रतन टाटा से सीएसआर के तहत सहयोग की अपील

- राज्यपाल राम नाईक ने की रतन टाटा से मुलाकात

LUCKNOW :

राज्यपाल राम नाईक ने गुरुवार को मशहूर उद्योगपति रतन टाटा से मुलाकात के दौरान उप्र। सैनिक पुनर्वास निधि के लिए कारपोरेट सोशल रिस्पॉन्सिबिलिटी (सीएसआरर) के अंतर्गत सहयोग करने का सुझाव दिया। उन्होंने बताया कि सैनिक पुनर्वास निधि के कार्पस फंड पर प्राप्त ब्याज द्वारा पूर्व सैनिकों एवं उनके आश्रितों को शैक्षिक सहायता प्रदान करने, उनकी पुत्रियों के विवाह एवं अन्य कार्यो के लिए सहायता प्रदान की जाती है। रतन टाटा ने राज्यपाल के सुझाव पर विचार करने का आश्वासन दिया। इस अवसर पर राज्यपाल ने अपनी पुस्तक 'चरैवेति! चरैवेति!!' के हिंदी एवं अंग्रेजी संस्करण की प्रति तथा 'बर्ड्स ऑफ राजभवन' की प्रति भेंट की।

एचआर के लिए दें सुझाव

मुलाकात के दौरान राज्यपाल ने रतन टाटा से कहा कि यूपी 21 करोड़ की आबादी वाला प्रदेश है। यहां के लोग काफी मेहनती हैं जो दूसरे प्रदेशों में भी विकास में बढ़-चढ़कर हिस्सा लेते हैं। ऐसे में प्रदेश के इतने बडे़ मानव संसाधन को उपयोग करने के लिए यदि उनके पास कोई सुझाव हो तो अवश्य अवगत करायें। यहां उच्च शिक्षा प्राप्त नवयुवकों को उद्यमी बनाने के व्यापक संसाधन भी उपलब्ध हैं। युवकों में कौशल विकास एवं व्यवसायिक प्रशिक्षण से उद्योग को भी लाभ हो सकता है। सही दिशा-निर्देश से प्रदेश का युवा शिक्षित वर्ग देश के लिए पूंजी की तरह विकसित किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि अपनी युवा शक्ति को दिशा-निर्देश देकर कैसे देश के लिए उपयोगी बनाया जाये, इस बारे में देश के प्रतिष्ठित औद्योगिक घरानों को विचार करना चाहिए।