राज्यपाल शासन लागू करने की सिफारिश
नई दिल्ली (पीटीआई)।
राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने जम्मू-कश्मीर में सुबह छह बजे के करीब राज्यपाल शासन लागू करने को लेकर मंजूरी दे दी है। इसके बाद से आज तत्काल प्रभाव से जम्मू-कश्मीर में राज्यपाल शासन लागू कर दिया गया है। कल मंगलवार को भारतीय जनता पार्टी  ने मंगलवार को महबूबा मुफ्ती सरकार से अपना समर्थन वापस ले लिया था। इसके बाद राज्यपाल एनएन वोहरा ने राष्ट्रपति को अपनी रिपोर्ट भेजते हुए राज्य संविधान के अनुच्छेद 92 के तहत राज्यपाल शासन लागू करने की सिफारिश की थी।

जम्मू कश्मीर की राजनीति में तूफान आया

भाजपा ने अचानक से जम्मू कश्मीर की राजनीति में तूफान ला दिया है। प्रदेश की सत्तारूढ़ भाजपा-पीडीपी गठबंधन सरकार से उसके अलग होने पर महबूबा मुफ्ती को राज्यपाल को इस्तीफा सौंपना पड़ा था। भाजपा-पीडीपी गठबंधन की सरकार दिसंबर, 2014 में हुए जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनाव के बाद एक मार्च, 2015 को बनी थी। इस माैके पर वहां पर मुफ्ती मोहम्मद सईद ने 12वें मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली थी। हालांकि 7 जनवरी, 2016 को उनका निधन हो जाने के बाद 4 अप्रैल को महबूबा मुफ्ती मुख्यमंत्री बनी थीं।

इस बार आठवीं बार राज्यपाल शासन लगा
जुलाई 2008 में अमरनाथ भूमि विवाद के चलते पीडीपी ने कांग्रेस के साथ वाली गठबंधन सरकार से समर्थन वापस लिया था। ऐसे में तत्कालीन मुख्यमंत्री गुलाम नबी आजाद के इस्तीफा देने से  राज्यपाल शासन लगा था। इसके बाद दिसंबर 2014 में विधानसभा चुनाव में जब किसी भी पार्टी को बहुमत न मिलने पर राज्यपाल शासन लगा था। तीसरी बार जनवरी 2016 में तत्कालीन मुख्यमंत्री के निधन के बाद राज्य में फिर से राज्यपाल शासन लगा था। वहीं  1977 से देखें तो यहां इस बार आठवीं बार राज्यपाल शासन लगा है।

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