रांची : महालेखाकार कार्यालय भी अब मानव संसाधन प्रबंधन प्रणाली (ह्यूमन रिसोर्स मैनेजमेंट सिस्टम, एचआरएमएस) इंटरफेस जुड़ गया है। इससे एजी ऑफिस में काम सुगमता से होगा तो सरकार के 22 हजार पन्नों की बचत होगी। मुख्यमंत्री ने इस योजना का शुभारंभ किया। झारखंड के प्रधान महालेखाकार के साथ मुख्य सचिव राजबाला वर्मा, अपर मुख्य सचिव अमित खरे, कार्मिक की प्रधान सचिव निधि खरे समेत कई विभागों के सचिव इस दौरान मौजूद थे। राज्य स्थापना दिवस की पूर्व संध्या पर इसे सरकारी कर्मियों के लिए एक तोहफा माना जा रहा है।

 

कम होगी परेशानी

मानव संसाधन प्रबंधन प्रणाली से कर्मियों को छुट्टी लेने, अधिकारियों के स्तर से स्वीकृत करने आदि में कठिनाइयां कम होंगी। आनेवाले दिनों में इसके माध्यम से पे-स्लिप भी जारी हो सकेंगे। राज्य में औसतन 11 हजार आवेदन अवकाश के लिए जारी होते हैं और इनपर कार्रवाइयों के कागजात को जोड़कर पूरी संख्या 22 हजार हो जाती है। इन कागजातों की अब बचत हो सकेगी। महालेखाकार कार्यालय का अवकाश प्रबंधन के लिए लगनेवाले समय में कमी आएगी। इससे स्टेशनरी और डाक की भी बचत होगी। इससे ऑनलाइन ट्रैकिंग और अवकाश नियमों के संप्रेषण में भी आसानी होगी। कर्मियों के नहीं होने पर उपलब्ध कर्मियों के बारे में आसानी से जानकारी उपलब्ध होगी। इस अवसर पर प्रिंसिपल एजी मौसमी राय भी मौजूद थीं।