- क्लास रूम में जाकर करेंगे इंटरेक्शन

- छवि बदलने के लिए पुलिस की पहल

GORAKHPUR: यूपी पुलिस की छवि बदलने के लिए पुलिस अधिकारियों ने एक नई पहल की है। बच्चों से दोस्ती बढ़ाकर पुलिस कर्मचारी अपनी छवि बेहतर बनाने के लिए काम करेंगे। स्कूलों में जाने वाले पुलिस कर्मचारी बच्चों से मिलकर उनके संबंध में जानकारी लेंगे। नवंबर में शुरू होने वाले अभियान के लिए तैयारी शुरू कर दी गई है। आईजी ने बताया कि बच्चों से दोस्ती करने का सिलसिला शुरू कर दिया गया है। जूनियर हाईस्कूल को गोद लेकर वहां पढ़ने वाले बच्चों को फिल्म दिखाई गई थी।

कम्यूनिटी पुलिसिंग को देना है बढ़ावा

पुलिस अधिकारियों का कहना है कि पुलिस के प्रति लोगों के मन में अलग धारणा रहती है। वर्दी दिखते ही उनको तमाम तरह की बुराईयां नजर आने लगती हैं। धीरे-धीरे पुलिस की छवि बदल रही है। कम्यूनिटी पुलिसिंग को बढ़ावा देने के लिए इस तरह का प्रयास शुरू किया गया है। स्कूलों में जाकर पुलिस वाले वहां पढ़ने वाले छोटे बच्चों से दोस्ती बढ़ाएंगे। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि बच्चों के मन से पुलिस की दहशत हटाने के लिए यह कदम उठाया जा रहा है।

यह दायित्व निभाएंगे पुलिस कर्मचारी

- हर स्कूल में इंस्पेक्टर, एसओ सहित अन्य पुलिस कर्मचारी करेंगे विजिट

- थाना के इंस्पेक्टर, एसओ, एसएसआई और तीन पुलिस कर्मचारी होंगे तैनात

- रोजाना कम से कम पांच स्कूलों में जाकर पुलिस कर्मचारी बच्चों से मिलेंगे

- रोजाना दो घंटे का समय देंगे पुलिस कर्मचारी, चलाना होगा विशेष अभियान

- स्कूलों में जाने वाली पुलिस टीम कम से कम 40 बच्चों से रोजाना करेगी बात

- कम से कम दो माह तक लगातार चलाया जाएगा अभियान, बढ़ सकता समय

- बच्चों से मिलकर पुलिस कर्मचारी उनसे मित्रता करते हुए क्लास रूम की जानकारी लेंगे।

- पुलिस वाले बच्चों से क्लास में हो रही पढ़ाई, शिक्षकों की अटेंडेंस जानेंगे

स्कूलों में बच्चों को दी जाने वाली सुविधाओं के बारे में पुलिस कर्मचारी सूचना लेंगे।

वर्जन

पुलिस के प्रति पॉजीटिव सोच बढ़ाने के लिए इस प्रयास की सार्थकता होगी। बच्चे जब पुलिस अंकल से इंटरेक्शन करेंगे तो उनके मन में पुलिस को लेकर भरोसा बढ़ेगा। समाज में पुलिस की छवि को बदलने का प्रयास हो रहा है। यह पहल बच्चों की मनोदशा से सीधे जुड़ेगी।

- डॉ। धनंजय कुमार, साइकोलॉजिस्ट, डीडीयूजीयू

कम्यूनिटी पुलिसिंग की दिशा में पुलिस लगातार काम कर रही है। जीतपुर बाजार स्थित जूनियर हाईस्कूल और प्राइमरी स्कूल के बच्चों को बेहतर सुविधाएं मिलने लगी हैं। इस प्रयास से अन्य पुलिस कर्मचारी भी स्कूलों में पहुंचेंगे। इससे सरकारी स्कूलों की दशा सुधारने में मदद मिलेगी।

- मोहित अग्रवाल, आईजी