- डीडीयूजीयू कैंपस में सुबह-शाम वॉकिंग करने वालों पर यूनिवर्सिटी प्रशासन ने लगाया प्रतिबंध

- रजिस्ट्रार ने नियंता मंडल को सख्ती से पालन का दिया निर्देश, अब सुबह टहलने के लिए देने होंगे 50 रुपए

GORAKHPUR: चाहे डायबटीज के पेशेंट हो या फिर अस्थमा से पीडि़त। अब किसी भी प्रकार के मरीजों को सुबह और शाम की हवा यूनिवर्सिटी कैंपस में नसीब नहीं होगी क्योंकि यूनिवर्सिटी प्रशासन ने आतंकवादी एवं विध्वंसक घटनाओं के मद्देनजर डीडीयू कैंपस की सुरक्षा व्यवस्था को सख्त कर दिया है। इसके अलावा मेन गेट पर तीसरी आंखें भी लगाई जाएंगी। जो रात के वक्त भी बदमाशों पर नजर रखेंगी। डीडीयूजीयू रजिस्ट्रार ने नियंता मंडल को लेटर जारी कर इसे सख्ती से पालन करने का निर्देश जारी कर दिया है। अब लोगों को ताजी हवा लेने के लिए भ्0 रुपए विवि प्रशासन को देने होंगे।

असलहा लेकर करते थे एंट्री

पिछले कई दिनों से इस बात की शिकायत आ रही थी कि सुबह और शाम के वक्त कैंपस के भीतर अराजक तत्व आसानी से प्रवेश कर जाते हैं। इससे यूनिवर्सिटी परिसर तो गंदा हो ही रहा था। इसके अलावा कई आपत्तिजनक चीजें भी दिखाई दी। इस कारण यूनिवर्सिटी की छवि खराब हो रही थी। कई बार देर शाम बदमाश असलहा लेकर प्रवेश कर जाते थे। मेन गेट पर तैनात सिक्योरिटी गार्ड के मना करने के बाद भी वह नहीं मानते थे। इन सभी से आजिज आकर यूनिवर्सिटी प्रशासन ने कैंपस की सुरक्षा व्यवस्था को बढ़ाने का फैसला लिया है।

लगाया जाए प्रतिबंध

रजिस्ट्रार अशोक कुमार अरविंद ने नियंता मंडल को लेटर जारी कर यह निर्देश दिया कि सुबह और शाम कैंपस में टहलने वालों पर प्रतिबंध लगाया जाए। अगर प्रतिबंध के बाद भी जो लोग सुबह टहलना चाहते हैं उनसे भ्0 रुपए प्रतिमाह शुल्क लेकर उन्हें एंट्री करा सकते हैं, लेकिन उनका रजिस्ट्रेशन किया जाए, जिसमें उनकी फोटो पहचान पत्र, निवास प्रमाण पत्र जमा कराएं। इसके अलावा उनके पासपोर्ट साइज के फोटो के साथ रजिस्टर मेंटेंन करें।

दो घंटे ही ले सकेंगे ताजी हवा

रजिस्ट्रार ने यह भी निर्देश दिया कि जिनका रजिस्ट्रेशन होगा भी वह केवल मार्निग वॉक के लिए। यानी शाम के वक्त अब कोई भी वाकिंग नहीं कर सकेगा। सुबह जो वाकिंग के लिए आएंगे। उनके लिए समय निर्धारित कर दिया गया है। सुबह म् से 8 बजे के बीच ही एक्सरसाइज कर सकेंगे। इसके बाद किसी भी प्रकार से किसी का एंट्री नहीं दी जाए।

मेन गेट पर तीसरी आंख

उन्होंने संपत्ति अधिकारी की तरफ से मेन गेट और अन्य महत्वपूर्ण स्थानों पर सीसीटीवी कैमरे (जो रात के अंधेरे में भी दिखाई दे) लगाए जाएं। इसके अलावा नियंता मंडल को यह भी निर्देश दिया गया कि कैंपस में कोई संदिग्ध व्यक्ति देखा जाता है या फिर संदिग्ध सामग्री पाई जाती है, तो उसकी सूचना तत्काल जिला प्रशासन एवं पुलिस प्रशासन को दी जाए।

कैंपस की सुरक्षा व्यवस्था को चुस्त दुरूस्त कराना पहली प्राथमिकता है। इसके लिए नियंता मंडल को निर्देश दिया जा चुका है। रहा सवाल कैंपस में टहलने वालों के एंट्री का तो जो शुल्क पे करेगा, वह केवल मार्निग में दो घंटे के लिए एंट्री कर सकेगा।

अशोक कुमार अरविंद, रजिस्ट्रार, डीडीयूजीयू