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- आरटीओ को जल्द मिलेगा चेचिस आईडेंटिफिकेशन सिस्टम वैन

- चेचिस व इंजन नंबर से मिनटों में पता चल जाएगा वाहन स्वा मी का नाम

GORAKHPUR:

पुलिस थानों पर खड़ी लावारिस गाडि़यां हो या चोरी की गाडि़यों पर नंबर प्लेट बदलकर घूमने या अपराध करने का मामला, इन वाहनों के मालिकों का पता अब मिनटों में चल जाएगा। जल्द ही गोरखपुर में व्हीकल चेचिस आईडेंटिफिकेशन वैन आ रही है जो गाड़ी के इंजन व चेचिस नंबर से उसे पहचान लेगी। इस वैन के आ जाने से पुलिस व आरटीओ दोनों का काम आसान हो जाएगा।

अभी पता लगाना होता है मुश्किल

आरटीओ अधिकारियों के मुताबिक चोरी की गाडि़यों या अपराध कर लावारिस हालत में छोड़े गए वाहनों के सही मालिक का पता लगाने में लंबी प्रक्रिया अपनानी पड़ती है। इसमें एक से दो दिन का भी वक्त लग जाता है। कई बार तो डिटेल नहीं मिलने से यह पता भी नहीं चल पाता कि वाहन किस आरटीओ में रजिस्टर्ड है, लेकिन अब व्हीकल चेचिस आईडेंटिफिकेशन वैन के जरिए वाहन स्वामी का महज दस मिनट में ही पता चल जाएगा।

नहीं छिपा सकेंगे चेचिस व इंजन नंबर

इतना ही नहीं इस वैन में लगे अत्याधुनिक उपकरणों की सबसे बड़ी खास बात यह है कि गाड़ी का इंजन व चेचिस नंबर चाहे िकतना भी मिटा दिया जाए, लेकिन इस वैन में लगी मशीन उसे डिटेक्ट कर लेगी। इसके लिए वैन में लगे उपकरण को इंजन व चेचिस नंबर पर सेट करना होगा। अगर इन नंबरों को किसी चीज से खुरचकर मिटाया भी गया है तो इस पर एक स्पेशल स्प्रे मारते ही नंबर स्पष्ट हो जाएगा और मशीन नंबर को स्कैन कर लेगी। साथ ही मिनटों में गाड़ी के मालिक का सही नाम व पता मिल जाएगा।

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वर्जन

व्हीकल चेचिस आईडेंटिफिकेशन वैन से पुलिस व आरटीओ का काम काफी आसान हो जाएगा। अभी तक इंजन व चेचिस नंबर से वाहन स्वामी का पता लगाने में लंबी प्रक्रिया अपनानी पड़ती है।

बीडी मिश्रा, आरटीओ एनफोर्समेंट