- शहर के फेमस कुर्ता कारीगर हैं मटकू टेलर्स

- राजा भैया से लेकर केंद्रीय व राज्य मंत्रियों का बनता है कुर्ता

- 1945 से चल रही दुकान, शहर में खुल चुकी है 4 ब्रांच

द्दह्रक्त्रन्य॥क्कक्त्र:

पॉलिटिक्स अगर स्कूल है तो कुर्ता-पजामा उसका ड्रेस कोड। देश में जब तक कोई पॉलीटीशियन कुर्ता-पजामा न पहने, लोग उसे गंभीरता से नहीं लेते। यंग एज पॉलीटीशियन हो या फिर सीनियर लीडर्स, कुर्ता-पजामा के बगैर राजनीति अधूरी है। वहीं, अगर चुनावी मौसम है तो कुर्ता-पजामा की दुनिया रच-बस सी जाती है। इसे देखते हुए नेशनल लेवल पर लाइमलाइट में रहने वाले नेताओं का स्टाइल कापी कर यूथ्स भी नए स्टाइल गढ़ रहे हैं। चाहे वो पीएम नरेंद्र मोदी हों या फिर सीएम योगी आदित्यनाथ या फिर कांग्रेस सुप्रीमो राहुल गांधी जैसे धुरंधर। उनका स्टाइल अपने आप में ही एक ब्रांड बन गया है। वहीं, शहर में एक ऐसी दुकान है जहां नेताओं के स्टाइल में कुर्ता-पजामा सिलवाने वालों की सिर्फ लाइन ही नहीं लगी होती, बल्कि अगर देखा जाए तो जिले की राजनीति भी इसी दुकान से शुरू होती है। जी हां मटकू एंड संस की दुकान पर पॉलीटिकल लीडर्स की स्टाइल को कापी कर नए क्लेवर में ढाल रहें हैं।

मोदी से लेकर योगी तक की कापी

आलम यह है कि इस दुकान पर महीनों पहले कराई गई कुर्ते की डिलेवरी अब कराई जा रही है। ऐसे में इन दिनों शहर में मोदी कट और अखिलेश कट की डिजाइन के कपड़े की डिमांड काफी बढ़ गई है। इस सिलाई के लिए लंबे समय से शहर के माहिर टेलर मटकू के दुकान पर नेताओं की भीड़ देखने को मिल रही है । मटकू उर्फ रशीद अहमद कपड़े सीने का काम पिछले 23 वर्षो़ से कर रहें हैं। मटकू एंड संस की शहर मे ंसबसे पहली दुकान सन् 1945 में घंटाघर में खुली थी। आज शहर में चार जगहों घंटाघर, गीताप्रेस, असुरन और गोलघर में उनकी शॉप है। इन्होंने अपने वालिद रहमतूल्लाह से करीगरी सिखी है। मटकू की कारीगरी का लोहा चाहे वो मंत्री हो या विद्यायक हर कोई मानता है ।

सिने स्टार भी पहनते थे मटकू का कुर्ता

मटकू एंड संस के सीले कुर्तो के शौकीनों की लिस्ट काफी लंबी है। वालिद रहमतूल्लाह के सीले हुए कपड़े पुरानी फिल्मों के कामेडियन आशिष सेन सहित अन्य कलाकार को भी भातें थे। वहीं प्रदेश के पूर्व सीएम स्व। वीरबहादुर सिंह समेत और भी बड़े नेता जो दिल्ली में बैठा करतें थे, उनकी भी पहली पसंद रहमतूल्लाह थे।

केंद्रीय मंत्री से लेकर पूर्व सीएम तक की पसंद

वहीं आज भी पूर्वाचल से लेकर लखनऊ तक की राजनीति के पुरोधा यहीं से अपने लिए कुर्ता-पजामा सिलाते हैं। इनमें बाहुबली रघुराज प्रताप सिंह उर्फ राजा भैया से लेकर डॉ। पीके राय, पप्पू जायसवाल, केंद्रीय मंत्री शिवप्रताप शुक्ला, पूर्व विधायक विजय बहादुर सिंह, पूर्व मंत्री राजेश त्रिपाठी, पूर्व सांसद कुशल तिवारी, डॉ। राम पतिराम त्रिपाठी, पूर्व विधान परिषद के सभापति गणेश शंकर पांडेय, पूर्व सांसद राजनरायण पासी, भालचंद यादव, विधायक विमलेश पासवान, सांसद कमलेश पासवान से लेकर तमाम मंत्री, सांसद विधायक आज भी मटकू एंड संस का ही सिला कुर्ता पहनते हैं।

मटकू के कपड़ों की अलग है पहचान

ऐसे तो कुर्ता सिलने वाले बहुत से टेलर्स हैं। लेकिन मटकू एंड संस के सिले कुर्तो की एक अलग ही पहचान है। इनके कुर्तो की सबसे बड़ी खास बात यह है कि यहां के सीले कुर्ते चाहे किसी के बदन पर हों, लेकिन कुर्तो के शौकीन उसे आसानी से पहचान लेंगे। क्योंकि ये हुनर शायद मटकू के अलावा और किसी के पास नहीं है। हालांकि कोशिश तो बहुत से कारीगरों ने की, लेकिन कुर्तो के कंधों पर बनी जाली से लेकर हाथ की सिलाई और फिटिंग कोई नहीं दे सका। आलम यह है कि मटकू एंड संस का कुर्ता सिर्फ एक बेहतर कारीगरी ही नहीं, बल्कि एक ब्रांड बन चुका है।