आगरा। ताज में पर्यटकों की भीड़ नियंत्रित करने के लिए बनाए गए नए नियमों को लागू करने में अब सरकारी लेटलतीफी शुरू हो गई है। 20 जनवरी तक इन नियमों को लागू हो जाना था। लेकिन अभी तक इन्हें लागू नहीं किया गया। ताज में लगातार बढ़ रही पर्यटकों की संख्या से हो रही अव्यवस्था के कारण काफी परेशानियां हो रही थी। इसके चलते नई दिल्ली में हुई बैठक में ताज के दीदार को लेकर कई नियमों में बदलाव किया गया था।

20 जनवरी तक होना था लागू
ताज की व्यवस्थाओं को सुधारने के लिए बनाए गए नए नियमों को को 20 जनवरी तक लागू होना था। इसके लिए अधिसूचना भी जारी की जा चुकी थी। संस्कृति मंत्रालय नई दिल्ली द्वारा इसको लेकर आदेश दिए जाने थे लेकिन इसको लेकर तय समय बाद कार्रवाई को आगे नहीं बढ़ाया जा सका। टूरिज्म सीजन अब खत्म होने चला है और पर्यटकों की संख्या भी सामान्य हो गई है। ऐसे में इसे लागू करने की जरूरत भी अब सुस्त पड़ती दिख रही है।

40 हजार तक हुई थी पर्यटकों की संख्या
ताज में पर्यटकों की लगातार बढ़ रही भीड़ के देखते हुए केंद्रीय पर्यटन व संस्कृति मंत्री महेश शर्मा ने दिल्ली में बैठक की थी। बैठक में ताज का दीदार करने के लिए आने वाले पर्यटकों के लिए कुछ नियमों में बदलाव किए गए थे। बैठक में प्रत्येक दिन ताज में आने वाले पर्यटकों की संख्या तय कर 40 हजार कर दी गई। वहीं भारतीय पर्यटकों के लिए टिकट रेट में भी बदलाव लाए गए हैं। इसमें 40 रुपए का टिकट 50 रुपए का कर दिया गया। वहीं मुख्य कब्र परिसर में जाने के लिए 100 रुपए का टिकट लेना होगा। इसके अलावा सभी की टिकट वेलिडिटी तीन घंटे निर्धारित कर दी गई थी। कोई भी पर्यटक तीन घंटे से ज्यादा ताज में नही ठहर सकेगा। इससे ज्यादा समय में बाहर आने पर उन्हें जुर्माना देना होगा।

डॉ। भुवन विक्रम, सुपरिटेंडेंट आर्किलॉजिस्ट, आगरा सर्किल का कहना है कि ताज में नए नियमों को लागू करने को लेकर अभी तक मंत्रालय से कोई आदेश नहीं आया है। वहां से जैसे ही इस संबंध में आदेश आएंगे, यहां उन्हें लागू कर दिया जाएगा।