- मुंबई के जावेद ने दी है पुलिस को सूचना

- गोरखपुर में कहीं छिपकर बैठा है कासिम

GORAKHPUR : मुंबई में एसएलके इंडिया इन्फ्रा प्रोजेक्ट लिमिटेड का ऑफिस बनाकर करीब फ्0 करोड़ की हेराफेरी का आरोपी गोरखपुर में छिपा है। देवरिया पुलिस की जांच में सामने आया कि वह अपने गांव नहीं जाता। गांव के लोग भी उस पर संदेह जता रहे हैं। गोरखपुर पुलिस इस मामले में किसी शिकायतकर्ता का इंतजार कर रही है। पुलिस का कहना है कि यहां का कोई पीडि़त यदि शिकायत करे तो बात बने। कासिम से जुड़े खास लोगों ने अपना मोबाइल भी स्विच ऑफ कर दिया है।

मुंबई से आकर मंडल में बनाया ठिकाना

मुंबई निवासी जावेद ने डीआईजी डॉक्टर संजीव कुमार से शिकायत दर्ज कराई। आरोप लगाया कि एसएलके इंडिया इन्फ्रा प्रोजेक्ट लिमिटेड का सीएमडी कासिम अंसारी उनसे मिला। जावेद की मुंबई में ट्रेवल एजेंसी है। टिकट बुक कराने के सिलसिले में पहुंचे कासिम ने उनको झांसा देकर कंपनी से जोड़ लिया। जावेद ने खुद और अपने रिश्तेदारों के करीब 7भ् लाख रुपए कंपनी में लगा दिया। इसके साथ कई अन्य लोगों के करीब फ्0 करोड़ लेकर कासिम फरार हो गया। उसके खिलाफ जमशेदपुर और लुधियाना में फर्जीवाड़े की शिकायत हुई थी। कासिम के भागने के बाद जावेद उसकी तलाश में गोरखपुर आ गए। कासिम से जुड़े लोग जावेद को जानमाल की धमकी दे रहे हैं। रुपए गंवाए लोगों का कहना है कि कासिम ने गोरखपुर में अपना ठिकाना बना रखा है।

गांव में पहले आता जाता था कासिम

देवरिया पुलिस ने कासिम के मूल पते कोतवाली एरिया के सकरापार में पड़ताल की। पब्लिक ने पुलिस को बताया कि कासिम कभी कभार गांव में आता है। उसके फैमिली मेंबर्स भी रहते हैं। वह काफी पहले गांव छोड़कर गया। धनी होकर लौटा तो लोग आश्चर्य में पड़ गए। वह हवाई जहाज से अपनी यात्राओं के किस्से लोगों को सुनाता था। उसकी कहानी सुनकर लोग कहते किदाल में कुछ काला जरूर है। देवरिया में ऑफिस चलाने वाले कासिम के मैनेजर से भी पुलिस पूछताछ कर चुकी है। गोरखपुर में उसके खास सहयोगी शंभूनाथ कुशवाहा और शमसुद्दीन के मोबाइल नंबर्स स्विच ऑफ हो गए हैं।

जावेद की शिकायत को गंभीरता से लिया गया है। इस मामले की जांच कराई जा रही है। गोरखपुर में किसी ने फ्रॉड के संबंध में कोई शिकायत नहीं की है। यहां की कोई शिकायत आने पर गोरखपुर पुलिस अलग से जांच करेगी।

डॉ। संजीव कुमार, डीआईजी, गोरखपुर रेंज