-योगी सरकार के पहले दिन गृहजिले में विभिन्न विभागों का लाइव नजारा

GORAKHPUR: योगी आदित्यनाथ का सोमवार को यूपी के नए सीएम के तौर पहला दिन रहा। इस दौरान हमने गोरखपुर में सरकारी मशीनरी का अंदाज लाइव देखने की कोशिश की

प्रशासन में चला समीक्षा का दौर

कमिश्नर अनिल कुमार ने गोरखपुर में विभिन्न प्रोजेक्ट्स की समीक्षा को प्राथमिकता दी। इस दौरान उन्होंने रामगढ़ताल परियोजना, इलेक्ट्रिसिटी डिपार्टमेंट की आईपीडीएस व दीन दयाल विद्युतीकरण स्कीम की भी समीक्षा की। एम्स और बीआरडी की व्यवस्था को लेकर भी कमिश्नर ने समीक्षा की। समीक्षा के दौरान कमिश्नर अनिल कुमार ने सभी विभागों के जिम्मेदारों से कहा कि जिन कामों के लिए फंड मिलने बाकी हैं, उनकी भी लिस्ट बनाकर उपलब्ध कराएं। नगर निगम और स्वच्छ भारत मिशन की समीक्षा करते हुए कहा कि सड़क के किनारे पर भी शौचालय/मूत्रालय बनावाए जाएं।

पुराने ढर्रे पर स्वास्थ्य व्यवस्था

नई सरकार में भी स्वास्थ्य महकमा अभी भी पुराने ढर्रे पर ही नजर आया। सोमवार को भी जिला अस्पताल सहित बीआरडी मेडिकल कॉलेज में मरीजों को अव्यवस्थाओं से जूझना पड़ा। जिला अस्पताल की ओपीडी में तो डॉक्टर मरीजों को देखते नजर आए लेकिन जिला महिला अस्पताल की ओपीडी में डॉक्टर गायब रहे। वहीं, मेडिकल कॉलेज के आर्थो वार्ड में सीनियर डॉक्टर के साथ इंसेफेलाइटिस वार्ड में भी डॉक्टर नहीं मिले। इतना ही नहीं, इंसेफेलाइटिस के ड्रग स्टोर में ताला लटका रहा। इसके अलावा सीटी स्कैन व एक्स-रे जांच पूरी तरह ठप रही। पर्ची काउंटर के अलावा ओपीडी में डॉक्टर के कक्ष के बाहर मरीजों की लंबी लाइन लगी रही। वहीं सीएमओ ऑफिस में कुछ विभागों में कर्मचारी नहीं दिखे।

आरटीओ अपने में मगन

वहीं आरटीओ ऑफिस अपने में मगन दिखा। आम दिनों की तरह आज भी भ्रष्टाचार का जाल कायम रहा। दैनिक जागरण-आई नेक्स्ट टीम ने वहां आए तमाम लोगों को परेशान देखकर उनसे बात की तो पता चला कि यहां आज भी सबकुछ वैसा ही है, जैसा पहले था। सभी कामों के लिए खुलेआम सुविधा शुल्क लिए जा रहे हैं। रिपोर्टर ने एक युवक के साथ गाड़ी ट्रांसफर की फाइल लेकर एक अधिकारी के पास भेजा। युवक ने अधिकारी से कहा कि मुझे गाड़ी ट्रांसफर करानी है, प्लीज थोड़ी मदद कर दीजिए। लेकिन अधिकारी ने उसे बाबू के पास जाने का रास्ता दिखा दिया। ऐसा सिर्फ किसी एक के साथ नहीं बल्कि यहां आने वाले तमाम लोगों के साथ हुआ। यही वजह है कि लोग अपने कामों के लिए अधिकारियों के पास जाने की बजाय सुविधा शुल्क देकर काम कराने को मजबूर हैं।

दिन भर हुई चेकिंग

सोमवार को शहर का नजारा बदला-बदला नजर आया। सुबह करीब 10 बजे पुलिस अधिकारी अपने-अपने दफ्तरों में पहुंच गए। दोपहर तक बैठकर फरियादियों की बात सुनी। हर मामले को सुनकर अधिकारियों ने कार्रवाई का निर्देश संबंधित थानेदारों को दिया। अधिकारियों ने कहा कि निर्देशों का अनुपालन न करने वाले एसओ और दरोगा अपना बोरिया-बिस्तर बांध लें। इतना ही नहीं, शहर में पुलिस पूरी तरह से एक्टिव मोड में नजर आई। चौराहों पर सुबह से लेकर देर शाम तक चेकिंग अभियान चलता रहा। पहली बार ऐसा हुआ जब पुलिस ने सड़क से गुजरने वाले हर वाहन की चेकिंग कराई। संदिग्धों की धर-पकड़ और क्राइम कंट्रोल के लिए पुलिस ने सख्ती भी दिखाई। आईजी मोहित अग्रवाल ने बताया कि सभी पुलिस अधिकारियों, कर्मचारियों को अलर्ट रहने के निर्देश दिए गए हैं। संदिग्धों की तलाश में चेकिंग अभियान चलता रहेगा।