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LUCKNOW :

सुल्तानपुर रोड स्थित चकगंजरिया सिटी में सुपरस्पेशियलिटी अस्पताल खुलेगा। अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस इस अस्पताल में इलाज सरकारी दरों पर ही मिलेगा, लेकिन सुविधाएं व‌र्ल्ड क्लास होंगी। स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों के अनुसार इस अस्पताल के बनने से पीजीआई पर लोड कम होगा और मरीजों को दिल्ली मुंबई इलाज के लिए नहीं जाना पड़ेगा।

पीपीपी मोड पर बनेगा हॉस्पिटल

प्रदेश सरकार पब्लिक प्राइवेट पार्टनरशिप (पीपीपी) मोड पर अत्याधुनिक अस्पताल बनाने की तैयारी में है। टेक्निकल सपोर्ट यूनिट ने इसका प्रस्ताव तैयार कर लिया है। डीजी हेल्थ डॉ। पद्माकर सिंह ने बताया कि रिक्वेस्ट फॉर प्रपोजल (आरएफपी) को शासन को भेज दिया गया है। आगे शासन को निर्णय लेना है। यह अस्पताल अपनी तरह का अत्याधुनिक होगा जहां पर सभी प्रकार की सुपरस्पेशियलिटी सेवाएं एक ही छत के नीचे मिलेंगी।

कम दामों पर बेहतर इलाज

डॉ। पद्माकर सिंह ने बताया कि सरकार सब्सिडाइज्ड रेट पर अत्याधुनिक सेवाएं उपलब्ध कराएगी। गरीबों को नि:शुल्क इलाज मिलेगा। अन्य लोगों को बहुत ही कम दामों पर इलाज दिया जाएगा। रेट्स एसजीपीजीआई या एम्स के लगभग बराबर ही होंगे, लेकिन हॉस्पिटल व‌र्ल्डक्लास और हाईटेक फैसलिटीज से लैस होगा।

कारपोरेट की मिलेंगी सुविधाएं

शासन के सूत्रों के मुताबिक अस्पताल में सभी प्रकार की अत्याधुनिक सेवाएं दी जाएंगी। अस्पताल कारपोरेट हॉस्पिटल की तरह बनाया जाएगा। इलाज और जांचों की सुविधा भी बेहतर होगी। कारपोरेट अस्पताल की सहूलियतें दी जाएंगी, लेकिन रेट सरकारी होंगे। जल्द ही स्वास्थ्य विभाग हॉस्पिटल निर्माण के लिए टेंडर निकालेगा। अधिकारियों का मानना है कि मरीज बहुत अधिक है। एक और हॉस्पिटल आने से मरीजों को इलाज के लिए दिल्ली मुंबई नहीं जाना पड़ेगा।

अभी सिर्फ ये संस्थान मौजूद

राजधानी लखनऊ में अभी संजय गांधी पीजीआई, केजीएमयू, डॉ। राम मनोहर लोहिया इंस्टीट्यूट ही सुपरस्पेशियलिटी संस्थान हैं। जहां पर मरीजों की भीड़ के कारण सर्जरी और ओपीडी में लंबी वेटिंग है। पीजीआई में कई बीमारियों के लिए साल भर तो कई के लिए दो से चार साल तक की वेटिंग है। नया हॉस्पिटल आने से मरीजों को फायदा होगा। गरीबों मरीजों को इलाज में आसानी होगी।

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आएंगे दो बड़े कैंसर संस्थान

स्वास्थ्य विभाग लखनऊ और वाराणसी में दो बड़े कैंसर संस्थान खोलने के प्रयास में है। हेल्थ मिनिस्टर सिद्धार्थनाथ सिंह के अनुसार मरीजों की अधिक संख्या को देखते हुए और हॉस्पिटल खोलने की जररूत है। इसी कड़ी में दो बड़े अस्पताल की प्लानिंग है। दोनों ही अस्पताल पीपीपी मॉडल पर खोले जाएंगे। जहां पर पीजीआई और एम्स की दरों पर आधुनिक इलाज दिया जाएगा। गौरतलब है कि कैंसर मरीजों के लिए अभी पीजीआई, केजीएमयू और लोहिया व वाराणसी के एक अस्पताल ही आधुनिक सेवाएं हैं। लेकिन मरीजों की तादाद बहुत अधिक है।

चकगंजरिया में मल्टीस्पेशियलिटी अस्पताल खोलने का प्रस्ताव है। प्रस्ताव शासन को भेज दिया गया है.आगे शासन को निर्णय लेना है।

- डॉ। पद्माकर सिंह, डीजी हेल्थ