- पुलिस कंट्रोल रूम में कॉल करते मिलेगी तत्काल मदद

- डायल-100 के साथ महिला हेल्प लाइन व चाइल्ड लाइन होगा मर्ज

- अलग-अलग कंट्रोल रूम होने से नहीं मिल पाती है तत्काल मदद

GORAKHPUR: अगर आपको पुलिस के मदद की जरूरत है और आपको तत्काल पुलिस की मदद नहीं मिल पाती तो अब आपके साथ ऐसा नहीं होगा। क्योंकि महिलाओं व बच्चियों के साथ बढ़ रहे अपराध पर अंकुश लगाने के लिए पुलिस पूरी तरह से तैयार हो गई है। इसे देखते हुए यूपी पुलिस ने महिला हेल्पलाइन-1090, एंटी रोमियो दस्ता और यूपी-100 सेवाओं को एक साथ जोड़ने की पहल की गई है। इससे न सिर्फ जल्दी शिकायत दर्ज होगी बल्कि जल्द से जल्द पीडि़तों को मदद भी मिलेगी।

तुरंत पहुंचेगी मदद

बता दें, कई बार महिलाओं व बच्चियों के साथ होने वाले अपराध के समय वह पुलिस की मदद की गुहार तो लगाती हैं, लेकिन कई बार तत्काल पुलिस की मदद नहीं मिलने से मामला बढ़ भी जाता है। लेकिन अब महिलाओं के खिलाफ हो रहे अपराध पर अंकुश लगाने के लिए पुलिस पूरी कोशिश कर रही है। इसके लिए पहले से चल रही वुमन हेल्पलाइन (1090), एंटी रोमियो दस्ता और यूपी-100 सेवाएं को एक साथ जोड़ने की तैयारी शुरू हो गई है। ताकि पीडि़तों को तुरंत मदद मुहैया कराई जा सके।

फास्ट ट्रैक कोर्ट में होगी सुनवाई

पुलिस अधिकारी ऐसा करने के पीछे की वजह के बारे में कहते हैं कि अब जो भी पीडि़त अपनी शिकायत दर्ज कराना चाहेगा, वह इन तीनों सेवाओं में से किसी एक पर भी फोन करेगा तो उसे तुरंत मदद पहुंचाई जाएगी। इन तीनों सेवाओं को जोड़ने से उनके बीच बेहतर तालमेल स्थापित होगा, जिससे पीडि़तों को कम समय में मदद मिल सकेगी। वहीं, पुलिस महिलाओं और लड़कियों की सुरक्षा के लिए प्रतिबद्ध है और वह यह सुनिश्चित कर के रहेगी कि पाक्सो कानून से जुड़े मामलों की फास्ट ट्रैक अदालतों में सुनवाई हो। पुलिस ऐसे मामलों की फास्ट ट्रैक अदालतों में सुनवाई कराएगी, जिनमें आरोप पत्र दाखिल हो चुका है।

वर्जन

महिलाओं व बच्चियों के खिलाफ होने वाले अपराध पर अंकुश लगाने के लिए पुलिस की ओर से हर संभव कदम उठाए जा रहे हैं। तीनों हेल्पलाइनों के आपस में मर्ज हो जाने के बाद पीडि़तों को शिकायत दर्ज कराने में किसी तरह की समस्या नहीं आएगी और उन्हें तत्काल मदद भी मिलेगी।

- दावा शेरपा, एडीजी