- दूसरे दिन 5ाी विधानस5ा में विपक्ष का हंगामा रहा जारी

- योगी ने कहा, अपने कारनामे छिपाने को सपा कर रही हंगामा

- सोमवार तक सदन स्थगित, हंगामे के बीच दो विधेयक पेश

LUCKNOW :

बिजली दरों में बढ़ोतरी ने दूसरे दिन 5ाी विधानस5ा की कार्यवाही को सुचारू रूप से चलने नहीं दिया। शुक्रवार को 5ाी विपक्ष के हंगामे के चलते विधानस5ा की कार्यवाही बाधित रही। विपक्ष पर बरसते हुए सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि मात्र 47 लोगों द्वारा सदन को बंधक बनाना उचित नहीं, इसकी अनुमति नहीं मिलनी चाहिए। विपक्ष, बिजली के मुद्दे पर बहस नहीं सिर्फ हंगामा करना चाहता है 1योंकि बहस की तो पूर्ववर्ती सरकारों केकाले कारनामे सामने आएंगे। ऐसे में ये लोग अपना किसान विरोधी चेहरा सामने ला रहे हैं। सरकार, प्रत्येक प्रश्न का जवाब देने को तैयार है, लेकिन विधानसभा को बंधक बनाने की कोशिश हो रही है।

बिना 5ोद5ाव के मिल रही बिजली

सीएम ने बढ़ी दरों पर सफाई देते हुए कहा कि अब किसान को पहले से अधिक बिजली बिना 5ोद5ाव के मिल रही है। पहले डीजल से पंप चलाने पर ज्यादा खर्च होता था। प्रति यूनिट 6.50 रुपये 2ार्च होने के बावजूद किसान को 1.10 रुपये दर से बिजली उपल4ध की जा रही है। विद्युत नियामक आयोग की संस्तुति पर बिजली दर 80 पैसे से बढ़ा कर 1.10 रुपये प्रति यूनिट की है। कुछ पैसों की बढ़ोत्तरी पर ही ये लोग हल्ला कर रहे हैं, लेकिन जो काम हमने किया है, उसे नहीं देख रहें। उन्होंने कहा कि सपा शासनकाल में बिजली की हालत खस्ता थी। हमारी सरकार ने किसानों व नौजवानों के हित में काम किए हैं, जो लोगों को पच नहीं रहे। वंशवाद व जातिवाद की राजनीति खत्म न हो, इसलिए हंगामा हो रहा है। मु2यमंत्री ने सदन स्थगित होने के बाद सेंट्रल हाल में विपक्ष के आरोप पर पलटवार करते हुए कहा कि जनता को 5ाड़काने में कामयाब न होने के बाद ही सदन बाधित किया जा रहा है।

सपा-कांग्रेस के सदस्य वेल में

शुक्रवार को विधानस5ा की कार्यवाही शुरू होते ही सपा और कांग्रेस सदस्यों ने हंगामा और वेल में धरना दिया। बसपा-रालोद के सदस्य अपनी सीटों से विरोध जताते रहें। विधानस5ा अध्यक्ष हृदयनारायण दीक्षित ने समझाने की कोशिश की परंतु प्रश्नकाल न चल सका। इस दौरान संसदीय कार्य मंत्री सुरेश 2ान्ना व ऊर्जा मंत्री श्रीकांत शर्मा की विपक्षी सदस्यों से नोकझोंक 5ाी हुई। प्रश्नकाल के बाद दोपहर 12.20 बजे कार्यवाही शुरू करने की कोशिश सपा- कांग्रेस सदस्यों की नारेबाजी के चलते कारगर नहीं हो सकी। हंगामे के दौरान ही मु2यमंत्री योगी ने अपना पक्ष प्रस्तुत किया और सदन चलाने में सहयोग देने की बात 5ाी कही। बसपा के लालजी वर्मा ने कार्यस्थगन प्रस्ताव के जरिये बिजली दरों का मुद्दा उठाने की कोशिश की परंतु हंगामे में दबकर रह गयी। जिस पर बसपा व रालोद के सदस्य सदन से बहिर्गमन कर गए।

सदन सोमवार तक स्थगित

हंगामे के चलते शीतकालीन सत्र के दूसरे दिन 5ाी काम न हो सका और दोपहर 12.45 बजे विधानस5ा अध्यक्ष हृदयनारायण दीक्षित द्वारा सोमवार तक सदन को स्थगित कर दिया गया। इससे पूर्व हंगामे के बीच दो विधेयक उत्तर प्रदेश चलचित्र विनियमन संशोधन विधेयक-2017 व उत्तर प्रदेश औद्योगिक क्षेत्र विकास संशोधन विधेयक-2017, पेश करते हुए कुछ विधायी कार्य 5ाी निपटाए गए। विधानस5ा स्थगित किए जाने के बाद 5ाी कांगेस व सपा सदस्य वेल में धरने पर बैठे रहे और नारेबाजी होती रही। करीब एक घंटे बाद विधानसभा अध्यक्ष व संसदीय कार्यमंत्री द्वारा पुनर्विचार का आश्वासन मिलने पर ही धरना खत्म किया गया। बता दे कि शीतकालीन सत्र के पहले दिन गुरुवार को भी विपक्ष के हंगामे के चलते कार्यवाही नहीं सकी थी।