- धरना और विरोध प्रदर्शन पर बैन, रजिस्ट्रार ने जारी किया लेटर

- वहीं प्रॉक्टर ने की पुलिस और पीएसीसी की डिमांड

GORAKHPUR: डीडीयू गोरखपुर यूनिवर्सिटी में बवाल के बाद तरह-तरह की कवायदें होने लगी हैं। जहां यूनिवर्सिटी छावनी बन गई है, तो हर रोज एक नया फरमान जारी हो जा रहा है। इन सबके बीच यूनिवर्सिटी एडमिनिस्ट्रेशन ने एक बार फिर नई चिट्ठी जारी कर दी है। रजिस्ट्रार की सिग्नेचर से जारी इस लेटर में साफ किया गया है कि एकेडमिक माहौल बनाने के लिए गोरखपुर यूनिवर्सिटी कैंपस में सभी तरह के धरना-प्रदर्शन पर तत्काल प्रभाव से रोक लगा दी गई है। अगर कोई शांति व्यवस्था या पढ़ाई के माहौल को खराब करने की कोशिश करेगा, तो उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।

पुलिस बल की मांग

यूनिवर्सिटी में पढ़ाई का माहौल बनाने के लिए जिम्मेदारों ने पुलिस से भी मदद मांगी है। चीफ प्रॉक्टर प्रो। गोपाल प्रसाद ने एसएसपी को लेटर भेजकर यूनिवर्सिटी में धरना प्रदर्शन पर रोक लगाने की सूचना दी है। साथ ही डर का माहौल न रहे, इसके लिए पुलिस और पीएसी के जवानों की मांग की है। यह एडमिनिस्ट्रेटिव बिल्डिंग के साथ ही कैंपस के मेन गेट पर तैनात किए जाएंगे, जिससे कि अगर कोई धरना प्रदर्शन या विरोध करने की कोशिश करता है, तो उसके खिलाफ तत्काल कार्रवाई की जा सके।

बवाल के बाद से तनाव

गोरखपुर यूनिवर्सिटी में छात्र के दो गुटों के बीच हुई मारपीट के बाद से यूनिवर्सिटी का माहौल तनावपूर्ण बना हुआ है। कैंपस और एडी बिल्डिंग पुलिस छावनी बना है, जबकि स्टूडेंट्स यूनिवर्सिटी पहुंचने से डर रहे हैं। इसको देखते हुए बवाल के बाद यूनिवर्सिटी ने दो दिन तक छुट्टी कर दी थी, बाद में इसे एक दिन और बढ़ा दिया गया। रविवार होने की वजह से एक दिन यूनिवर्सिटी और बंद रही और कुल चार दिन तक पढ़ाई नहीं हो सकी। सोमवार को यूनिवर्सिटी खोली गई, लेकिन पठन-पाठन स्थगित रखा गया। अब मंगलवार से कैंपस में पढ़ाई का दौर शुरू होना है, इसमें किसी तरह की गड़बड़ न हो, इसके लिए यूनिवर्सिटी ने धरना-प्रदर्शन पर ही रोक लगाने का फैसला किया है।

लगातार जारी है विराेध प्रदर्शन

गोरखपुर यूनिवर्सिटी में बवाल के बाद भले ही यूनिवर्सिटी बंद कर दी गई थी, लेकिन यहां पर विरोध प्रदर्शन का दौर जारी था। इस बीच रोजाना छात्रों के अलग-अलग गुट इकट्ठा होते रहे और छात्रसंघ चुनाव कराने का अपनी मांग दोहराते रहे। पहले दिन जहां धरना प्रदर्शन किया गया, वहीं दूसरे दिन मौन विरोध मार्च और प्रदर्शन किया गया। रविवार को भी चुनाव की मांग कराने को लेकर कैंडिल मार्च निकाला गया था। इन सबकी सूचना के बाद यूनिवर्सिटी ने यह कदम उठाया है।

वर्जन

विश्वविद्यालय में छात्रों की पढ़ाई डिस्टर्ब न हो, इसके लिए धरना प्रदर्शन करने पर तत्काल रोक लगा दी गई है। पुलिस और पीएसी की मांग की गई है। इसके बाद भी जो प्रदर्शन करेगा, उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।

- प्रो। गोपाल प्रसाद, चीफ प्रॉक्टर, डीडीयूजीयू