- सफेद लिबास में घूम-घूमकर कर्मियों पर रखी जा रही है नजर

- किसी भी तरह की एक्टिविटी की सूचना फौरन डिपार्टमेंट को

<- सफेद लिबास में घूम-घूमकर कर्मियों पर रखी जा रही है नजर

- किसी भी तरह की एक्टिविटी की सूचना फौरन डिपार्टमेंट को

PATNA : patna@inext.co.in

PATNA : इन दिनों गवर्नमेंट ऑफिसेज, हॉस्पीटल, सेक्रेटेरिएट व पब्लिक से जुड़े तमाम ऑफिसेज के ऊपर गवर्नमेंट ने अपनी तीसरी आंख लगा दी है। ये आंखें टीम के रूप में काम रही हैं। इसमें शामिल लोगों को ऑफिस के चारों ओर लगा दिया गया है, जहां से वे हर एक्टिविटी पर नजर रखते हैं। कभी आमलोग बनकर दफ्तर के बाबूओं से बकझक करते हैं, तो कभी पेशेंट बनकर इमरजेंसी में एडमिट हो जाते हैं। हॉस्पीटल का पूरा का पूरा स्टिंग करते दिख जाते हैं, तो कभी कैमरे में नेचर की फोटोग्राफी करते। पहली नजर में इसे पहचान पाना मुश्किल है, पर इनकी नजरें कैमरे की नजर से भी तेज चलती हैं। मिनटों में ये आमलोग और दलाल को भांप लेते हैं। उसके पीछे लगकर उसके ऑफिस के सोर्सेस को पकड़ते हैं और फौरन एसएमएस से इसकी रिपोर्ट ऊपर तक भेज दी जाती है। यही नहीं, कैमरों का चिप और वीडियो की फुटेज तक ऊपर तक पहुंचा दी जाती है।

जीरो टॉलरेंस की तर्ज पर चल रहा अभियान

दरअसल, सेक्रेटरी लेवल से जीरो टॉलरेंस कांसेप्ट पर काम चल रहा है, जिसकी जांच में ऐसे लोगों को शामिल किया गया है जो कहीं भी नुक्कड़ नाटक, नुक्कड़ सभा या गंवई रूप में जाकर लोगों से आसानी से बात कर सकते हैं। पेशेंट के अटेंडेंट बनकर इमरजेंसी से लेकर ओटी तक की पोल खोलने में ये लगे हुए हैं। फिलहाल इसकी शुरुआत हेल्थ डिपार्टमेंट से की गई है। पीएमसीएच सहित तमाम मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पीटल में हर किसी की एक्टिविटी रखने और पेशेंट को राहत पहुंचाने के लिए टीम को लगायी गई है।

दलाल और डॉक्टर दोनों आए गिरफ्त में

पिछले तीन दिनों में इसी टीम की हेल्प से पीएमसीएच कैंपस में फैले दलालों के जाल को तोड़ा गया है। पहले खेप में क्फ् दलाल को पकड़ा गया है। वहीं, बुधवार को हेल्थ सेक्रेटरी के पास कॉल गया कि डेंटल डॉक्टर के चेंबर में कई सारे डॉक्यूमेंट पड़ा हुआ है, जिसके बाद प्रिंसिपल ने छापेमारी कर सारे घटनाक्रम से पर्दा उठा दिया। डेंटल डॉक्टर डॉ। जियाउल रहमान के चेंबर में कई तरह के दस्तावेज सामने आए हैं।

गठजोड़ को तोड़ पाना था मुश्किल

डिपार्टमेंट के ऑफिसर्स बताते हैं कि किसी भी डिपार्टमेंट में ऑफिसर्स, कर्मी और दलाल के गठजोड़ को तोड़ने के लिए बाहरी लोगों का सहारा लिया जाना सही है। इसमें उन तमाम लोगों पर नजर रहेगी, जिनके शह पर दलाल और ऑफिसर्स का गठजोड़ फल-फूल रहा है।

एजुकेशन डिपार्टमेंट पर भी रखी जा रही नजर

एजुकेशन डिपार्टमेंट के तहत बिहार बोर्ड और इंटरमीडिएट ऑफिस के कर्मचारी-ऑफिसर्स और दलालों के ऊपर नजर रखी जा रही है, क्योंकि दलालों की सक्रियता यहां भी अंदर के इशारों पर चल रहा है। इसका भी जल्द ही खुलासा किया जाएगा।

स्टिंग को लेकर डरे-सहे हैं ऑफिसर्स और कर्मी

पटना एयरपोर्ट पर आज से दो महीने पहले ही एक लेटर आया है। सीआरपीएफ सोर्सेज की मानें, तो इसके तहत कभी भी स्टिंग होने का संदेह जारी किया गया है, इसलिए हर आने जाने वालों की पूरी ताकीद के साथ ही अंदर जाने दिया जाएं, ताकि बेवजह के स्टिंग से अधिक परेशानी न आए।