Highlights
- 300 करोड़ को कारोबार बैंकों में प्रभावित हुआ।
- 150 करोड़ की क्लीयरिंग और 150 करोड़ का अन्य बैंकिंग कारोबार नहीं हुआ
- 18 हजार चेक्स बैंकों के क्लीयरेंस चेस्ट में फंसे।
- 5 करोड़ का कारोबार एलआईसी में हड़ताल से प्रभावित रहा।
- 2 करोड़ का कारोबार प्रभावित हुआ जनरल इंश्योरेंस सेक्टर में।
-  5 करोड़ का लेन-देन पोस्ट ऑफिस में इफेक्टेड रहा।
- 45 लाख का रेवेन्यू लॉस उठाना पड़ा रोडवेज को.

कहीं का नहीं खुला ताला
बुधवार को हड़ताल के पहले ही दिन सरकारी कर्मचारियों ने मांगों के समर्थन में जबरदस्त धरना प्रदर्शन किया। इस दौरान सुबह नौ बजे से कर्मचारी अपने ऑफिसेज तो पहुंचे लेकिन किसी भी कर्मचारी ने ऑफिस के अंदर एंट्री नहीं की और ऑफिस के बाहर ही प्रदर्शन कर सरकार के खिलाफ अपने गुस्से करा इजहार किया। हड़ताल के चलते भारतीय स्टेट बैंक, यूनियन बैंक, पीएनबी, ओबीसी, यूको बैंक, बैंक ऑफ इंडिया, सेंट्रल बैंक, केनरा बैंक सहित राष्ट्रीयकृत बैंक की सभी शाखाओं पर ताले लटके रहे। ग्रामीण बैंक की तीन शाखाओं को छोड़कर अन्य शाखाएं खुली रही। वहीं प्राइवेट बैंकों में काम काज तो हुआ लेकिन यहां भी कस्टमर्स कम ही दिखे।

क्लीयरिंग पर पड़ा जबरदस्त असर

वैसे तो दो दिनों की प्रस्तावित हड़ताल के पहले दिन पब्लिक को भारी परेशानी झेलनी पड़ी। एक ओर जहां बैंकों में रुपयों का लेन देन ठप हो गया वहीं एलआईसी में इंश्योरेंस प्रीमियम भरने से लेकर क्लेम लेने आने वालों को भारी परेशानी झेलनी पड़ी। स्ट्राइक का सीधा असर क्लीयरिंग हाउस व रोजमर्रा के लेन देन पर पड़ा। बैंकों और जीवन बीमा में तो काफी बड़ा नुकसान हुआ है जबकि साधारण बीमा में 2 करोड़, पोस्ट आफिस में 5 करोड़ व रोडवेज को एक दिन में करीब 45 लाख की चपत लगी है।
 

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पहले दिन स्ट्राइक के चलते सभी बैंकों में मिलाकर 18 हजार चेकों का लेन देन ठप रहा। वहीं 150 करोड़ की क्लीयरिंग नहीं हो सकी। इसके अलावा 150 करोड़ का अतिरिक्त कारोबार भी इस स्ट्राइक से बैंकों में प्रभावित रहा। ओवरआल वन डे स्ट्राइक से 300 करोड़ का कारोबार ठप रहा।
- संजय कुमार शर्मा, महामंत्री,
यूपी बैंक इंप्लाई यूनियन वाराणसी यूनिट

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स्ट्राइक के चलते भारतीय जीवन बीमा निगम में तकरीबन 5 करोड़ का कारोबार ठप रहा। आठ जिलों में एलआईसी की 29 शाखाएं हैं और हर ब्रांच से 20 लाख का टर्नओवर एक दिन में होता है। इसलिए एक दिन की हड़ताल से ही पांच करोड़ से ज्यादा का नुकसान हुआ है।
- नारायण चटर्जी, अध्यक्ष,
वाराणसी डिवीजन इंश्योरेंस इम्प्लाई एसोसिएशन


बिजनेस वालों का बजेगा बैंड
दो दिनी स्ट्राइक में सरकार को जो चूना लगेगा, वो तो लगेगा ही मगर आम पब्लिक के तौर पर बिजनेसमेन को सबसे ज्यादा नुकसान होने वाला है। फस्र्ट डे ही सिटी के कई बैंक्स के एटीएम ने शाम को सेवा देने से इंकार कर दिया। जबकि गुरुवार को और ज्यादा मशीनों में नो मनी की सिचुएशन आनी तय है। इधर, बिजनेसमेन चेक्स के क्लीयरेंस में फंसने से ज्यादा टेंशन में हैं क्योंकि इसका असर उनके बिजनेस पर पड़ेगा। बैंकों से दो दिन तक लेन-देन न होना पाना भी उनके लिए चिंता का सबब है। कर्मचारी संगठनों का कहना है कि पब्लिक की परेशानी दूसरे दिन और बढ़ेगी। सरकार को चाहिए कि वो कर्मचारियों के बारे में विचार करे ताकि कर्मचारी यूनियन और सरकार के बीच का टकराव खत्म हो सके।

झेल गए 10 हजार से ज्यादा पैसेंजर्स

रोडवेजकर्मियों की हड़ताल के चलते कैंट डिपो से रोडवेज की एक भी बस नहीं चली। अलग-अलग रूट के लगभग दस हजार पैसेंजर अपनी मंजिल तक जाने के लिए परेशान रहे। मौके की नजाकत को देखते हुए अनुबंधित बसों को लगाया गया। बनारस रीजन से 99 बसें यात्रियों को ढोती रहीं। कैंट डीपो से 27 बसें लगायी गयी थीं। हड़ताल की वजह से रोडवेज को 45 लाख का चूना लगा है। वहीं प्राइवेट बसों ने खूब चांदी काटी। सोनभद्र, मिर्जापुर, भदोही, बलिया, गाजीपुर, आजमगढ़, गोरखपुर रूट से पैसेंजर्स सबसे ज्यादा परेशान हुए। इलाहाबाद से आ रहे श्रद्धालुओं को भी काफी झेलनी पड़ी। हड़ताल का पूरा फायदा प्राइवेट बसों ने उठाया। कैंट डीपो से पास से ही सवारी ढोते रहे और मनमाना वसूली किया।

अभी तो ये अंगड़ाई है, आगे और लड़ाई है

दो दिनी हड़ताल के पहले दिन बुधवार को लगभग सभी विभागों के कर्मचारी हड़ताल में शामिल हुए। दिन भर प्रदर्शन और नारेबाजी का दौर चलता रहा। अभी तो ये अंगड़ाई है, आगे और लड़ाई है जैसे नारों से कर्मचारियों ने अपनी मांगें बुलंद की। वाराणसी डिवीजन इंश्योरेंस इम्प्लाइज एसोसिएशन के अध्यक्ष नारायण चटर्जी के नेतृत्व में कर्मचारियों ने एलआईसी के भेलूपुर स्थित जोनल आफिस पर सरकार विरोधी नारे लगाए और सभा की। इस दौरान एलआईसी वर्कर्स यूनियन ने भी सरकार विरोधी नारेबाजी की। यूनियन के अध्यक्ष राजीव लोचन श्रीवास्तव, महामंत्री सुरेश कुमार श्रीवास्तव ने सभा में अपने विचार व्यक्त किये। आयकर कर्मचारी महासंघ ग्रुप सी व डी से जुड़े कर्मचारियों ने गेट मीटिंग कर सरकार को कोसा। इसमें अनिल सिंह, राकेश श्रीवास्तव, अशोक कुमार यादव रहे।

जुलूस निकालकर जतायी नाराजगी
हड़ताल की वजह से चांदपुर इंडस्ट्रियल स्टेट, रोहनिया, लहरतारा, करौता, शिवपुर, माधोपुर, महमूरगंज, पाण्डेयपुर के अधिकांश कारखाने बंद रहे। होजरी मजदूर यूनियन के आह्वन पर शिवपुरवा के दर्जनों कारखाने सहित होजरी उद्योग में हड़ताल का असर रहा। चांदपुर इंडस्ट्रियल स्टेट के सैकड़ों मजदूरों ने जुलूस निकाला और नारेबाजी की। रामनगर इंडस्ट्रियल स्टेट में भी मजदूर हड़ताल पर रहे। पराग डेयरी के गेट के सामने मांगों के समर्थन जुलूस निकाला। उत्तर प्रदेश सम्भागीय परिवहन कर्मचारी संघ की ओर से कर्मचारियों ने बाबतपुर स्थित ऑफिस कैम्पस में सभा की। मागों के समर्थन में नारेबाजी की। राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद के बैनर तले सिंचाई, परिवहन, कोषागार, वाणिज्यकर, आबकारी, बोर्ड आफिस, एजुकेशन डिपार्टमेंट, डिप्लोमा इंजिनियर, ग्र्राम विकास, पशुपालन, अर्थ एवं संख्या, उद्यान विभाग के कर्मचारियों ने कार्य बहिष्कार किया। अपने-अपने ऑफिस कैम्पस में आम सभा की।

निकाला वाहन जुलूस
हड़ताल की सफलता के लिए यूपीबीईयू के बैनर तले बैंक कर्मचारियों ने पीएनबी द्वारा संचालित विन्ध्यवासिनी नगर कालोनी स्थित माइकर सेंटर व समाशोधन गृह पर जमा हुए। वहां तालाबंदी करके वाहन जुलूस निकाला। जुलूस कैंट स्थित पंजाब नेशनल बैंक के जोनल ऑफिस, इलाहाबाद बैंक व ओरिएंटल बैंक ऑफ कामर्स के जोनल ऑफिस पहुंचे। यहां से अन्य बैंकों तक पहुंचकर तालाबंदी करायी। सिंचाई संघ यूपी के बैनर तले सिंचाई विभाग के 15 संगठन से जुड़े कर्मचारियों ने कार्य बहिष्कार किया। हड़ताल में शामिल होने वालों में मिनिस्ट्रीयल एसोसिएशन इरीगेशन डिपार्टमेंट, सिविल-मैकेनिकिल डिप्लोमा इंजीनियर संघ, चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी संघ, सर्वेयर संघ, मुंशी संघ, स्टेनोग्र्राफर संघ, सिंचाई राजस्व अधिकारी संघ, ड्राइंग स्टाफ एसोसिएशन, नियमित कर्मचारी संघ आदि रहे। अखिल भारतीय डाक कर्मचारी संघ के नेतृत्व में डाककर्मी हड़ताल पर रहे और कैंट प्रधान डाकघर कैम्पस में नारेबाजी की। शाम को आमसभा हुई।

संस्कृत यूनिवर्सिटी में भी हुई हड़ताल

अखिल भारतीय कर्मचारी महासंघ के आह्वïान पर सम्पूर्णानंद संस्कृत यूनिवर्सिटी के कर्मचारियों ने हड़ताल किया। सेंट्रल ऑफिस पर सभा का आयोजन किया गया। केन्द्रीय सरकारी कर्मचारी समन्वय समिति भी हड़ताल में शामिल हुई। आल इंडिया डिफेंस इन्प्लाइज फेडरेशन, भारतीय प्रतिरक्षा मजदूर संघ, इंडियन नेशनल डिफेंस वर्कर्स फेडरेशन के आह्वïवान पर कर्मचारी हड़ताल पर रहे। विद्युत कर्मचारी संयुक्त संघर्ष समिति के आह्वïान पर बिजली कर्मी हड़ताल में शामिल हुए। भेलूपुर पॉवर हाउस में सभा किया। डिप्लोमा इंजीनियर संघ पीडब्ल्यूडी के सदस्यों ने वरुणापुल स्थित पीडब्ल्यूडी ऑफिस कैम्पस में प्रदर्शन किया। नेशनल यूनियन आफ बीएसएनल वर्कर्स के आह्वïान पर बीएसएनएल कर्मचारी हड़ताल पर रहे। शिवपुरवा स्थित ऑफिस में जोरदार प्रदर्शन किया। स्टेट बैंक ऑफ इंडिया स्टाफ एसोसिएशन भी हड़ताल में शामिल रही।