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- डीडीयूजीयू की वेबसाइट पर शो कर रही गलत जानकारी

- पीजी में दिख रहा एमजे जबकि यूनिवर्सिटी में चलता यह कोर्स

- एग्जिक्यूटिव काउंसिल मेंबर के रूप में अब भी पूर्व वीसी

GORAKHPUR: शिक्षण संस्थान हों या फिर सरकारी व गैर सरकारी संस्थाएं, हर जगह ही डिजीटल इंडिया की बात हो रही है। संस्थानों में सॉफ्टवेयर चेंज के साथ ही अन्य व्यवस्थाएं हाईटेक करने की कवायदें पूरे जोर-शोर से चल रही हैं। गोरखपुर यूनिवर्सिटी ने भी इस दिशा में कदम बढ़ाए, लेकिन उसकी ये कोशिश स्टूडेंट्स की मदद करने की जगह उल्टा उन्हें कंफ्यूज करने में लगी है। यूनिवर्सिटी की वेबसाइट पर जारी पीजी कोर्सेज की लिस्ट में दिख रहे मास्टर ऑफ जर्नलिज्म एंड मास कम्यूनिकेशन कोर्स को देख बहुत से कैंडिडेट क्वेरी करने यूनिवर्सिटी पहुंच रहे हैं। जबकि हकीकत में यहां इस कोर्स की संचालन ही नहीं हो रहा। वहीं एडमिनिस्ट्रेशन कॉलम में मेंबर ऑफ एग्जिक्यूटिव काउंसिल की लिस्ट में वीसी प्रो। विजय कृष्ण सिंह की जगह अभी भी पूर्व वीसी प्रो। अशोक कुमार का नाम ही दिख रहा है।

मॉनिटरिंग नही, कंफ्यूजन जारी

डीडीयूजीयू प्रशासन की तरफ से इससे पहले स्टूडेंट्स के लिए तीन अलग-अलग वेबसाइट्स जारी की गई थीं। लेकिन वहां भी सूचनाएं सही ढंग से अपडेट नहीं हो पा रही थीं। काफी शिकायत के बाद स्टूडेंट्स, टीचर्स की सुविधा के लिए यूनिवर्सिटी प्रशासन ने www.dduguGORAKHPURuniversity.in नाम की एक वेबसाइट बनाई। इस वेबसाइट पर स्टूडेंट्स व कर्मचारियों से संबंधित सूचनाएं ऑनलाइन करने का सिलसिला शुरू हुआ। स्टूडेंट्स सहित स्टाफ से संबंधित सूचनाएं तो यूनिवर्सिटी वेबसाइट पर फटाफट ऑलनाइन हो रही हैं लेकिन अब भी इस वेबसाइट पर कई पुरानी सूचनाएं हा चल रही हैं। पीजी कोर्स में दिख रहा मास्टर ऑफ जर्नलिज्म एंड मास कम्यूनिकेशन कोर्स हो या फिर मेंबर ऑफ एग्जिक्यूटिव काउंसिल की लिस्ट में पूर्व वीसी का नाम, प्रॉपर मॉनिटरिंग ना होने के चलते अब तक ये सूचनाएं अपडेट नहीं हो सकी हैं।

वेबसाइट पर यह हैं गलतियां

मिस्टेक-1

डीडीयूजीयू की वेबसाइट के हाम पेज पर एकेडमी कॉलम पर क्लिक करते ही आपको यूनिवर्सिटी प्रशासन की सबसे बड़ी चूक मिल जाएगी। इसमें पीजी कॉलम में मास्टर ऑफ जर्नलिज्म एंड मास कम्यूनिकेशन कोर्स का संचालन दिखाया गया है। जबकि हकीकत में कैंपस में इस कोर्स का संचालन ही नहीं होता है।

मिस्टेक-2

वहीं जब एडमिनिस्ट्रेशन कॉलम पर क्लिक करेंगे तो सबसे उपर चासंलर का नाम है जो सही है। उसके बाद वाइस चांसलर का नाम है जिसमें प्रो। विजय कृष्ण सिंह का नाम व फोटो दोनों ही दर्शाया गया है। लेकिन मेंबर ऑफ एग्जिक्यूटिव काउंसिल पर क्लिक करते ही एक और गलती दिख जाती है। इसमें दिख रही 20 लोगों की लिस्ट में अभी भी पूर्व वीसी प्रो। अशोक कुमार का नाम मेंशन है। इसके अलावा 17 सदस्य, एक सचिव और एक वित्त अधिकारी के मान भी अपडेट नहीं हो सके हैं।

फैक्ट फाइल

- यूनिवर्सिटी में स्टूडेंट्स की संख्या - 12,000

- यूनिवर्सिटी से संबद्ध कॉलेजेज में स्टूडेंट्स की संख्या - 3,50,000

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डीडीयूजीयू से संबद्ध कॉलेज

- राजकीय कॉलेज - 07

- एडेड कॉलेज - 21

- सेल्फ फाइनेंस कॉलेज - 254

- नए कॉलेज - 17

- टोटल कॉलेज - 299

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वर्जन

वेबसाइट पर गलत सूचना देना ठीक नहीं है। अपडेटेड सूचना ही आनी चाहिए। जो भी वेबसाइट का कार्य देख रहा है उससे पूछताछ होगी। सभी सूचनाएं अपडेट कराई जाएंगी।

- शत्रोहन वैश्य, रजिस्ट्रार, डीडीयूजीयू