-बेसिक शिक्षा विभाग ने हैंडवॉश की व्यवस्था करने के लिए शासन से मांगा बजट

-1369 स्कूल्स के स्टूडेंट्स होंगे लाभांवित, स्वच्छता अभियान में सहयोग देने की मंशा

<-बेसिक शिक्षा विभाग ने हैंडवॉश की व्यवस्था करने के लिए शासन से मांगा बजट

-क्फ्म्9 स्कूल्स के स्टूडेंट्स होंगे लाभांवित, स्वच्छता अभियान में सहयोग देने की मंशा

BAREILLYBAREILLY: स्वच्छता के लिए बच्चे अवेयर हों और अपने पेरेंट्स को भी अवेयर करें। इसके लिए बेसिक शिक्षा विभाग ने पहल की है। परिषदीय स्कूल के बच्चे खाना खाने के पहले और शौच के बाद हाथ धोएं इसके लिए परिषदीय स्कूल्स में वॉटर टैंक, वॉश बेसिन आदि की व्यवस्था होगी। बेसिक शिक्षा विभाग ने क्78 लाख रुपए के बजट का प्रस्ताव बनाकर शासन को भेजा है।

अवेयरनेस की है कमी

रूरल एरियाज में देखा जाता है कि अवेयरनेस के अभाव में बच्चे बगैर हाथ धोए ही खाना खाते हैं। जिसे बैक्टीरिया उनके पेट में चले जाते हैं। जिससे वह बीमार हो जाते हैं। वहीं, शौच जाने के बाद भी हाथ नहीं धोते हैं। ऐसा अवेयरनेस न होने के चलते ही होता है। स्टूडेंट्स अवेयर हों। खाना खाने से पहले और शौच जाने के बाद हाथ धोएं। इसलिए बेसिक स्कूल में हैंडवॉश की व्यवस्था मुहैया कराने के लिए शासन को क्78 लाख का प्रस्ताव तैयार करके भेजा है। बजट जारी होने से क्फ्म्9 स्कूल्स के स्टूडेंट्स लाभांवित होंगे।

स्वच्छ अभियान को मिलेगी गति

बेसिक शिक्षा विभाग की इस पहल से केन्द्र सरकार के स्वच्छता अभियान को भी गति मिलेगी। क्योंकि जब स्टूडेंट्स जागरूक होंगे, तो वे पेरेंट्स और ग्रामीणों को हाथ धोने के फायदे बताएंगे। इससे अवेयरनेस आएगी और लोग खाना खाने से पहले और शौच जाने के बाद हाथ धोएंगे। साथ ही, बीमारी से भी बचेंगे।

परिषदीय स्कूल्स में हैंडवॉश की व्यवस्था के लिए क्78 लाख रुपए का प्रस्ताव तैयार करके शासन को भेजा गया है। ऐसा स्वच्छता अभियान के लिए लोगों को अवेयर करने के लिए किया जाएगा।

अरविन्द पाल, डीसी सर्व शिक्षा अभियान