-लेडी हॉस्पिटल, कबीरचौरा के नये ओटी व प्राइवेट वॉर्ड में जाने के लिए रैम्प की जगह बनाई गई हैं सीढि़यां,

-ग्राउंड फ्लोर पर ओटी व सेकेंड फ्लोर पर हैं वॉ‌र्ड्स

-प्रेग्नेंट लेडीज कैसे चढ़ेंगी सीढि़यां, इस पर ध्यान ही नहीं दिया गया

VARANASI: गवर्नमेंट लेडी हॉस्पिटल, कबीरचौरा में नये ओटी व प्राइवेट वॉर्ड बनकर तैयार हो गये हैं। पंद्रह दिनों में ओटी का इनॉगरेशन भी हो सकता है। लेकिन ओटी और वॉर्ड में एक कमी लेडीज पेशेंट्स व उनके तीमारदारों को काफी खलेगी। इस कमी पर किसी ऑफिसर का ध्यान भी नहीं गया। अगर गया होता तो इतनी बड़ी मिस्टेक नहीं हुई होती। जबकि कुछ दिनों पूर्व हेल्थ ऑफिसर्स के इंस्पेक्शन में इस गड़बड़ी को पॉइंट आउट भी किया गया था। इसके बावजूद इस कमी को पूरा करने के लिए प्रयास नहीं किया जा रहा है। दरअसल, नये ओटी में ग्राउंड फ्लोर पर ऑपरेशन थिएटर रूम बनाया गया है और सेकेंड फ्लोर पर पेशेंट्स के लिए प्राइवेट वॉ‌र्ड्स बनाये गये हैं। लेकिन सेकेंड फ्लोर पर जाने के लिए रैम्प की जगह सीढि़या बनाई गई हैं। प्रेग्नेंट लेडीज कैसे सीढि़या चढ़ेंगी इस बारे में हॉस्पिटल एडमिनिस्ट्रेशन का ध्यान ही नहीं गया।

नेशनल रूरल हेल्थ मिशन (एनआरएचएम) के तहत क्,ब्क् लाख रुपये में नये ओटी व प्राइवेट वॉ‌र्ड्स का निर्माण कराया गया है। कंस्ट्रक्शन कंपनी ने भी नहीं ध्यान दिया कि आखिर ओटी से निकलकर सेकेंड फ्लोर पर पेशेंट्स के जाने के लिए रैंप होना चाहिए था। जबकि हॉस्पिटल के सीनियर ऑफिसर्स भी अगर निर्माण के समय इन पहलुओं पर ध्यान दिए होते तो इतनी बड़ी मिस्टेक नहीं हुई होती। फिलहाल एनआरएचएम के ऑफिसर्स इंस्पेक्शन के दौरान सीढ़ी को हटाने का ऑर्डर दे चुके हैं।

लिफ्ट का ऑप्शन कैंसिल

अब हॉस्पिटल एडमिनिस्ट्रेशन के पास एक ही ऑप्शन बचा है कि वह सीढि़यों को तोड़कर रैंप का निर्माण कराए। हालांकि सीढि़यों के बगल से लिफ्ट भी बनाने की सुगबुगाहट चल रही थी। लेकिन लाइट की प्रॉब्लम को देखते हुए लिफ्ट के ऑप्शन को कैंसिल कर दिया गया। चूंकि रूरल एरिया की ज्यादातर लेडी पेशेंट्स अपना चेकअप कराने के लिए इसी हॉस्पिटल में आती हैं जो लिफ्ट को हेंडल नहीं कर सकतीं। इसलिए सीढि़यों के बदले अब रैंप ही एकमात्र ऑप्शन बचा है।

सीढि़यों को हटाकर रैंप बनाए जाने के लिए सीनियर ऑफिसर्स को लेटर भेज दिया गया है। लिफ्ट के लिए बात चल रही थी लेकिन लाइट की प्रॉब्लम को देखते हुए कैंसिल कर दिया गया। बहुत जल्द रैम्प बन जाएगा।

डॉ। केपी शुक्ला

एसआईसी

गवर्नमेंट लेडी हॉस्पिटल, कबीरचौरा