- इंग्लिश मीडियम बेसिक स्कूल्स के लिए खोजे नहीं मिल रहे टीचर्स

- बेसिक शिक्षा विभाग ने फिर मांगे आवेदन, चल रही तलाश

GORAKHPUR: बेसिक शिक्षा विभाग में इंग्लिश मीडियम की पढ़ाई गले की फांस बन गई है। शिक्षा विभाग ने दोबारा शिक्षकों की नियुक्ति की पहल की है। पहले प्रयास में तमाम टीचर्स फेल हो गए थे। कहा जा रहा है कि कोई विशेष लाभ न नजर आने से टीचर्स इस व्यवस्था को लेकर ज्यादा लालायित नहीं है। बेसिक शिक्षा विभाग के अधिकारियों का कहना है कि खाली पदों की भरपाई के लिए नए सिरे से आवेदन आमंत्रित किए गए हैं। फॉर्म जमा कराने की अंतिम तारीख 30 जून तय की गई है।

जुलाई से शुरू हो जाएगी पढ़ाई

जिले में सभी ब्लॉक खंडों और नगर क्षेत्र में पांच-पांच स्कूलों का चयन इंग्लिश मीडियम के लिए किया गया है। इस सभी स्कूलों में टीचिंग के लिए स्टाफ की जरूरत पड़ रही है। अंग्रेजी मीडियम की पढ़ाई के लिए बेसिक शिक्षा विभाग ने पूर्व में ही टीचर्स के आवेदन मांगे थे। बेसिक शिक्षा विभाग से जुड़े लोगों का कहना है कि तमाम लोगों ने अपनी सुविधा को देखते हुए आवेदन किया। लेकिन बाद में काई लाभ नजर न आने पर जानबूझकर एग्जाम में फेल हो गए। तय मानक को पूरा करके शिक्षा विभाग में टीचिंग जॉब पाने वाले टीचर्स के विभागीय एग्जाम में फेल होने से अधिकारी भी परेशान हो गए। बाद में पता लगा कि कोई अतिरिक्त लाभ न होने की वजह से टीचर्स इंग्लिश मीडियम के लिए रूचि नहीं दिखा रहे हैं। जबकि जुलाई माह से पढ़ाई शुरू करने की तैयारी कर ली गई है।

पूर्व में इतनी हुई नियुक्ति

पद कुल संख्या पास हुए टीचर्स खाली पद

प्रधानाध्यापक 102 49 53

सहायक अध्यापक 408 87 321

इनको मिलेगी वरीयता

ग्रामीण क्षेत्रों में कार्यरत परिषदीय प्राथमिक विद्यालय के प्रधानाध्यापक, उच्च प्राथमिक विद्यालय में सहायक अध्यापक जिन्होंने न्यूनतम इंटरमीडिएट तक अंग्रेजी भाषा में पढ़ाई की हो। अंग्रेजी माध्यम से बच्चों को पढ़ा सकते हैं। सहायक अध्यापकों के लिए तय किया गया है कि ऐसे सहायक अध्यापक जिन्होंने 12वीं में अंग्रेजी विषय से पढ़ाई की है। वह लोग अंग्रेजी माध्यम में टीचिंग कर सकते हैं।

जहां तैनात हैं वहीं मिलेगी तैनाती

इस बार व्यवस्था की गई है कि ग्रामीण क्षेत्र के अध्यापकों से ग्रामीण इलाकों, नगर क्षेत्र में तैनात रहे टीचर्स को नगर क्षेत्र में पढ़ाने की जिम्मेदारी दी जाएगी। पांचवीं तक के बच्चों को पढ़ाने के लिए यह इंतजाम किया गया है कि कक्षा चार और पांचवीं में अंग्रेजी और हिंदी में पढ़ाई होगी। जबकि क्लास एक, दो और तीन में अंग्रेजी मीडियम में छात्रों को पढ़ाया जाएगा। टीचर्स की तैनाती के लिए एग्जाम लिया जाएगा। लिखित परीक्षा और इंटरव्यू के जरिए टीचर्स का चयन किया जाएगा। सभी चयनित स्कूलों की सूची बीआरसी को भेजी गई है।

रहेगी सबकी नजर, बढ़ जाएगा सिरदर्द

जिले में बेसिक शिक्षा विभाग के करीब सात हजार टीचर्स हैं। इनमें ज्यादातर की अपनी-अपनी समस्याएं हैं। कुछ लोग चाहते हैं कि वह अपने घर के आसपास ऐसे विद्यालयों में रहें जहां कोई झंझट न आए। इसलिए दूर दराज तबादला होने या अन्य समस्याएं आने पर टीचर्स की परेशानी बढ़ जाती है। इंग्लिश मीडियम स्कूल प्रदेश सरकार की प्राथमिकता में हैं। इस पर सबकी नजर होने से हर मामले में जांच का डर भी टीचर्स को सता रहा है। इसलिए ज्यादातर टीचर्स इसके लिए तैयार नहीं हो रहे हैं।

इन वजहों से भाग रहे टीचर्स

- इंग्लिश मीडियम में पढ़ाने पर टीचर्स को कोई अतिरिक्त लाभ नहीं मिल सकेगा।

- देहात से शहर में तबादला होने की कोई गुंजाइश नहीं है। जहां हैं वहीं तैनाती होगी।

- टीचर्स की जवाबदेही तय होगी। गड़बड़ी होने पर सीधे जिम्मेदार ठहराए जाएंगे।

- छुट्टी सहित अन्य जरूरतों पर टीचर्स की मनमानी नहीं चल सकेगी। अफसर नजर रखेंगे।

वर्जन

विद्यालयों में तैनाती के लिए पद रिक्त पड़े हुए हैं। उनको भरने के लिए नियुक्ति की जाएगी। जो टीचर्स आवेदन करेंगे उनकी एक परीक्षा आयोजित कराकर पोस्टिंग की जाएगी। इच्छुक टीचर्स इंग्लिश मीडियम में पढ़ाने के लिए आवेदन कर सकते हैं।

- बीएन सिंह, बीएसए