PATNA : पशुओं को गलाघोंटू एवं लंगड़ी बुखार से बचाने के लिए टीके लगाए जाएंगे। पशु स्वास्थ्य रक्षा पखवारा के तहत 22 जून से 6 जुलाई तक 165 लाख पशुओं को टीका लगाने का लक्ष्य रखा गया है। पशुपालन विभाग ने पशुओं की संख्या को देखकर टीकाकरण के काम में सरकारी के साथ निजी वैक्सीनेटरों का सहयोग लेने का फैसला किया है। इसके लिए रोजाना प्रत्येक प्रखंड की एक या अधिक पंचायतों में टीकाकरण कार्यक्रम चलेगा।

पशु स्वास्थ्य रक्षा पखवारा के तहत 22 जून से 6 जुलाई तक पशुओं को गलाघोंटू एवं लंगड़ी बुखार से बचाने के लिए टीके लगाए जाएंगे। इस दौरान वैक्सीनेटर प्रदेश के हर गांव में घर- घर जाकर पशुओं को टीके लगाएंगे। एक भी पशु टीकाकरण से बच नहीं जाए इसके लिए विभाग ने पूरी तैयारी की है। सामान्यतौर पर एक गांव में एक वैक्सीनेटर की डयूटी लगाई जाएगी। लेकिन, पशुओं की संख्या अधिक होने पर वहां एक से अधिक वैक्सीनेटर भी तैनात किए जाएंगे।

रोजाना 150 पशुओं को लगेगा टीका

सरकारी वैक्सीनेटर के सहारे कार्यक्रम को सफल बना पाना संभव नहीं देख विभाग ने निजी वैक्सीनेटर को भी काम में लगाने का फैसला किया है। निजी वैक्सीनेटर का चयन प्रखंड स्तर के नोडल पदाधिकारी करेंगे। निजी वैक्सीनेटराें को टीकाकरण संबंधी रिफ्रेशर प्रशिक्षण भी दिया जाएगा। विभाग ने निजी वैक्सीनेटरों के लिए टीका लगाने की सीमा एवं मानदेय तय कर दिया है। वे रोजाना अधिकतम डेढ़ सौ पशुओं को टीका लगा सकते हैं। उन्हें तीन रुपये प्रति पशु के हिसाब से मानदेय दिया जाएगा। वार्ड सदस्य या जन प्रतिनिधि से टीकाकरण का प्रमाणपत्र लेने के बाद ही भुगतान किया जाएगा।