- डीजी रेलवे के निर्देश पर ऑपरेशन चक्रव्यूह चलाएगी आरपीएफ

- आरपीएफ, जीआरपी, सीआईबी व महिला जवान संभालेंगी सुरक्षा

- स्पेशल प्लान के तहत ट्रेन, प्लेटफार्म, पैसेंजर व पटरियों की होगी सुरक्षा

GORAKHPUR: देश में आईएस (इस्लामिक स्टेट) की दस्तक और लगातार हो रही ट्रेन हादसों को देखते हुए रेलवे की सुरक्षा के लिए चक्रव्यूह तैयार किया जा रहा है। डीजी रेलवे के निर्देश पर आरपीएफ की ओर से ट्रेन से लेकर पैसेंजर, प्लेटफॉर्म व रेल पटरियों की सुरक्षा के लिए ऑपरेशन चक्रव्यूह शुरू कर दिया गया है। इससे किसी भी आतंकी घटनाओं से सिर्फ निपटा ही न जा सके, बल्कि आतंकियों के नापाक मंसूबों को पहले ही ध्वस्त किया जा सके। इसके लिए आरपीएफ व सीआईबी टीम के साथ जीआरपी की भी मदद ली जा रही है।

सैफुल्लाह जैसों की शुरू हुई तलाश

इसके साथ ही लखनऊ एनकाउंट में मारे गए आतंकी सैफुल्लाह जैसे अन्य संदिग्धों की भी तलाश शुरू कर दी गई है। खुफिया रिपोर्ट के बाद यह स्पष्ट होते ही कि इस वक्त आतंकियों ने सिर्फ भारतीय रेल को अपने टॉरगेट पर रखा है, यह देखते हुए आरपीएफ अधिकारियों बिना किसी इंतजार संदिग्धों की तलाश भी शुरू कर दी है। इसके लिए आरपीएफ की अलग-अलग टीमें गांव-गांव जाकर ग्रामीणों व ग्राम प्रधानों से संपर्क कर रहीं हैं। इसके साथ ही रेलवे लाइन के किनारे रहने वाले लोगों से भी संपर्क किया जा रहा है।

किले में तब्दील हो गए रेलवे स्टेशन

आरपीएफ अधिकारियों के मुताबिक गोरखपुर जंक्शन सहित एनईआर के सभी स्टेशनों को किले में तब्दील कर दिया गया है। इसके लिए जीआरपी सहित अन्य सुरक्षा एजेंसियों से भी मदद ली जा रही है। इसके साथ ही सभी डिविजन को यह निर्देश जारी किए गए हैं कि स्टेशन, पैसेंजर व पटरियों की सुरक्षा के लिए आरपीएफ टीम जिलों की पुलिस से भी संपर्क में बनी रहे। ऐसे में किसी तरह की संदिग्ध हरकत होते ही उसपर तत्काल कार्रवाई की जाए।

यह जारी हुआ निर्देश

- प्लेटफार्म से लेकर सर्कुलेटिंग एरिया में भीड़भाड़ वाली जगहों की सघन चेकिंग की जाए।

- वाशिंग पीट से आने वाली एमटी रेकों की प्लेटफॉर्म पर प्लेस होने से पहले होगी चेकिंग।

- नान पार्किंग एरिया में नहीं खड़े वाहनों को तत्काल कब्जे में लेने का निर्देश।

- पार्किंग एरिया में खड़े वाहनों की स्नीफर डॉग के जरिए की जा रही चेकिंग।

- पटरियों की सुरक्षा के लिए जीआरपी व अन्य जिला पुलिस से लेंगे मदद।

- जंक्शन के गेट से लेकर प्लेटफॉर्म तक पैसेंजर व सामानों की स्कैनर व डॉग से चकिंग।

- ठेका कर्मचारियों व वेंडरों पर विशेष रखी जा रही निगरानी रख सौंपी संदिग्धों को चिन्हित करने की जिम्मेदारी।

- बॉथरूम, टॉयलेट से लेकर ट्रेनों व प्लेटफॉर्मो पर पड़े लावारिस सामानों की क्विक एक्शन लेने का निर्देश।

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हर परिस्थिति से निपटने के लिए आरपीएफ की टीम पूरी तरह मुस्तैद है। ट्रेन से लेकर पैसेंजर व पटरियों की सुरक्षा के लिए विशेष निर्देश जारी किए गए हैं। जिनकी हर दो घंटे पर रिपोर्ट भी ली जा रही है। सुरक्षा व्यवस्था की मॉनिटरिंग भी हर स्तर पर की जा रही है।

राजाराम, चीफ सिक्योरिटी कमिश्नर, एनई रेलवे