- ऊंची रैंक के स्टूडेंट्स रजिस्ट्रेशन करवाने के बाद नहीं लेते एडमिशन

- री-काउंसिलिंग के जरिए उन खाली सीटों को भरने की होगी कोशिश

LUCKNOW: यूपीटीयू इस बार गवर्नमेंट इंजीनियरिंग कॉलेजों की खाली सीटों को भरने के लिए री काउंसिलिंग करवाएगा। आईआईटी व एनआईटी जैसे संस्थानों में एडमिशन मिलने के कारण ऊंची रैंक के स्टूडेंट्स रजिस्ट्रेशन करवाने के बाद एडमिशन नहीं लेते हैं। ऐसे में गवर्नमेंट इंजीनियरिंग कॉलेजों की सीटें खाली रह जाती हैं।

ताकि खाली न रह जाए सीटें

यूपीटीयू इन स्टूडेंट्स की ओर से जमा की गई फीस को भी समायोजित करेगा। यूपीटीयू द्वारा इंजीनियरिंग व मैनेजमेंट कॉलेजों में एडमिशन के लिए हुई राज्य प्रवेश परीक्षा एसईई ख्0क्ब् की काउंसिलिंग ख्भ् जून से शुरू करने जा रही है। काउंसिलिंग के बाद खाली सीटों को री-काउंसिलिंग से भरा जाएगा। यूपीटीयू से संबद्घ इंजीनियरिंग कॉलेजों में एडमिशन के लिए ऊंची रैंक वाले स्टूडेंट्स हर साल मनचाहे संस्थान व ब्रांच में अपनी सीट लॉक कर देते हैं। वह रजिस्ट्रेशन फीस भी एडमिशन के लिए भर देते हैं। मगर जब उन्हें इससे अच्छे संस्थान में एडमिशन मिल जाता है तो वे इसे छोड़ देते हैं। यूपीटीयू प्रशासन गवर्नमेंट संस्थानों की सीटें खाली होने के कारण उन्हें रैंक के अनुसार अच्छे स्टूडेंट्स के माध्यम से भरने की तैयारी कर रहा है।

अच्छे स्टूडेंट्स को मिलेगा

यूपीटीयू के प्रति वीसी प्रो। दिवाकर सिंह यादव कहते हैं कि री-काउंसलिंग में एडमिशन मेरिट के आधार पर लिया जाएगा। जो स्टूडेंट गवर्नमेंट कॉलेज की सीट छोड़ रहा है। उसकी रैंक के बाद वाले स्टूडेंट को पहला मौका मिलेगा। अगर वह नहीं आया तो उसके बाद रैंक के अनुसार जो होगा वह एडमिशन पाएगा। उन्होंने बताया कि ऐसा हम इसलिए कर रहे हैं जो एक तो इन कॉलेजों की खाली सीट भर जाए। साथ ही अच्छे स्टूडेंट्स को इन कॉलेजों में पढ़ने का मौका मिल सके।