RANCHI: अब राज्य सरकार खुद सदर हॉस्पिटल चलाएगी। झारखंड नागरिक प्रयास के मेंबर्स को शुक्रवार को हेल्थ मिनिस्टर रामचंद्र चंद्रवंशी ने यह आश्वासन दिया। इस मौके पर मंच ने जल्द से जल्द सदर हास्पिटल की सुपरस्पेशियलिटी विंग को चालू कराने की मांग की। मंच के डॉ। पीपी वर्मा ने एक्सआइएसएस में आयोजित प्रेस कांफ्रेंस में बताया कि क्फ् दिसंबर को उन्होंने हेल्थ सेक्रेटरी सुधीर त्रिपाठी से भी मुलाकात की थी। उन्होंने बताया था कि स्वास्थ्य विभाग ने डॉ। देवी शेट्टी के हास्पिटल संचालन प्रस्ताव को खारिज कर दिया है। साथ ही उन्होंने बताया कि हास्पिटल को एक मॉडल हास्पिटल की तर्ज पर डेवलप किया जाएगा। मौके पर डॉ। पीपी वर्मा, अरशद खान, अमृतेश पाठक, शंभु महतो और अहमद मौजूद थे।

नोएडा की तरह मिले मरीजों को सुविधा

डॉ। वर्मा ने हेल्थ सेक्रेटरी से बातचीत के दौरान बताया था कि यूपी के नोएडा स्थित डॉ। भीमराव अंबेडकर मल्टी स्पेशियलिटी हॉस्पिटल एक मिसाल है। जहां एक रुपए में मरीजों का रजिस्ट्रेशन होता है। इसके अलावा पैथोलॉजी टेस्ट और दवा भी मुफ्त मिलती है। अगर यहां भी मरीजों को यह सुविधा मिलने लगे तो किसी को इलाज के लिए बाहर जाने की जरूरत नहीं पड़ेगी। साथ ही कहा कि तीन महीने में अगर सदर हास्पिटल चालू नहीं होता है, तो हम फिर से आंदोलन करेंगे।

ढाई साल से लगे हुए थे अभियान में

पीपी वर्मा ने कहा कि वे ढाई साल से इस अभियान में लगे हुए थे। ख्0क्भ् में मुख्यमंत्री ने भी घोषणा की कि यह अस्पताल सरकार चलाएगी और कैबिनेट से भी पास हो गया, लेकिन फिर किसी और को देना के फैसला कर लिया गया। पांच साल से यह अस्पताल बनकर तैयार है। अब सरकार को शीघ्र इस दिशा में कदम उठाना चाहिए। इसके चालू होने से रिम्स पर भी बोझ कम पड़ेगा।

झारखंड नागरिक प्रयास ने की मांग

-शीघ्र ख्00 बेड का हास्पिटल फ‌र्स्ट फेज में चालू कराया जाए

-डिस्ट्रिक्ट हेल्थ कमिटी में नागरिक प्रयास के ख् मेंबर्स को रखा जाए

-झारखंड नागरिक प्रयास को हेल्प डेस्क के लिए नए भवन में एक कमरा

-सदर हास्पिटल की रिपोर्ट में बताई गई त्रुटियों को दूर की जाए

-मरीजों को प्राइवेट हास्पिटल की तरह हाइ क्लास हेल्थ सर्विस फ्री में उपलब्ध कराए

-डॉक्टरों, नसरें, पारामेडिकल स्टाफ के अलावा दवाइयां उपलब्ध हो

-सदर हास्पिटल कायरें में पूर्ण रूप से पारदर्शिता लाई जाए

-झारखंड नागरिक प्रयास का प्रयास रहा सफल

-अब देवी शेट्टी को देने का निश्चय खारिज