नई दिल्ली (पीटीआई)व्हाट्सएप द्वारा भारत में लॉन्च की जाने वाली उसकी पेमेंट सर्विस खटाई में पड़ती नजर आ रही है। दरअसल सरकार चाहती है कि WhatsApp अपने प्लेटफार्म पर फैलाई जाने वाली फर्जी खबरें को नियंत्रित करने के काम पर सबसे पहले ध्यान दे, जिसके कारण देशभर में मॉब लिंचिंग की तमाम घटनाएं देखने को मिली है।

पेमेंट सर्विस से पहले फेक न्यूज पर लगाम लगाने की कही बात
सूचना और प्रसारण मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने पीटीआई को बताया है कि व्हाट्सएप के साथ हुई मीटिंग में कंपनी ने अपनी पेमेंट सर्विस के संबंध में बातचीत की। यह मीटिंग व्हाट्सएप के टॉप एग्जीक्यूटिव मैथ्यू इडेमा और आईटी सेक्रेटरी अजय प्रकाश साहनी के बीच हुई। जिसमें कंपनी को सरकार की मंशा साफ बता दी गई है कि व्हाट्सएप भारत में अपनी पेमेंट सर्विस के लॉन्च के बारे में बाद में सोचें पहले फेक न्यूज से निपटने पर ध्यान दे।

व्हाट्सएप की पेमेंट सर्विस लटकी,सरकार ने कहा पहले फेक न्‍यूज पर काबू कीजिए

फर्जी खबरों को फैलने से रोकना है सरकार की प्राथमिकता
इस मीटिंग के दौरान व्हाट्सएप के अधिकारियों ने बताया कि देश भर में अपने प्लेटफार्म पर फैलाई जाने वाली फर्जी खबरें को रोकने के लिए उन्होंने हाल के दिनों में क्या-क्या कदम उठाए हैं। ताकि लोगों को उकसाने वाली घटनाओं से निपटने में मदद मिले। मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारी के मुताबिक व्हाट्सएप के अधिकारियों को यह साफ तौर पर बता दिया गया है कि वर्तमान परिदृश्य में फर्जी खबरों के फैलने का मामला सरकार के लिए सबसे ज्यादा इंपोर्टेंट है इसलिए भारत में व्हाट्सएप के पेमेंट सिस्टम को लॉन्च करने का प्लान उनकी प्राथमिकता नहीं है।

व्हाट्सएप पेमेंट सर्विस में यूजर्स के डेटा की सुरक्षा है अहम मुद्दा
अधिकारियों के मुताबिक व्हाट्सएप द्वारा भारत में लॉन्च होने वाली प्रपोज्ड पेमेंट सर्विस को लेकर हम खास तौर पर इस बात को लेकर चिंतित हैं कि व्हाट्सएप के प्लेटफार्म पर मौजूद यूजर्स का बैंकिंग डाटा कहां पर स्टोर होगा और क्या वो पूरी तरह सुरक्षित होगा? आरबीआई के इंस्ट्रक्शंस के मुताबिक इस बात को लेकर सरकार का संतुष्ट होना बहुत जरूरी है। व्हाट्सएप के पास भारत में बहुत ही विशालकाय यूजर बेस है इसलिए व्हाट्सएप की पेमेंट सर्विस लॉन्च से पहले हम उससे जुड़े सभी मामलों में पूरी तरह से संतुष्ट होना चाहते हैं। बता दें कि पूरी दुनिया में व्हाट्सएप के लिए भारत सबसे बड़ा मार्केट है और दुनिया भर के 1.3 बिलियन यूजर्स में से 200 मिलियन यूजर्स तो सिर्फ भारत में ही हैं।

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