RANCHI : एक अप्रैल 2017 से पूरे देश में नई कर प्रणाली गुड्स एंड सर्विस टैक्स (जीएसटी) लागू करने की केंद्र सरकार की मंशा पर अमल करते हुए झारखंड सरकार के वाणिज्यकर विभाग ने अपनी तैयारी शुरू कर दी है। तैयारियों को तीन चरणों में बंटते हुए विभाग ने अधिकारी वर्ग में प्रशिक्षण का दौर शुरू कर दिया है।

लॉ से जुड़ी जानकारी

कोलकाता से जीएसटी का प्रशिक्षण प्राप्त कर आए राज्य सरकार के दस कर्मचारियों को इस बात की जवाबदेही दी गई है कि वे जिलों में जाकर विभागीय अधिकारियों और कर्मचारियों से जीएसटी से संबंधित नियम और कानूनों को साझा करें। विभागीय प्रशिक्षण प्रक्रिया नवंबर तक पूरी कर विभाग व्यवसायी और औद्योगिक संगठनों के अलावा समाज के अन्य वर्ग के साथ बैठक कर जीएसटी को लेकर उत्पन्न हो रही शंकाओं का समाधान करेगा।

सेंट्रल साफ्टवेयर पर ही काम

जीएसटी की प्रणाली को पारदर्शी बनाने के लिए नेटवर्किंग प्रणाली को दुरुस्त किया जाना है। इसे जीएसटीएन कहा गया है। जीएसटीएन तीन स्तरों पर काम करेगा। कंप्यूटर नेटवर्किंग के जरिए केंद्र और राज्य के साफ्टवेयर को जोड़ने के साथ-साथ दो राज्यों के आपसी कारोबार का ब्योरा सहेजने के लिए आइजीएसटीएन साफ्वेयर विकसित किया जा रहा है। केंद्रीय साफ्टवेयर और अंतरराज्यीय व्यापार का साफ्टवेयर पूरी तरह से भारत सरकार के स्तर पर तैयार किया जाएगा।

राज्य भी बना सकते हैं अपना सॉफ्टवेयर (बॉक्स)

वहीं, राज्यों के साफ्टवेयर के लिए यह विकल्प रखा गया है कि चाहे तो वे अपना साफ्टवेयर तैयार करें या केंद्र द्वारा तैयार किए गए साफ्टवेयर पर काम करें। इसे मॉडल-1 और मॉडल-2 कहा गया है। झारखंड ने मॉडल-2 के लिए हामी भरी है। वाणिज्यकर सचिव केके खंडलेवाल कहते हैं कि मॉडल-2 हमारे लिए मुफीद है। हालांकि पूर्व में राज्य सरकार ने मॉडल-1 पर जाने की बात कही थी।

पूरे देश में एक टैक्स सिस्टम

जीएसटी के लागू होने से हर सामान और हर सेवा पर सिर्फ एक टैक्स लगेगा यानी वैटए एक्साइज और सर्विस टैक्स की जगह एक ही टैक्स लगेगा। जीएसटी से सबसे बड़ा फायदा होगा कि पूरे देश में सामान पर देश के लोगों को एक ही टैक्स चुकाना होगा। आप किसी भी राज्य में रहते होए आपको हर सामान एक ही कीमत पर मिलेगा। इसके लागू होते ही केंद्र को मिलने वाली एक्साइज ड्यूटी, सर्विस टैक्स व राज्यों को मिलने वाला वैट, मनोरंजन कर, लक्जरी टैक्स, लॉटरी टैक्स, एंट्री टैक्सए चुंगी वगैरह भी खत्म हो जाएगी।