-50 वर्षो से पंडित जी के विचार जीवंत और अजेय

-पीएम और सीएम उनके विचारों को मान रहे आधार

आगरा। विश्वविद्यालय में पं। दीन दयाल की प्रतिमा का अनावरण करने पहुंच राज्यपाल राम नाईक ने लोकार्पण को अपना सौभाग्य बताया। उन्होंने कुलपति का आभार व्यक्त कर सीएम और पीएम द्वारा जनहित में संचालित योजनाओं की सराहना की। साथ ही विवि को ऊंचाइयों पर ले जाया गया।

विवि के छात्र रहे हैं दीन दयाल जी

पं। दीनदयाल जी इस विवि के छात्र रहे। उनकी रहस्यमय परिस्थितियों में मौत हुई। 50 साल बाद भी पंडित जी के विचार जीवंत व अजेय हैं। आज से चालीस साल पहले उत्तम पछरने के पिताजी झोंपडी में रहते थे, लेकिन आज उनके पुत्र ललित कला संस्थान के अध्यक्ष है। देश के कई स्थानों पर उन्होंने पं। दीन दयाल जी की प्रतिमा बनाई है।

उत्तम पछरने से 40 साल पुराने संबंध

कुलपति के प्रयासों से पंडित दीनदयाल जी के नाम पर ग्राम विकास संस्थान शुरू किया गया है। आठ जुलाई 2016 को एक बिल्डिंग का शिलान्यास किया। शिलान्यास की जो डेट बताई जाती है, वह समय पर पूरा नहीं हो पाता। इससे उसका खर्च बढ़ जाता है, यह बीमारी सब जगह है। लेकिन प्रतिमा अनावरण में समय नही लगा, यह कार्य केवल बिल्डिंग का नही बल्कि पंडित जी के कार्यो का विचार है जिसकी प्रासंगिकता आज भी है।

'पंडित जी को मैंने नजदीकी से देखा'

पंडित दीन दयाल जी को मैने नजदीकी से देखा है। तीन दिन पंडित जी ने मुंबई में अपने विचार रखे थे, जिसे मैंने सुना उन्हें सुना था। ऐसे व्यक्ति का निर्माण देश में कभी-कभी होता है। दीनदयाल के विचारों पर जनसंघ का केरल में अधिवेशन था, जो उनके जीवन का आखिरी भाषण था।

मैले-कुचैले लोग हमारे नारायण

पं। दीन दयाल ने कहा था कि मैले-कुचैले लोग हमारे नारायण हैं, 50 साल बाद भी उनके विचारों का महत्व है। हमारा विचार अंत्योदय हैं। 17 महीनों में योगी जी की सरकार क्या कार्य कर रही है। इनसे जब तक हम आशा और कुशाग्र का संदेश नहीं पहुंचाएंगे तब तक उद्धार नहीं होगा, जब तक इन्हें शिक्षा, उद्योग-धंधों और स्वास्थ्य से नहीं जोड़ेंगे। मोदी और योगी सरकार दीनदयाल जी के विचारों के आधार पर चल रही है। प्रधानमंत्री आवास योजना, आयुष्मान भारत योजना इसका उदाहरण है।

पंडित जी से मिली प्रेरणा

डॉ। भीमराव आम्बेडकर का सही नाम लिखने की प्रेरणा पंडित दीनदयाल उपाध्याय के विचारों से मिली, इसके बाद ही उनका सही नाम लिख पाया। आज पूरे भारत में उनका नाम सही लिखा जाता है, खासकर शौक्षिक संस्थानों में इसकी शुरुआत की गई।

संयुक्त रूप से किया अनावरण

विवि पहुंचे यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ। राज्यपाल और सीएम ने संयुक्त रूप से प्रतिमा का अनावरण किया। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष के साथ-साथ राम शंकर कठेरिया, ऊर्जा मंत्री श्रीकांत शर्मा, विधायक चौधरी उदयभान, चौधरी बाबू लाल सांसदए मंत्री एसपी सिंह बघेल, राज्यमंत्री संदीप सिंह, आगरा के मेयर नवीन जैन के अलावा कई लोग मौजूद रहे। इसके बाद मंचस्थल पर पहुंच मुख्य अतिथियों का स्वागत किया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ वंदेमातरम गायन से किया गया। इसके बाद कुलपति डॉ। अरविन्द दीक्षित ने विश्वविद्यालय की प्रगति आख्या पढ़ उपलब्धियों को गिनाया।

घोष से किया गया स्वागत

यूपी के राज्यपाल और सीएम योगी आदित्यनाथ का घोष से स्वागत किया गया। घोष में बिगुल, सारिका, आनक जैसे इंकी यंत्र बजे। इससे समस्त वातावरण हरा-भरा हो गया।

बीच में ही कार्यक्रम छोड़ चले गए सांसद

सांसद चौधरी बाबू लाल के लिए कुर्सी लगाने पर सुरक्षाकर्मी और सोनू चौधरी के बीच कहासुनी हो गई। इसके बाद जिलाधिकारी एनजी रवि कुमार व मंच पर बैठे अन्य अफ सरों ने युवा नेता सोनू चौधरी को समझा-बुझाकर मंच से उतार दिया। इस पर सांसद चौधरी बाबू लाल कार्यक्रम छोड़कर चले गए। बताया जा रहा है कि उनके लिए मंच पर उचित स्थान नहीं था और नाहीं उनका स्वागत में नाम सार्वजनिक किया गया। इस पर सांसद ने अपनी नाराजगी जाहिर कर बीच में ही कार्यक्रम छोड़ दिया और चले गए।

पुलिस ने खदेड़े छात्र एनएसयूआई नेता

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और राज्यपाल का आगरा में विरोध एनएसयूआई छात्र नेताओं ने विरोध किया। छात्र नेताओं ने मुख्यमंत्री के काफि ले के सामने काले झंडे दिखा प्रदर्शन किया। उन्होंने भाजपा विरोधी नारे भी लगाए। इस पर पुलिस ने उन्हें खदेड़ दिया। अचानक छात्रों के प्रदर्शन से पुलिस प्रशासन के हाथ पैर फूल गए। इस पर कुछ छात्रों को लठया दिया गया, जिसमें एनएसयूआई छात्र नेता दीपक शर्मा घायल हो गए। अन्य को भी मामूली चोटें बताई जा रहीं हैं।

भाकियू नेता को किया नजरबंद

भारतीय किसान यूनियन के नेता श्याम सिंह चाहर और उनके साथियों को जिला प्रशासन ने नजर बंद कर दिया। वह इनररिंग रोड के मुआवजे की मांग को लेकर मुख्यमंत्री से मिलने का प्रयास कर रहे थे, लेकिन उन्हें नहीं मिलने दिया गया।

कार्यक्रम स्थल पर हावी रहीं अव्यवस्थाएं

विवि के कार्यक्रम में अव्यवस्थाएं हावी दिखीं। इस दौरान जहां लोग हाथों से पंखा करते हुए नज़र आए, तो पेयजल के लिए भी परेशान दिखे। वैसे तो यह कार्यक्रम संघ की उपज आगरा विवि के कुलपति अरविंद दीक्षित के सानिध्य में आयोजित किया गया था। लेकिन, अव्यवस्थाओं ने विवि के साथ-साथ कुलपति की कार्यशैली पर भी सवाल खड़ा कर दिया। कार्यक्रम की हालत यह रही कि लगभग पौन घंटे देरी से पहुंचे यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ की झलक पाने के लिए बेताब लोगों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा।

खड़े दिखे कई वीआईपी

कार्यक्रम में शामिल होने आए छात्र-छात्राओं को उमस के चलते काफी दिक्कतें हुई। कार्यक्रम में बुलाये गए वीवीआईपी लोगों को भी जगह नहीं मिली। उन सीटों पर छुटभैये भाजपाई नेताओं ने कब्जा कर लिया। पहली लाइन में बैठे डॉ। डीवी शर्मा, रंजना बंसल आदि को उठा दिया गया। किसी तरह उन्हें जगह मिल गई, लेकिन उनके साथी खड़े नजर आए। क्योंकि उनकी सीटों पर भाजपा नेताओं ने कब्जा कर लिया। कुलपति स्वयं उठकर व्यवस्था को देखने पहुंचे, उन्होंने पहली लाइन में बैठे शहर के गणमान्य लोगों को हटा दिया।