने नहीं निकलता। नतीजा यह है कि पेट्रोलिंग पर तैनात पुलिस कर्मी मनमर्जी तरीके से काम करते हैं। ऐसे में कहना गलत नहीं होगा कि लगातार चोरी के अलावा अन्य घटनाओं के बाद भी महकमा नहीं चेत रहा है।

इस महीने हुईं चोरी की वारदातें

4 अगस्त- गुलरिहा के परसौनी में मकान का ताला तोड़कर बदमाश उड़ा ले गए लाखों का सामान

6 अगस्त- चौरीचौरा एरिया के जायसवाल मेडिकल स्टोर में ताला तोड़कर बदमाशों ने कीमती सामान उड़ाया

2 अगस्त-शाहपुर एरिया के पादरी बाजार चौकी के समीप जंगल मातादीन में बंद मकान का ताला तोड़कर दो लाख की चोरी

वर्जन

जानकारी होने के बाद मौके पर पुलिस पहुंची थी। पीडि़त की तरफ से तहरीर मिल चुकी है। मुकदमा दर्ज कर पुलिस टीम चोरों की तलाश में लगी है। जल्द ही चोर पुलिस की गिरफ्त में होंगे।

- प्रदीप शुक्ला, इंस्पेक्टर, शाहपुर